अशोकनगर। कुछ ही दिनों बाद मिडिल, प्राइमरी, हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं. ऐसे में बच्चों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए एसडीएम सुरेश जाधव ने स्कूल पहुंचकर बच्चों की क्लास ली. लेकिन एसडीएम बच्चों की पढ़ाई को लेकर असंतुष्ट दिखे. जिस पर उन्होंने शिक्षकों को जमकर फटकार लगाई. साथ ही दोबारा निरीक्षण करने की बात भी कही.
स्कूलों में छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षक ही जब समय से विद्यालय नहीं पहुंच रहे तो बच्चों का भविष्य कैसे उज्जवल होगा. ऐसा ही मामला एसडीएम के निरीक्षण में देखने को मिला, जब ग्राम कोलुआ में एक शिक्षिका 5 साल पहले दूसरे विद्यालय में अटैच पाई गईं. जिसकी जानकारी न तो कोलुआ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य को थी, बस उन्हें सिर्फ इतना ही मालूम था कि जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षिका को खिरिया गुहास में अटैच किया गया है.
इस पर एसडीएम सुरेश यादव ने प्रधानाध्यापक गिरदावर गौतम को जमकर फटकार लगाई. इसको लेकर उन्होंने डीईओ को पत्र भी जारी करने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान जब एसडीएम बच्चों की गुणवत्ता जानने के लिए हाई स्कूल नारायणपुर पहुंचे, तो वहां उन्होंने बच्चों की क्लास ली.
उन्होंने विज्ञान के विद्यार्थियों से कोशिकाओं के बारे में जब जानकारी लेना चाहा तो बच्चे कुछ भी नहीं बता पाए. इसपर उन्होंने प्राचार्य को हिदायत भी दी कि मैं कुछ दिन बाद इस विद्यालय में पुनः निरीक्षण करूंगा. इसके अलावा एसडीएम सुरेश जाधव ने विद्यालयों में बनने वाले मध्यान भोजन का भी जायजा लिया. साथ ही उन्होंने स्व सहायता समूह संचालकों को भी अच्छा भोजन और मेन्यू के अनुसार देने की बात कही.
स्कूल के आसपास फैली गंदगी को लेकर भी एसडीएम ने पंचायत को पत्राचार करने की बात कहीं. साथ ही उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी शासन की मंशा अनुसार छात्रों को उचित शिक्षा नहीं मिल पा रही. जिसका खामियाजा छात्रों को उठाना पड़ रहा है.