अशोकनगर। जिला कलेक्ट्रेट में ककरूआ गांव के कुछ ग्रामीण राशन की दुकान 2 माह से नहीं खोलने की शिकायत लेकर खाद्य विभाग में गए थे.मौके पर विभाग में कोई अधिकारी मौजूद नहीं था. इस पर खाद निरीक्षक प्राची शर्मा के ड्राइवर अमित शर्मा ने ग्रामीणों से ना केवल आवेदन लिया बल्कि उन्हें हस्ताक्षर कर प्राप्ति भी दे दी. कुछ देर बाद जब ग्रामीणों को पता चला कि वह अधिकारी नहीं ड्राइवर है. तो उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. इसके बाद ग्रामीणों ने अमित की थप्पड़ मारकर पिटाई कर दी. स्थानीय लोगों की मदद से युवक का बचाव किया गया. युवक की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है.
PM आवास में रिश्वतखोरी: श्योपुर में गरीब हितग्राहियों के लिए सरकार अनेक योजना चला रही है, लेकिन जिला और गांव स्तर पर रिश्वतखोरी इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि, बिना रुपये के कोई काम नहीं हो रहा. ऐसी स्थिति में लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ तो मिल रहा है लेकिन उसके लिए उन्हें जगह-जगह रिश्वत देनी पड़ रही है. सरकारी लाभ का आधा हिस्सा रिश्वतखोरी में चला जाता है. गरीब को तो आधा ही हिस्सा मिल पाता है.मामला जिले के विजयपुर विकासखंड क्षेत्र की सुठारा ग्राम पंचायत का है. रोजगार सहायक फूल सिंह गोरसिया रिश्वत लेते हुए कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है.
रोजगार सहायक का वीडियो वायरल: आरोपी रोजगार सहायक ने बंटी नाम के ग्रामीण से प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि की किस्त बैंक खाते में डलवाने के लिए निर्माणाधीन आवास के फोटो अपलोड करने के एवज में ढाई हजार रुपये की रिश्वत ली है. बाकी 5 हजार रुपये काम होने के बाद देने की बात भी हुई. जो वीडियो में साफ दिखाई और सुनाई दे रही है. इस वीडियो में हितग्राही 500 -500 नोट देते हुए रोजगार सहायक से कहता है कि, ढाई हजार रुपये आपको अभी दे रहे हैं. बाकी 5000 बाद में देंगे. रोजगार सहायक रुपये जेब में रख कर सारा काम करवाने के लिए तैयार हो जाता है. ग्रामीणों ने इस पूरे मामले का वीडियो बनाकर ईटीवी भारत दिया है. इसमें रोजगार सहायक साफ तौर पर रिश्वत लेते हुए व रिश्वत की बात करते हुए दिखाई और सुनाई दे रहा है.
ग्रामीणों का आरोप: रोजगार सहायक पंचायत के सरपंच से मिलकर ग्रामीणों को रिश्वत के लिए लंबे समय से परेशान कर रहा था, बिना रिश्वत के कोई काम पंचायत में नहीं हो रहा था, पात्र हितग्राहियों के द्वारा अगर रिश्वत नहीं दी जाती थी तो उनकी बजाए दूसरे लोगों के बैंक खातों में राशि ट्रांसफर कर दी जाती थी. इसकी पूर्व में कई बार शिकायतें भी की गई लेकिन किसी ने उनकी सुनवाई नहीं की तो उन्हें यह फॉर्मूला अपनाना पड़ा है. रिश्वत देने वाले फरियादी बंटी रावत का कहना है कि, रोजगार सहायक और पंचायत का सरपंच जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं. हितग्राहियों से हर काम के एवज में रुपए की मांग की जाती है. जिससे पूरा गांव परेशान है. उससे आवास का फोटो खींचकर अपलोड करने के एवज में ढाई हजार रुपये रोजगार सहायक ने ले लिए अब 5000 रुपये की मांग और कर रहा है.
PM आवास की जानकारी लेने पहुंची महिला, लिपिक ने फेंकी फाइल, महापौर हुई आग बबूला
जांच के बाद होगी कार्रवाई: ग्रामीणों द्वारा बनाई गई वीडियो के संबंध में ईटीवी भारत ने जब जिला पंचायत सीईओ अतेंद्र सिंह गुर्जर से बात करने की कई बार कोशिश की लेकिन वह फील्ड में थे. इसलिए उनसे सीधी बात नहीं हो सकी. फोन पर बात होते ही उन्होंने रोजगार सहायक की रिश्वतखोरी के वीडियो को अपने व्हाट्सएप पर मांगा. उसे देखते ही उन्होंने कार्रवाई करते हुए आरोपी रोजगार सहायक को जनपद कार्यालय विजयपुर अटैच करके नोटिस जारी करवा दिए हैं. आगे की कार्रवाई जांच के बाद की जाएगी.