अशोकनगर। वन विभाग ने 10 दिन पहले लकड़ी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़कर वन विभाग की डिपो में रख लिया था. लेकिन 10 हो जाने के बाद भी अभी तक ना तो कोई जब्ती की गई है और ना ही कोई कार्रवाई अधिकारियों ने की है. जबकि लकड़ी मालिक का कहना है कि दस्तावेज जमा कर दिए गए हैं, बावजूद इसके विभाग ने कार्रवाई नहीं की. वहीं जब इस संबंध में वन विभाग के एसडीओ से बात करने का प्रयास किया गया तो कैमरे से बचते नजर आए और अपने वाहन में बैठकर चलते बने.
बता दें कि वन विभाग ने बबूल की लकड़ी से भरा ट्रैक्टर ट्रॉली जब्त कर डिपो में रखवा दिया था. लकड़ी मालिक मन्नूलाल का कहना है कि उस ट्रैक्टर में बबूल की लकड़ियां भरी हुई थी, जिसकी तहसीलदार ने परमिशन के दस्तावेज भी विभाग को दिखाए थे. लेकिन वन विभाग ने ट्रैक्टर ट्रॉली नहीं छोड़ी, जबकि विभाग के बिना मांगे ही उन्होंने वह सभी दस्तावेज वन विभाग के अधिकारी को दिखाकर जमा भी करा दिए थे. लेकिन इसके बावजूद भी वन विभाग ने इस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
गौरतलब है कि किसी भी पकड़े गए सामान की 24 घंटे के भीतर जब्ती की कार्रवाई करना जरूरी है. लेकिन 10 दिन बाद भी जब्ती या अन्य कार्रवाई ना होने से विभाग के जिम्मेदारों पर सवालिया निशान उठ रहे हैं. साथ ही एसडीओ का कैमरे से बचते नजर आना और गाड़ी में बैठकर चले जाना अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है.