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अधूरा न रह जाए अमरकंटक के मिनी स्मार्ट सिटी बनने का सपना

अमरकंटक को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने के लिए शुरु किए गए काम पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने रोक लगा दी थी. जिस पर फिर काम शुरु होने की बात अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर के प्रोजेक्ट मैनेजर ने कही है.

Work on mini smart city project Amarkantak halted
अमरकंटक मिनी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट
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Published : Dec 18, 2019, 4:18 PM IST

Updated : Dec 18, 2019, 5:44 PM IST

अनूपपुर। नर्मदा सेवा यात्रा के समापन अवसर पर 15 मई 2017 को अमरकंटक पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली मिनी स्मार्ट सिटी के रूप में अमरकंटक को विकसित करने की घोषणा की थी. इसके चलते अमरकंटक में व्यवस्थित दुकानें सुविधा जनक आंतरिक मार्ग और सुंदर राम घाट के निर्माण सहित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 33 करोड़ रूपए स्वीकृत किया गया था. इसके लिए ठेकेदार ने काम शुरु ही किया था कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने इस पर रोक लगा दी. जिसके चलते नर्मदा महोत्सव में पहुंचने वाले श्रद्धालु परेशान होंगे.

अमरकंटक मिनी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट

ये एसटीपी राम घाट के समीप बनाई जा रही थी, इसके लिए जिस जगह का चयन मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर के अधिकारियों ने किया था. उसे एनजीटी ने उचित नहीं माना और काम रोक दिया. उसी तरह मिनी स्मार्ट सिटी के अंर्तगत बीत दो सालों में अधिकारी आवास के लिये जमीन नहीं तालाश पाये हैं. वहीं बिल का भुगतान नहीं करने के चलते ठेकेदार ने काम करने से मना कर दिया है, ऐसे में अधूरा सड़क निर्माण और आधी-अधूरी दुकानें मुसीबत का कारण बनती जा रही हैं.

वहीं इस संबंध में मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर के प्रोजेक्ट मैनेजर एके नंदा का कहना है कि कंपनी काम पूरा कराने पर में लगी है. ठेकेदार जल्द काम शुरू करेगा, जो भी कारण थे, उन्हे दूर कर लिया गया है. पर्यावरण विभाग भी मंजूरी मिल गई है. वैसे भी रामघाट के समीप इंटरमीडिएट पम्पिंग स्टेशन बनाया जा रहा था न कि ट्रीटमेंट प्लांट.

अनूपपुर। नर्मदा सेवा यात्रा के समापन अवसर पर 15 मई 2017 को अमरकंटक पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली मिनी स्मार्ट सिटी के रूप में अमरकंटक को विकसित करने की घोषणा की थी. इसके चलते अमरकंटक में व्यवस्थित दुकानें सुविधा जनक आंतरिक मार्ग और सुंदर राम घाट के निर्माण सहित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 33 करोड़ रूपए स्वीकृत किया गया था. इसके लिए ठेकेदार ने काम शुरु ही किया था कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने इस पर रोक लगा दी. जिसके चलते नर्मदा महोत्सव में पहुंचने वाले श्रद्धालु परेशान होंगे.

अमरकंटक मिनी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट

ये एसटीपी राम घाट के समीप बनाई जा रही थी, इसके लिए जिस जगह का चयन मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर के अधिकारियों ने किया था. उसे एनजीटी ने उचित नहीं माना और काम रोक दिया. उसी तरह मिनी स्मार्ट सिटी के अंर्तगत बीत दो सालों में अधिकारी आवास के लिये जमीन नहीं तालाश पाये हैं. वहीं बिल का भुगतान नहीं करने के चलते ठेकेदार ने काम करने से मना कर दिया है, ऐसे में अधूरा सड़क निर्माण और आधी-अधूरी दुकानें मुसीबत का कारण बनती जा रही हैं.

वहीं इस संबंध में मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर के प्रोजेक्ट मैनेजर एके नंदा का कहना है कि कंपनी काम पूरा कराने पर में लगी है. ठेकेदार जल्द काम शुरू करेगा, जो भी कारण थे, उन्हे दूर कर लिया गया है. पर्यावरण विभाग भी मंजूरी मिल गई है. वैसे भी रामघाट के समीप इंटरमीडिएट पम्पिंग स्टेशन बनाया जा रहा था न कि ट्रीटमेंट प्लांट.

Intro:
देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र नरेन्द्र मोदी ने 2017 को अमरकंटक मे की थी घोषणा
विभाग की लापरवाही के कारण कंशट्रक्शन कंपनी ने कार्य करने से किया मना
नर्मदा महोत्सव में पहंुचने वाले श्रद्वालु होगे परेशान

एंकर- नर्मदा सेवा यात्रा के समापन अवसर 15 मई 2017 को अमरकंटक पहंुचे देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली मिनी स्मार्ट सिटी के रूप मे अमरकंटक को विकसित करने की घोषणा की थी। मिनी स्मार्ट सिटी अंतर्गत अमरकंटक मे व्यवस्थित दुकाने सुविधा जनक आंतरिक मार्ग व सुंदर राम घाट के निर्माण सहित सीवरेज ट्रीटमंेट प्लांट हेतु 33 करोड रूपये स्वीकृत हुआ था। मिनी स्मार्ट सिटी का निर्माण मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर के अधिकारियों की देख रेख मे होना था। अधिकारियो की लापरवाही कहे या मनमानी के कारण निर्माणकर्ता कंपनी ने आधे अधूरे में कार्य करने से मना कर दिया, जिसका खामियाजा आगामी 31 दिसंबर से 2 जनवरी से होने वाले विशाल नर्मदा महोत्सव मे दूर दराज से पहंुचने वाले श्रृद्धालुओ को परेशानियो का सामना उठा कर चुकाना पडेगा।
Body: नर्मदा नदी को साफ स्वच्छ रखने के लिये अमरकंटक में बनाये जाने वाला सीवरेज ट्रीटमंेट प्लांट का कार्य ठेकेदार ने शुरू ही किया था कि एनजीटी ने रोक लगा दी क्योकि जो एसटीपी राम घाट के समीप बनाई जा रही थी वह स्थल का चयन मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर के अधिकारियों द्वारा किया गया था जिसे एनजीटी ने उचित नही माना और कार्य रोक दिया। उसी तरह मिनी स्मार्ट सिटी अंर्तगत बीत दो सालो मे अधिकारी आवास के लिये जमीन नही तालाश पाये है। वहीं बिल का भुगतान न करने के कारण ठेकेदार ने कार्य करने से मना कर दिया है ऐसे मे अधूरे सड़क निर्माण के कार्य व आधी अधूरी दुकाने अब मुसीबत का कारण बनती जा रही है।





अमरकंटक मे मिनी स्मार्ट सिटी योजनांर्तगत दस आंतरिक मार्गो का निर्माण कराया जाना था जिसमे पांच सड़को का निर्माण प्रारंभ ही नही हो सका। परिक्रमावासी मार्ग, सीताराम आश्रम से सोनमुडा, माई की बगिया, सर्किट हाउस चैक, मार्ग का निर्माण सीवर लाइन की वजह से रूका है जबकि सीवर लाइन का ठेकेदार कार्य बंद कर गुमशुदा है। यह सभी वे मार्ग है जिनका उपयोग श्रद्धालु नर्मदा दर्शन के साथ ही तट पर स्थित पवित्र आश्रमो तक जाने के लिये करते है। मार्ग निर्माण न होने से पैदल चलना दूभर है।Conclusion: अमरकंटक में होने वाले नर्मदा महोत्सव को लेकर जिला प्रसाशन के द्वारा जहां तैयारिया की जा रही है वहीं मिनी स्मार्ट सिटी का कार्य कराने वाले ठेकेदार का पता नही और मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर के अधिकारी गलत जानकारी देकर प्रसाशन को गुमराह किये हुये है अधिकारियो द्वारा तैयार की गई ड्राईंग यहां पहले ही फेल हो चुकी है जिसमे 6 किलोमीटर तक की डाली गई पाईप लाइन अब किसी काम की नही रह गई सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए खोदे गए गढ्ढे मूक मवेशियो के दुर्घटना का कारण बन रहे है ऐसे मे 31 दिसंबर तक अधिकारी कितना कार्य करा पाते है समझ के परे है, क्योकि दिसंबर माह मे कार्य पूर्ण कराना था। कई स्थानो मे कार्य प्रारंभ नही हो सका।

वहीं इस संबंध मे मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर के प्रोजेक्ट मैनेजर ए.के.नंदा से जब बात चीत की गई तो उन्होने कहा हमारी पूरी कंपनी कार्य पूर्ण कराने पर लगी है। ठेकेदार जल्द कार्य शुरू करेगा जो भी कारण थे उन्हे दूर कर लिया गया है। हमे पर्यावरण विभाग से मंजूरी लेनी होती है जो मिल गई है रामघाट के समीप इंटरमीडियेट पम्पिंग स्टेशन बनाया जा रहा था न कि ट्रीटमेंट प्लांट एनजीटी से हमे किसी प्रकार का मतलब नही होता है। नर्मदा महोत्सव प्रारंभ होने तक हम कार्य दुरूस्त कर लेंगे यहां पहंुचने वाले श्रद्धालुओ को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए हमारी पूरी कंपनी प्रयासरत रहेगी।

बाइट 01-
ए के नंदा प्रोजेक्ट मैनेजर एमपी अर्बन डेवलपमेंट लिमिटेड कंपनी जबलपुर

बाइट 02-पवन साहू, सीएमओ नगर पंचायत अमरकंटक
बाइट 03-सुशील कुमार, सुंपरवाइजर अरूण कंस्ट्रक्शन कंपनी
Last Updated : Dec 18, 2019, 5:44 PM IST
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