अनूपपुर। पतित पावनी मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी तीन दिवसीय नर्मदा जन्मोत्सव का आयोजन 27 जनवरी से मां नर्मदा मंदिर प्रांगण अमरकंटक से शुरू हुआ. मां नर्मदा शोभा यात्रा से कार्यक्रम की सुरुआत की गई. शोभायात्रा श्रीनर्मदा मंदिर उद्गम से पूरे नगर में गाजे-बाजे ढोल-नगाड़े के साथ निकली . इस दौरान स्थानीय कलाकारों ने अपनी कला का प्रर्दशन किया. इस दौरान पूरे अमरकंटक को दुल्हन की भांति सजाया गया. बता दें कि मां नर्मदा का प्राकट्य स्थल नर्मदा उद्गम कुंड है.
अनुराधा पोडवाल ने मन मोहा : शोभायात्रा के रास्ते में भक्तों द्वारा जगह-जगह पर श्रद्धालुओं द्वारा स्वागत किया गया. इस दौरान कल्याण आश्रम के प्रमुख हिमांद्री मुनी महाराज, शांति कुटी के महंत श्रीराम भूषण दासजी महाराज, नर्मदा मंदिर के पुजारी नीलू महाराज सहित भारी भीड़ रही. वहीं शनिवार को मां नर्मदा के प्रकटोत्साव पर मां नर्मदा की विषेश पूजा अर्चना की गई. शाम को अपनी मधुर आवाज से लोगों की चहेती गायिका अनुराधा पौडवाल अपने मधुर संगीत से भव्यता प्रदान की. इस अवसर पर मां नर्मदा मन्दिर, उद्गम स्थल एवं मंदिर परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया, संवारा गया.
लोगों ने उत्साह से लिया भाग : शोभायात्रा के दौरान मां नर्मदा के उद्गम स्थल नर्मदा मंदिर से नर्मदा की शोभायात्रा को नगर में घुमाया गया, जिसमें मां नर्मदा को फूलों से सुसज्जित रथ में विराजमान किया गया. मां नर्मदा मंदिर परिसर से निकाली गई शोभायात्रा में विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को, नगर परिषद अमरकंटक की अध्यक्ष पार्वती सिंह सहित व्यापारी, जनप्रतिनिधि, परिक्रमावासी, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी, विभिन्न आश्रमों, मंदिरों के साधु-संत, पुजारी, महिलाएं, युवाजन श्रृद्धालु तथा सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासन शोभायात्रा में साथ रहा. शोभायात्रा में लोक कला पथक दल तथा बैण्ड पार्टी के साथ ही नर्मदे हर की तख्ती लिए श्रृद्धालु भक्तों ने उत्साह, उमंग के साथ सहभागिता की. नर्मदा जन्मोत्सव के प्रथम दिवस प्रातःकाल योगाभ्यास हुआ.