अनूपपुर। जिले का संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ सरकार की उपेक्षा के चलते परेशान है, जिसके कारण सभी अतिथि शिक्षकों ने बैठक आयोजित की. जहां फैसला लिया गया कि शिक्षक दिवस के मौके पर विरोध जताते हुए आंदोलन करेंगे.
संघ जिलाध्यक्ष मनलाल साहू ने कहा कि अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर कई सालों से सरकार से मांग करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक अतिथि शिक्षकों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया गया है. जिसके कारण आर्थिक तंगी और असुरक्षित भविष्य को लेकर बहुत से अतिथि शिक्षक आत्महत्या तक कर लिए हैं.
मनलाल साहू ने बताया की सरकार ने लॉकडाउन की अवधि का मानदेय नहीं दिया है और न ही नए सत्र में अभी तक ज्वाइनिंग दी है. अप्रैल 2020 से बेरोजगार अतिथि शिक्षक अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए मजबूरी में मजदूरी कर रहे हैं और अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं. जिसे लेकर अतिथि शिक्षकों ने बैठक आयोजित की. जहां फैसला लिया गया कि 5 सितंबर को वह शिक्षक दिवस नहीं मनाएंगे और सभी अतिथि शिक्षक जिला मुख्यालय पर जेल भरो आंदोलन करेंगे.
शिक्षक दिवस के मौके पर इंदिरा तिराहे में सुबह 10 बजे एकत्रित होकर रैली निकाली जाएगी और कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया जाएगा. अतिथि शिक्षकों ने अपनी मांगों में वर्तमान सत्र में 12 माह के कार्यकाल के साथ तत्काल नियुक्ति दिए जाने नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू कर पद सुरक्षित किए जाने, लॉकडाउन की अवधि तक का मानदेय तत्काल दिए जाने की मांग की है.
बैठक में अतिथि शिक्षक संघ अनूपपुर के जिलाध्यक्ष मनलाल साहू, संयोजक रावेन्द्र उपाध्याय, उपाध्यक्ष विपिन तिवारी, भूपत सिंह, अनूपपुर विधानसभा अध्यक्ष बालमुकुंद मिश्रा, जैतहरी विधानसभा अध्यक्ष लोकनाथ रौतेल, पुष्पराजगढ़ विधानसभा अध्यक्ष बुधराम मांझी, प्रणेश पटेल, रामनरेश राठौर, नेहा त्रिपाठी, वंदना साकेत, उमा सोनी, सावित्री राठौर सहित समस्त जिले के अतिथि शिक्षक उपस्थित रहे.