अनूपपुर। बीजेपी जिला कोषाध्यक्ष और पीएचई की मिलीभगत और अनियमितता के खिलाफ बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष रामलाल ने धरना देने की चेतावनी दी है. जानकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय के एक ठेकेदार ने फर्जीवाड़ा कर करोड़ों का ठेका हथिया लिया है. उसके कामों की गुणवत्ता को लेकर पहले भी कई शिकायतें की गई हैं.
अब इस मामले के खुलासे के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष, अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष और अनूपपुर के पूर्व विधायक रामलाल रौतेल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं कार्रवाई नहीं होने पर 18 जुलाई को पीएचई कार्यालय के सामने धरने की चेतावनी दी है.
मामले से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पूर्व विधायक रामलाल रौतेल ने प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कमिश्नर, कलेक्टर, एसपी को पत्र प्रेषित कर शिकायत की है. कार्यपालन यंत्री लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभागखंड अनूपपुर ने ठेकेदार प्रकाश मिश्रा और उसके जीजा राजेश झा को एक ही प्रमाणपत्र पर पयारी, परासी ,हरद में करोड़ों रुपये का नल जल योजना का कार्य स्वीकृत किया है.
वहीं शिकायत में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने 2024 तक हर घर में जल पहुंचाने के लिए महत्वाकांक्षी नल जल योजना का शुभारंभ किया. लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग अनूपपुर ने ठेकेदार प्रकाश मिश्रा को काम दिलवाने के उद्देश्य से एक अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर ग्राम पयारी और परासी में प्रकाश मिश्रा ने अपने जीजा राजेश झा को अनुभव प्रमाण पत्र पर जारी किया. एक करोड़ रुपये से कम की निविदा इनके द्वारा आमंत्रित कर खोली गई. नल योजना पयारी, हरद, परासी का काम अलग-अलग नाम पर, एक ही प्रमाण पत्र से अलग-अलग जारी किया गया है. जबकि पूरा काम प्रकाश मिश्रा ही करता है, नियम के अनुसार एक प्रमाण पत्र पर एक कार्य ही दिया जा सकता है.
उल्लेखनीय है कि प्रकाश मिश्रा बीजेपी के जिला कार्यकारिणी में कोषाध्यक्ष और कोर ग्रुप के सदस्य हैं. साथ ही बीजेपी जिलाध्यक्ष ब्रजेश गौतम के करीबी हैं. जिसके चलते इन्हें जिला कोर ग्रुप में शामिल किया हुआ है. जब इस बात की चर्चा बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष से की तो उन्होंने कहा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री को नियमानुसार निविदा निरस्त कर, ठेकेदार प्रकाश मिश्रा और राजेश झा के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए जो उन्होंने नहीं की है. जबकि इन्ही के द्वारा निविदा आमंत्रित व खोली गई.
पूर्व विधायक का कहना है कि शेष अन्य स्वीकृत कार्यों को एक ही अनुभव प्रमाण पत्र पर कार्यादेश जारी किया गया है. अगर कार्रवाई नहीं की जाती है तो वह 8 जुलाई को कार्यपालन यंत्री के कार्यालय के सामने धरने पर बैठेंगे. जिसकी पूरी जवाब देही विभाग की होगी.