अनूपपुर। कोतमा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत थानगांव में शामिल ग्राम बैगाडेबरा के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. गांव में अब तक ना तो बिजली पहुंच पाई है और ना ही सड़क बनी है. जिस कारण पगडंडी रास्ते से होकर ग्रामीणों को ग्राम पंचायत तक पहुंचना पड़ता है.
परेशानियों के बीच कर रहे गुजारा बैगाडेबरा मैं वर्तमान समय में 35 घरों में 200 की आबादी निवासरत है. जहां बैगा, गोंड़ तथा भरेवा जाति के 200 की आबादी निवासरत है. संरक्षित जनजाति का दर्जा प्राप्त बैगा परिवार यहां ज्यादातर शामिल हैं. जिनके लिए अब तक न तो सड़क पहुंच मार्ग बन पाया है और ना ही बिजली के खंभे अब तक यहां पहुंच पाए हैं. पेयजल व्यवस्था के लिए मात्र एक हैंडपंप यहां स्थित है जो आए दिन बिगड़ा रहता है जिसे बनाने के लिए यहां तकनीकी अमला भी सड़क पहुंच मार्ग ना होने के कारण नहीं पहुंच पाता.
आपातकालीन सुविधाएं भी नहीं उपलब्ध स्थानीय ग्रामीण गोपाल बैगा ने बताया कि ग्राम पंचायत थानगांव में शामिल होने के बाद भी पंचायत तक पहुंचने के लिए अब तक सड़क मार्ग नहीं है जो पगडंडी रास्ता है उससे सिर्फ पैदल ही चला जाता है. यदि ग्रामीणों को तबीयत खराब होने तथा अन्य आपातकालीन स्थिति में चिकित्सालय तक जाना हो तो उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य के मनेंद्रगढ़ से होते हुए बिजुरी तक पहुंचना पड़ता है. ऐसे में एंबुलेंस तथा जननी एक्सप्रेस एवं 100 डायल वाहन भी यहां नहीं पहुंच पाते हैं.
जंगलों के बीच बसा गांव इसलिए सुविधाएं प्रदान करने में हो रही परेशानी ग्राम पंचायत के उपसरपंच रिंकू मिश्रा ने बताया कि बैगाडेबरा गांव जंगलों के बीच बसा हुआ है. जिसके कारण वन भूमि क्षेत्र होने के कारण अब तक विद्युत व्यवस्था के साथ ही सड़क पहुंच मार्ग की अनुमति नहीं मिल पाई.वहीं जिला प्रशासन भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.