अनूपपुर। पसान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों भगवान भरोसे संचालित हो रहा है. अस्पताल में मरीजों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के नेता एक दूसरे पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. वहीं अस्पताल प्रंबधन मामले की जांच की बात कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कर रहा है.
नगर पालिका परिषद के पसान वार्ड 8 में लोक निर्माण विभाग द्वारा 16 नवंबर 2017 को 1 करोड़ 31 लाख 33 हजार रुपए में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन बनाने का टेंडर जारी किया गया था, एक दिसंबर 2019 को पूर्ववर्ती सरकार में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पसान का लोकार्पण तत्कालीन विधायक बिसाहू लाल सिंह व वर्तमान मंत्री ने किया था. लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण तो भव्य रूप से किया गया और स्वास्थ्य अव्यवस्था को दूर करने की बड़ी बड़ी बातें भी कही गई, लेकिन नेताओं के दावे और वादे हकीकत नहीं बन पाए हैं.
चौपट स्वास्थ व्यवस्थाएं
इस निर्माण पर राजनीतिक दलों के नेताओं ने वाहवाही जमकर लूटी, लेकिन पसान के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में फैली अव्यवस्था दुर्दशा की कहानी बयां कर रही है. स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज तो दूर की बात है, केंद्र में मरीजों को दवा तक वितरण नहीं किया जा रहा है, यहां तक की स्वास्थ्य केन्द्र की आईडी तक जनरेट नहीं हुई है.
ताला देख स्वास्थ्य केंद्र से लौट जाते हैं मरीज
वहीं स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने वाले मरीज अव्यवस्था देख इलाज कराने से कतराते हैं. दूरदराज से लोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए आते हैं, लेकिन कभी डॉक्टर, कभी नर्स केंद्र पर मिलते ही नहीं हैं. हद तो तब हो जाती है, जब मरीजों को केंद्र पर ताला लटका मिलता है.