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अनूपपुर जिला अस्पताल में मिली नाबालिक बच्ची, जांच में जुटा अस्पताल प्रबंधन

अनूपपुर जिला चिकित्सालय एक पालने में एक नाबालिक बच्ची मिली है. बताया जा रहा है कि उसे कोई छोड़कर चला गया है. फिलहाल बच्ची अस्पताल की देखरेख में हैं.

जिला अस्पताल में एक पालने में मिली नाबालिक बच्ची
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Published : Sep 20, 2019, 11:28 PM IST

अनूपपुर। शहर के जिला अस्पताल में 20 सितंबर को एक नाबालिक बच्ची पालने में मिली है. जिसके आस-पास कोई नहीं था. फिलहाल बच्ची अस्पताल की देखरेख में है. जबकि पूरे मामले की जांच की जा रही है. हालांकि अब तक इस बात का पता नहीं लग सका है इस बच्ची को छोड़कर कोन गया है.

प्रशासन द्वारा ऐसे बच्चों को उचित देखभाल सुनिश्चित कराने के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके जरिए लोगों को अपनी बच्चों को ना त्यागने के लिए जागरुक किया जा रहा है , इन सब के बाद भी ऐसे मामले मानवता को शर्मसार कर रहे हैं.

जिला अस्पताल में एक पालने में मिली नाबालिक बच्ची
बता दें कि बाल संरक्षण योजना के अंतर्गत ज़िले में विभिन्न स्थलों में लगाए गए पालनों में बच्चों को रखने की अपील की गयी है, जिससे अबोध नौनिहालो को बचाया जा सके और उन्हे पोषण उपलब्ध कराया जा सके.

अनूपपुर। शहर के जिला अस्पताल में 20 सितंबर को एक नाबालिक बच्ची पालने में मिली है. जिसके आस-पास कोई नहीं था. फिलहाल बच्ची अस्पताल की देखरेख में है. जबकि पूरे मामले की जांच की जा रही है. हालांकि अब तक इस बात का पता नहीं लग सका है इस बच्ची को छोड़कर कोन गया है.

प्रशासन द्वारा ऐसे बच्चों को उचित देखभाल सुनिश्चित कराने के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके जरिए लोगों को अपनी बच्चों को ना त्यागने के लिए जागरुक किया जा रहा है , इन सब के बाद भी ऐसे मामले मानवता को शर्मसार कर रहे हैं.

जिला अस्पताल में एक पालने में मिली नाबालिक बच्ची
बता दें कि बाल संरक्षण योजना के अंतर्गत ज़िले में विभिन्न स्थलों में लगाए गए पालनों में बच्चों को रखने की अपील की गयी है, जिससे अबोध नौनिहालो को बचाया जा सके और उन्हे पोषण उपलब्ध कराया जा सके.
Intro: पूरे देश में शासन प्रशाशन, एनजीओ, एवं कई अलग अलग माध्यमों से जहां बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ,बेटी है तो कल है जैसे नारो से जनता को बेटियों के संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा रहा है जिससे लिंगानुभेद को बढ़ावा ना मिले यैसे में आज भी समाज में बेटियों को लेकर मानसिकता में बदलाव नजर आते नहीं दिख रहा , जिला अस्पताल में किसी अनजान ने 1 दिन की जन्मी एक बेटी को पालना मैं छोड़ दिया

बच्चे का लालन पोषण करना उसे एक अच्छा नागरिक बनाने के लिए अभिभावक सतत जतन करते हैं। किंतु कई बार सामाजिक एवं पारिवारिक समस्याओं के चलते कुछ माता पिता अपने बच्चों को त्यागने की ग़लती कर देते हैं और कई नौनिहाल देखभाल के अभाव में असमय मृत्यु का शिकार हो जाते हैं। जिले में ही कई बार यैसा घटना क्रम सामने आया जहां नवजात बच्चीयों या बच्चों को नाली ,गटर या जंगल में फेंक कर अमानवीय कृत्य को अंजाम दिया गया शासन द्वारा ऐसे बच्चों की उचित देखभाल सुनिश्चित करने हेतु विविध प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत आमजनो को जागरूक किया जा रहा है अपने बच्चों को त्यागने का कार्य किसी भी स्थिति में नही करें। इसके बाद भी अगर किसी के द्वारा ऐसा कार्य किया जाता है तो उन्हें समेक़ित बाल संरक्षण योजना अंतर्गत ज़िले में विभिन्न स्थलों में लगाए गए पालने में करने की अपील की गयी है। ताकि इन अबोध नौनिहालो को बचाया जा सके पोषण उपलब्ध कराया जा सके।
Body:इसी क्रम में ज़िला चिकित्सालय में आईसीपीएस द्वारा लगाए गए पालने में 20 सितम्बर की सुबह एक नवजात बालिका प्राप्त हुई जिसे
ज़िला चिकित्सालय में स्वास्थ्य जाँच एवं देखभाल का कार्य चल रहा है। और बच्ची के सम्बंध में अग्रिम सभी कार्यवाही विभागीय दिशा निर्देशों अनुसार की जाएगी।
बाइट 01 बृजेश पटेल शिशु रोग विशेषज्ञConclusion:
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