अनूपपुर। मामला जिले के आदिवासी अंचल पुष्पराजगढ़ के बोदा पंचायत और कोयलारी पंचायत का है. जंहा 2016 से लाखो की लागत से बन रहे भवनों को अब तक छत नही मिल पाई है. इन गावों में हाल ही में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने दौरा किया था. गांव में राज्यपाल ने बैगा जनजाति के घर भोजन भी किया था. दोनो गावों में सामुदायिक भवन और छात्रावास भवन जजर्र होने की कगार पर है फिर भी अभी तक इनका निर्माण कार्य पूरा नही हुआ है. (anuppur corruption case)
ये है पूरा मामला: जानकारी के मुताबिक अनुपपुर जिले के दोनो चचांनडीह और माई टोला गांव मे 2016 में 15- 15 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक भवन और छात्रावास भवन की स्वीकृति मिली थी. ग्राम पंचायत को निर्माण एजेंसी बनाया गया था. कांग्रेस विधायक फुंदेललाल सिंह मार्को ने आरोप लगाया कि आदिवासियों के नाम पर राजनीति की जाती है, कुछ लोग नही चाहते कि आदिवासियों का विकास हो. ग्रामीणों का आरोप है कि योजना के पैसो का बंदरबाट हो गया. लोगों के मुताबिक कोयलारी में स्कूल जाने की सड़क तक नही है बीते वर्ष ग्रामीणों ने खुद श्रमदान कर सड़क बनाई थी. बारिश में स्कूली बच्चों और ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. (mp governor visited village in anuppur)
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अधिकारियों की नही पड़ी नजर- बीते दिन चचानडीह गांव में राज्यपाल मंगू भाई पटेल का कार्यक्रम रखा गया था. जहां पर जिले से संभाग तक के आला अधिकारी मौजूद थे. राज्यपाल के स्वागत के लिए गांव की एक बैगा जनजाति समुदाय की महिला को बोलने के लिए माइक दिया गया. महिला ने भरे मंच से 2016 से बन रहे छात्रावास और खेल ग्राउंड को विकसित करने की मांग की थी. आरोप है कि इस दौरान माइक बंद कर दिया गया था. भवनों को अधूरे निर्माण के मामले में जिला पंचायत सीईओ सोजान सिंह रावत ने भवनों के अधूरे निर्माण की जांच कराने और जिम्मेदारों से वसूली की कार्रवाई करने की बात कही है. (mp governor visited) (community building where mp governor visited)