अलीराजपुर। देशभर में कोरोना वायरस के चलते बच्चों की पढ़ाई पर भी खासा असर हुआ है. लंबे समय से बंद स्कूल के कारण बच्चों की घरों में रहकर पढ़ाई में रुचि कम ही दिखाई दे रही है. वहीं शासन ने ऑनलाइन पढ़ाई तो शुरू कर दी, लेकिन लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं होने के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. वहीं बच्चों के परिजनों का भी कहना है कि घरों पर रहकर स्कूल जैसा वातावरण ना मिलने के कारण बच्चे स्कूल में पढ़ा हुआ सबकुछ भूलने लगे हैं.
दरअसल लॉकडाउन के चलते काफी लंबे समय से बच्चों को स्कूल जाना नहीं हो पा रहा है. जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई को लेकर परिजनों को चिंता सताने लगी है. परिजन भी लगातार मांग कर रहे हैं कि जल्द ही स्कूल खोले जाएं, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो. अलीराजपुर जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि फिलहाल कक्षा 9 वीं से 12वीं तक तक के बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है. हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अलीराजपुर जिला आदिवासी बहुल जिला है. जिसके चलते यहां कम लोगों के पास एंड्रॉयड मोबाइल है. जिससे पढ़ाई नहीं हो पा रही है. वहीं उन्होंने बताया कि शासन ने सभी से सुझाव मांगे हैं कि स्कूल खोलने को लेकर क्या किया जाए. साथ ही कहा कि 31 जुलाई कर शासन इस बात पर निर्णय ले लेगा कि स्कूल किस तरह से खोले जाएं.
अलीराजपुर: लंबे समय से स्कूल बंद होने के कारण बच्चों की पढ़ाई पर हो रहा असर
प्रदेश सहित देशभर में लॉकडाउन के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. वहीं लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं होने के चलते ऑनलाइन पढ़ाई भी नहीं हो पा रही है.
अलीराजपुर। देशभर में कोरोना वायरस के चलते बच्चों की पढ़ाई पर भी खासा असर हुआ है. लंबे समय से बंद स्कूल के कारण बच्चों की घरों में रहकर पढ़ाई में रुचि कम ही दिखाई दे रही है. वहीं शासन ने ऑनलाइन पढ़ाई तो शुरू कर दी, लेकिन लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं होने के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. वहीं बच्चों के परिजनों का भी कहना है कि घरों पर रहकर स्कूल जैसा वातावरण ना मिलने के कारण बच्चे स्कूल में पढ़ा हुआ सबकुछ भूलने लगे हैं.
दरअसल लॉकडाउन के चलते काफी लंबे समय से बच्चों को स्कूल जाना नहीं हो पा रहा है. जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई को लेकर परिजनों को चिंता सताने लगी है. परिजन भी लगातार मांग कर रहे हैं कि जल्द ही स्कूल खोले जाएं, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो. अलीराजपुर जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि फिलहाल कक्षा 9 वीं से 12वीं तक तक के बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है. हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अलीराजपुर जिला आदिवासी बहुल जिला है. जिसके चलते यहां कम लोगों के पास एंड्रॉयड मोबाइल है. जिससे पढ़ाई नहीं हो पा रही है. वहीं उन्होंने बताया कि शासन ने सभी से सुझाव मांगे हैं कि स्कूल खोलने को लेकर क्या किया जाए. साथ ही कहा कि 31 जुलाई कर शासन इस बात पर निर्णय ले लेगा कि स्कूल किस तरह से खोले जाएं.