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MP Seat Scan Jobat: जोबट सीट पर कांग्रेस का वर्चस्व, बीजेपी दो और एक बार जीती सोशलिस्ट पार्टी, इस बार जनता किसे देगी मात - Jobat seat stronghold of Congress

जोबट विधानसभा सीट कांग्रेस से बाहर नहीं जाती है. बीजेपी को यहां से जीत के लिए 10 चुनाव तक इंतजार करना पड़ा था और 11वीं मिली जीत को 12वें चुनाव में कांग्रेस ने छीन लिया था, लेकिन अंतिम पांच चुनाव देखें तो मामला बीजेपी के पक्ष में दिखाई देता है, क्योंकि आखिरी चुनाव बीजेपी जीती है.

MP Seat Scan Jobat
एमपी सीट स्कैन जोबट
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 27, 2023, 3:23 PM IST

Updated : Nov 15, 2023, 9:43 AM IST

अलीराजपुर। एमपी में जोबट सीट पर पहली बार 1957 में चुनाव हुए. पहली बार ही कांग्रेस ने जीत दर्ज कराई और 2018 में भी कांग्रेस ही काबिज हुई, लेकिन तत्कालीन विधायक कलावती भूरिया के निधन के बाद यह सीट खाली हाे गई और बीजेपी ने उपचुनाव जीतकर सीट अपने कब्जे में कर ली. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें, तो जोबट विधानसभा में 260598 मतदाता थे, जिन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी कलावती भूरिया को 46067 वोट देकर जिताया था. जबकि बीजेपी उम्मीदवार माधोसिंह डावर को 44011 वोट हासिल मिले थे. यह चुनाव कांग्रेस 2056 वोटों से हार गई थी.

जोबट विधानसभा सीट से भाजपा ने इस बार विशाल रावत पर भरोसा जताया है, वहीं विशाल को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने महेश पटेल की पत्नी सेना महेश पटेल को चुनावी मैदन में उतारा है. देखते हैं 3 दिसंबर को किसके पक्ष में फैसला हौता है.

MP Seat Scan Jobat
जोबट के मतदाता

जोबट सीट का इतिहास: मध्य प्रदेश में मालवा क्षेत्र के अलीराजपुर जिले की जोबट विधानसभा क्षेत्र पर अब दोनों ही पार्टी की नजर है. यह अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व है. एमपी में तख्तापलट के बाद 22 सीटों पर उपचुनाव हुए थे, लेकिन इस सीट पर विधायक के निधन से उपचुनाव हुआ था. 2021 में हुए उपचुनाव में यहां से भाजपा की सुलोचना रावत विजयी हुईं और अभी भी यहां कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है. जोबट विधानसभा सीट वर्ष 1957 में अस्तित्व में आई थी. इस सीट पर 97 फीसदी वोटर्स आदिवासी समाज के हैं. इनमें भील, भिलाला और पटलिया यहां की प्रमुख जातियां हैं. इनमें से 40 फीसदी भील, 5 फीसदी पटलिया और 55 फीसदी भिलाल समुदाय के वोटर बताए जाते हैं. इस सीट पर भिलाला जाति के वोटर्स का दबदबा प्रारंभ से ही रहा है.

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जोबट सीट का रिपोर्ट कार्ड

जोबट विधानसभा का राजनीतिक इतिहास:

  1. 1957 के विधानसभा चुनाव में जोबट सीट से कांग्रेस की तरफ से गंगा प्रत्याशी थे. इन्हें 6248 वोट मिले और यह निर्दलीय प्रत्याशी भीमा से 1801 वोट से जीत गए.
  2. 1962 में जोबट विधानसभा सीट से सोशलिस्ट पार्टी के प्रत्याशी राय सिंह और स्वतंत्र पार्टी के गजराज सिंह प्रत्याशी थे. जीत मिली सोशलिस्ट पार्टी के राय सिंह को. उन्हें कुल 4078 वोट मिले और वे गजराज सिंह से 1162 वोट से जीत गए.
  3. 1967 के विधानसभा चुनाव में जोबट सीट से कांग्रेस ने अजमेर सिंह को और स्वतंत्र पार्टी ने एक बार फिर गजराज सिंह को प्रत्याशी बनाया. जीत मिली कांग्रेस के अजमेर सिंह को और उन्हें 5749 वोट मिले. उन्होंने गजराज सिंह को 506 वोट से हरा दिया.
  4. 1972 में जोबट विधान सभा सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने एक बार फिर अजमेरसिंह को उम्मीदवार बनाया और वे जीते व विधायक बने. उन्हें कुल 11286 वोट मिले. जबकि दूसरे नंबर पर भारतीय जनसंघ के प्रत्याशी गजराज सिंह रहे, जिन्हें कुल 7571 वोट मिले और वे 3715 वोटों से हार गए.
  5. 1977 के विधानसभा चुनाव में जोबट सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने फिर से अजमेर सिंह को उम्मीदवार बनाया और इस बार भी वे जीते व विधायक बने. उन्हें कुल 9947 वोट मिले. वहीं जनता पार्टी के उम्मीदवार रायसिंह राही को कुल 9647 वोट मिले और वे 300 वोटों से यह चुनाव हार गए.
  6. 1980 में जोबट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अमर सिंह को उम्मीदवार बनाया. वे जीते और इस सीट से विधायक बने. उन्हें कुल 10986 वोट मिले. जबकि दूसरे नंबर पर रहे जनता पार्टी (सेक्युलर) चौधरी चरण सिंह के प्रत्याशी मदन सिंह भवोर, जिन्हें कुल 3626 वोटों से संतोष करना पड़ा और वे 7360 वोटों से हार गए.
  7. 1985 के जोबट विधान सभा चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अजमेर सिंह को ही उम्मीदवार बनाया. अजमेर कांग्रेस की उम्मीदों पर खरे उतरे और जीतकर विधायक बने. उन्हें कुल 17160 वोट मिले. वहीं भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दूले सिंह को कुल 3970 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा और वे 13190 वोटों से हार गए.
  8. 1990 में जोबट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार अजमेर सिंह ही बनाए गए. जीते और विधायक बने. उन्हें कुल 20711 वोट मिले. वहीं जनता दल प्रत्याशी नारायण सिंह कुल 3619 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे और 17092 वोट के बड़े अंतर से हार गए.
  9. 1993 के विधानसभा चुनाव में जोबट सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार अजमेरसिंह फिर से जीते और विधायक बने. उन्हें कुल 26833 वोट हासिल हुए. भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी रेलम चौहान कुल 11166 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं और वे 15667 वोटों से चुनाव हार गई.
  10. 1998 में जोबट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सुलोचना रावत को उम्मीदवार बनाया. वे जीतीं और विधायक बनीं. उन्हें कुल 24094 वोट मिले. दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी माधो सिंह डावर रहे, जिन्हें कुल 11155 वोट मिले और वे 12939 वोटों से चुनाव हार गए.
  11. 2003 के विधानसभा चुनाव में जोबट सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार माधो सिंह जीते और विधायक बने. उन्हें कुल 39732 वोट मिले. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की उम्मीदवार सुलोचना रावत कुल 28397 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं. वह 11335 वोटों से हार गईं.
  12. 2008 में जोबट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की उम्मीदवार सुलुचना रावत की तीसरी बार टिकट दिया. वे जीती और विधायक बनीं. उन्हें कुल 35453 वोट मिले. जबकि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डावर माधो सिंह को कुल 30893 वोटों के साथ दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा और वे 4560 वोटों से हार गए.

यहां कुछ और सीट स्कैन पढ़ें...

MP Seat Scan Jobat
साल 2018 का रिजल्ट

2013 के विधानसभा चुनाव में जोबट सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार माधोसिंह डावर जीते और विधायक बने. उन्हें कुल 45793 वोट मिले. जबकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार विशाल रावत कुल 34742 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे और 11051 वोटों से हार गए.

2018 में जोबट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपनी उम्मीदवार बदली और कलावती भूरिया को टिकट दिया. वे जीती और विधायक बनीं. उन्हें कुल 46067 वोट मिले. वहीं भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार माधोसिंह डावर को कुल 44011 वोट मिले और वे 2056 वोटों से हार गए.

2021 में इस सीट पर उपचुनाव हुए और भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार सुलोचना रावत जीती.

अलीराजपुर। एमपी में जोबट सीट पर पहली बार 1957 में चुनाव हुए. पहली बार ही कांग्रेस ने जीत दर्ज कराई और 2018 में भी कांग्रेस ही काबिज हुई, लेकिन तत्कालीन विधायक कलावती भूरिया के निधन के बाद यह सीट खाली हाे गई और बीजेपी ने उपचुनाव जीतकर सीट अपने कब्जे में कर ली. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें, तो जोबट विधानसभा में 260598 मतदाता थे, जिन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी कलावती भूरिया को 46067 वोट देकर जिताया था. जबकि बीजेपी उम्मीदवार माधोसिंह डावर को 44011 वोट हासिल मिले थे. यह चुनाव कांग्रेस 2056 वोटों से हार गई थी.

जोबट विधानसभा सीट से भाजपा ने इस बार विशाल रावत पर भरोसा जताया है, वहीं विशाल को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने महेश पटेल की पत्नी सेना महेश पटेल को चुनावी मैदन में उतारा है. देखते हैं 3 दिसंबर को किसके पक्ष में फैसला हौता है.

MP Seat Scan Jobat
जोबट के मतदाता

जोबट सीट का इतिहास: मध्य प्रदेश में मालवा क्षेत्र के अलीराजपुर जिले की जोबट विधानसभा क्षेत्र पर अब दोनों ही पार्टी की नजर है. यह अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व है. एमपी में तख्तापलट के बाद 22 सीटों पर उपचुनाव हुए थे, लेकिन इस सीट पर विधायक के निधन से उपचुनाव हुआ था. 2021 में हुए उपचुनाव में यहां से भाजपा की सुलोचना रावत विजयी हुईं और अभी भी यहां कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है. जोबट विधानसभा सीट वर्ष 1957 में अस्तित्व में आई थी. इस सीट पर 97 फीसदी वोटर्स आदिवासी समाज के हैं. इनमें भील, भिलाला और पटलिया यहां की प्रमुख जातियां हैं. इनमें से 40 फीसदी भील, 5 फीसदी पटलिया और 55 फीसदी भिलाल समुदाय के वोटर बताए जाते हैं. इस सीट पर भिलाला जाति के वोटर्स का दबदबा प्रारंभ से ही रहा है.

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जोबट सीट का रिपोर्ट कार्ड

जोबट विधानसभा का राजनीतिक इतिहास:

  1. 1957 के विधानसभा चुनाव में जोबट सीट से कांग्रेस की तरफ से गंगा प्रत्याशी थे. इन्हें 6248 वोट मिले और यह निर्दलीय प्रत्याशी भीमा से 1801 वोट से जीत गए.
  2. 1962 में जोबट विधानसभा सीट से सोशलिस्ट पार्टी के प्रत्याशी राय सिंह और स्वतंत्र पार्टी के गजराज सिंह प्रत्याशी थे. जीत मिली सोशलिस्ट पार्टी के राय सिंह को. उन्हें कुल 4078 वोट मिले और वे गजराज सिंह से 1162 वोट से जीत गए.
  3. 1967 के विधानसभा चुनाव में जोबट सीट से कांग्रेस ने अजमेर सिंह को और स्वतंत्र पार्टी ने एक बार फिर गजराज सिंह को प्रत्याशी बनाया. जीत मिली कांग्रेस के अजमेर सिंह को और उन्हें 5749 वोट मिले. उन्होंने गजराज सिंह को 506 वोट से हरा दिया.
  4. 1972 में जोबट विधान सभा सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने एक बार फिर अजमेरसिंह को उम्मीदवार बनाया और वे जीते व विधायक बने. उन्हें कुल 11286 वोट मिले. जबकि दूसरे नंबर पर भारतीय जनसंघ के प्रत्याशी गजराज सिंह रहे, जिन्हें कुल 7571 वोट मिले और वे 3715 वोटों से हार गए.
  5. 1977 के विधानसभा चुनाव में जोबट सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने फिर से अजमेर सिंह को उम्मीदवार बनाया और इस बार भी वे जीते व विधायक बने. उन्हें कुल 9947 वोट मिले. वहीं जनता पार्टी के उम्मीदवार रायसिंह राही को कुल 9647 वोट मिले और वे 300 वोटों से यह चुनाव हार गए.
  6. 1980 में जोबट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अमर सिंह को उम्मीदवार बनाया. वे जीते और इस सीट से विधायक बने. उन्हें कुल 10986 वोट मिले. जबकि दूसरे नंबर पर रहे जनता पार्टी (सेक्युलर) चौधरी चरण सिंह के प्रत्याशी मदन सिंह भवोर, जिन्हें कुल 3626 वोटों से संतोष करना पड़ा और वे 7360 वोटों से हार गए.
  7. 1985 के जोबट विधान सभा चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अजमेर सिंह को ही उम्मीदवार बनाया. अजमेर कांग्रेस की उम्मीदों पर खरे उतरे और जीतकर विधायक बने. उन्हें कुल 17160 वोट मिले. वहीं भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दूले सिंह को कुल 3970 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा और वे 13190 वोटों से हार गए.
  8. 1990 में जोबट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार अजमेर सिंह ही बनाए गए. जीते और विधायक बने. उन्हें कुल 20711 वोट मिले. वहीं जनता दल प्रत्याशी नारायण सिंह कुल 3619 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे और 17092 वोट के बड़े अंतर से हार गए.
  9. 1993 के विधानसभा चुनाव में जोबट सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार अजमेरसिंह फिर से जीते और विधायक बने. उन्हें कुल 26833 वोट हासिल हुए. भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी रेलम चौहान कुल 11166 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं और वे 15667 वोटों से चुनाव हार गई.
  10. 1998 में जोबट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सुलोचना रावत को उम्मीदवार बनाया. वे जीतीं और विधायक बनीं. उन्हें कुल 24094 वोट मिले. दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी माधो सिंह डावर रहे, जिन्हें कुल 11155 वोट मिले और वे 12939 वोटों से चुनाव हार गए.
  11. 2003 के विधानसभा चुनाव में जोबट सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार माधो सिंह जीते और विधायक बने. उन्हें कुल 39732 वोट मिले. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की उम्मीदवार सुलोचना रावत कुल 28397 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं. वह 11335 वोटों से हार गईं.
  12. 2008 में जोबट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की उम्मीदवार सुलुचना रावत की तीसरी बार टिकट दिया. वे जीती और विधायक बनीं. उन्हें कुल 35453 वोट मिले. जबकि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डावर माधो सिंह को कुल 30893 वोटों के साथ दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा और वे 4560 वोटों से हार गए.

यहां कुछ और सीट स्कैन पढ़ें...

MP Seat Scan Jobat
साल 2018 का रिजल्ट

2013 के विधानसभा चुनाव में जोबट सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार माधोसिंह डावर जीते और विधायक बने. उन्हें कुल 45793 वोट मिले. जबकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार विशाल रावत कुल 34742 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे और 11051 वोटों से हार गए.

2018 में जोबट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपनी उम्मीदवार बदली और कलावती भूरिया को टिकट दिया. वे जीती और विधायक बनीं. उन्हें कुल 46067 वोट मिले. वहीं भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार माधोसिंह डावर को कुल 44011 वोट मिले और वे 2056 वोटों से हार गए.

2021 में इस सीट पर उपचुनाव हुए और भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार सुलोचना रावत जीती.

Last Updated : Nov 15, 2023, 9:43 AM IST
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