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खरीदी केंद्रों में कोरोना से बचाव की पूरी व्यवस्था, फिर भी कम आ रहे किसान

लॉकडाउन के बीच अनाज की खरीदी चालू कर दी गई है. लेकिन किसानों की फसलों की कटाई पूरी तरह से नही हो पाई है. जिसके चलते ज्यादातर किसान बिक्री करने नहीं जा पा रहे हैं. जबकि प्रशासन द्वारा किसानों को लगातार मैसेज आ रहे हैं और खरीदी केंद्रों में कोरोना से बचने के लिए पूरी व्यवस्था की गई है.

Farmers not coming to procurement centers in alirajpur
खरीदी केंद्रों में कम आ रहे किसान
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Published : Apr 24, 2020, 4:14 PM IST

अलीराजपुर। कोरोना वायरस से बचने के लिए किए गए लॉकडाउन के बीच अनाज की खरीदी चालू कर दी गई है. लेकिन किसानों की फसलों की कटाई पूरी तरह से नही हो पाई है. जिसके चलते ज्यादातर किसान बिक्री करने नहीं जा पा रहे है. जबकि किसानों को लगातार मैसेज आ रहे हैं.

खरीदी केंद्रों में कोरोना से बचाव की पूरी व्यवस्था,

दरअसल, जिले में गेहूं और चने की फसल अच्छी खासी हुई है. लेकिन कोरोना महामारी के कारण किसान की फसल देरी से कट रही हैं.वही जिला प्रशासन कोशिश कर रहा है कि किसान ज्यादा से ज्यादा अपनी फसल को बेचने आए. इसके लिए समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर सेनिटाइजर,हैंडवाश ओर साफ पीने के पानी के साथ अन्य व्यवस्थाएं की गई है, लेकिन कुछ ही किसान खरीदी केंद्रों में पहुच रहे हैं .

एक किसान ने बताया कि वे गेहूं बेचने के लिए पहले बाज़ार गया था. जहां गेहूं का भाव 15 से 17 सौ चल रहा है. उसके बाद वे समर्थन मूल्य केंद्र आए हैं, जहां उनको फसल का अच्छा दाम(1900रूपये प्रति क्विंटल) मिला.

वहीं समर्थन मूल्य केंद्रों के प्रभारियों का कहना है कि रोजाना किसानों को मैसेज भी किये जा रहे हैं. जिसके चलते कुछ किसान आ भी रहे हैं, लेकिन कई किसानों के अपनी फसल अभी निकाली नही है, इसलिए कम ही खरीदी हो पाई है.

अलीराजपुर। कोरोना वायरस से बचने के लिए किए गए लॉकडाउन के बीच अनाज की खरीदी चालू कर दी गई है. लेकिन किसानों की फसलों की कटाई पूरी तरह से नही हो पाई है. जिसके चलते ज्यादातर किसान बिक्री करने नहीं जा पा रहे है. जबकि किसानों को लगातार मैसेज आ रहे हैं.

खरीदी केंद्रों में कोरोना से बचाव की पूरी व्यवस्था,

दरअसल, जिले में गेहूं और चने की फसल अच्छी खासी हुई है. लेकिन कोरोना महामारी के कारण किसान की फसल देरी से कट रही हैं.वही जिला प्रशासन कोशिश कर रहा है कि किसान ज्यादा से ज्यादा अपनी फसल को बेचने आए. इसके लिए समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर सेनिटाइजर,हैंडवाश ओर साफ पीने के पानी के साथ अन्य व्यवस्थाएं की गई है, लेकिन कुछ ही किसान खरीदी केंद्रों में पहुच रहे हैं .

एक किसान ने बताया कि वे गेहूं बेचने के लिए पहले बाज़ार गया था. जहां गेहूं का भाव 15 से 17 सौ चल रहा है. उसके बाद वे समर्थन मूल्य केंद्र आए हैं, जहां उनको फसल का अच्छा दाम(1900रूपये प्रति क्विंटल) मिला.

वहीं समर्थन मूल्य केंद्रों के प्रभारियों का कहना है कि रोजाना किसानों को मैसेज भी किये जा रहे हैं. जिसके चलते कुछ किसान आ भी रहे हैं, लेकिन कई किसानों के अपनी फसल अभी निकाली नही है, इसलिए कम ही खरीदी हो पाई है.

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