आगर मालवा। बीते दिनों हुई आफत की बारिश के बाद जिले के सुसनेर के समीप मैना गांव के ग्रामीणों को अब मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल बारिश के चलते 25 से अधिक कच्चे मकान पूरी तरह से ढह गए हैं वहीं बारिश का पानी घरों में घुसने से ग्रामीणों के लाखों रूपये का नुकसान हो गया है. वहीं घरों के साथ आंगनबाड़ी केन्द्र में भी पानी घुसने से शासकीय सामान सहित शासकीय रिकॉर्ड पूरी तरह से नष्ट हो गया है. जिसके बाद ग्रामीण बारिश से हुए नुकसान के लिए शासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
दरअसल सुसनेर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मैना गांव के समीप से बहने वाले नाले का पानी गांव में घुस गया था जिसके चलते ग्राम पंचायत मैना के अंतर्गत आने वाले ग्राम बागरी का खेडा में दर्जनभर से अधिक कच्चे मकान धराशायी हो गए हैं.
गांव में आई बाढ़ के चलते 6 दिनों से बिजली की सप्लाई बंद है. वहीं गांव में लगे चार ट्रांसफरों में से एक पानी के बहाव में बह गया और तीन अन्य खराब हो गए हैं जिसके चलते दो से तीन लाख रूपये का नुकसान हो गया है . ग्रामीणों के अनुसार गांव में पहले कभी इस तरह की बारिश नहीं हुई थी यह पहली बार है जो इस तरह से बारिश हुई है.
बारिश के चलते ग्राम के प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय के पीछे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया जिससे यहां पढ़ने वाले बच्चों पर जान का खतरा मडरा रहा है. वहीं इस पर ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल का निर्माण गलत जगह में किया गया है जिसके चलते हर साल स्कूल में पानी घुस जाता है.