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आंकड़ों की बाजीगरीः मृतक महिला को लगाया कोविशिल्ड, दूसरी महिला को बिना वैक्सीन लगे ही जारी हो गया राजस्थान से सर्टिफिकेट - आगर न्यूज

आगर मालवा में सरकार के वैक्सीन अभियान के आंकड़ों को लेकर सवाल उठाए हैं. जिले में एक मृत महिला को कोरोना का सेकेंड डोज लगने का मामला सामने आया है. जबकि एक एमपी की महिला को बिना वैक्सीन लिए राजस्थान से सेकेंड डोज लगने का मैसेज आया है. पीड़ितों को कहना है कि सरकार ने वैक्सीनेशन के आंकड़ों में कुछ बाजीगरी की है.

vaccination
वैक्सीन
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Published : Sep 19, 2021, 10:28 AM IST

Updated : Sep 19, 2021, 11:43 AM IST

आगर मालवा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 71वां (Narendra Modi Birthday) जन्मदिन शुक्रवार को बड़ी धूमधाम से मनाया गया. ठीक इसी दिन टीकाकरण अभियान (Vaccination Campaign) के तहत 2 करोड़ से अधिक डोज लगाने का दावा किया गया. कोरोना के खिलाफ यह एक बड़ी उपलब्धि हो सकती है, इसमें कोई शक नहीं. मगर जब मृतक लोगों को ही टीके का डोज लगने का प्रमाण पत्र जारी हो जाए, तो तमाम तरह के सवाल खड़े होते हैं. आगर मालवा जिला में कुछ ऐसे ही मामले सामने आये हैं.

vaccination figure fraud
महिला की एक मई को हो गई थी मौत, 17 सितंबर को लग गया वैक्सीन.

पहली डोज के बाद कोरोना के चलते हो गया था निधन
जिला मुख्यालय में आशुतोष शर्मा अपनी मां विद्या शर्मा की यादों को सहेजने की कोशिश कर रहे हैं, कभी नजरें इस कागज पर जाती हैं, तो कभी उस कागज पर. विद्या शर्मा को 8 मार्च को कोविशिल्ड (Covishield Vaccine) का पहला डोज लगा था. जून के पहले सप्ताह में दूसरा डोज (Vaccine Second Dose) लगाया जाना था, लेकिन एक मई 2021 को कोरोना के चलते विद्या शर्मा का निधन हो गया.

death  certificate
महिला का डेथ सर्टिफिकेट.

चार महीने बाद आया वैक्सीन का मैसेज
अब करीब 4 महीने बाद 17 सितंबर को उनके पुत्र आशुतोष के मोबाइल पर मैसेज आता है कि विद्या शर्मा का कोविशिल्ड का दूसरा डोज 17 सितंबर को नगर पालिका टाउन हाल के वैक्सीनेशन सेंटर (Vaccination center Agar) में लगाया जा चुका है. आशुतोष ने वेबसाइट खंगाली तो वहां से कोविशिल्ड के दूसरे डोज का सर्टिफिकेट भी मिल गया. अब आशुतोष आंकड़ों की सरकारी बाजीगरी पर सवाल उठा रहे हैं.

vaccine certificate
मृतक महिला का वैक्सीन का सर्टिफिकेट.

मेरी माता का नाम विद्या शर्मा है. उन्हें मैंने कोरोना का पहला टीका 8 मार्च को आगर के सरकारी अस्पताल में लगवाया था. अप्रैल अंत में उनकी तबीयत खराब हुई और एक मई को कोरोना से उनका देहांत हो गया. 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस पर देश में टीकाकरण किया जा रहा था, तब मेरे मोबाइल पर मां को सेकेंड डोज देने का मैसेज आया. यही नहीं उसका सर्टिफिकेट भी डाउनलोड किया तो बाकायदा नाम जगह सब कुछ लिखा आ रहा था. यह दर्शाता है कि टीकाकरण के आंकड़ों में एक बड़ा खेल हुआ है. अधिकारियों पर प्रेशर बनाकर आंकड़े बढ़वाये गए हैं.

आशुतोष

एमपी की महिला को राजस्थान में लगा सेकेंड डोज
आगर के ही छावनी इलाके में रहने वाली 26 वर्षीय पिंकी वर्मा 8 जून को कोविशिल्ड का पहला डोज लगवा चुकी हैं और दूसरा डोज लगना अभी बाकी है. 17 सितंबर को अचानक से मोबाइल पर आए मैसेज देख कर वह चौंक गईं कि उनका वैक्सीनेशन का दूसरा डोज लग चुका है, वह भी राजस्थान के झालावाड़ जिले (vaccination in Rajashthan) के डग में स्थित टीकाकरण केंद्र पर. पिंकी आंकड़ों में गड़बड़ी का आरोप भी लगाती हैं.

vaccine fraud
पिंकी वर्मा को बिना वैक्सीन लगवाए आया मैसेज.

पीएम के जन्मदिन पर बना कोरोना टीकाकरण का नया रिकॉर्ड, जानिए प्रतिक्रियाएं

आंकड़े बढ़ने पर उठ रहे सवाल
दावा किया गया है कि मध्य प्रदेश में 80% वयस्क आबादी को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज (Vaccine First Dose) लगाने का लक्ष्य हासिल (Mp Government vaccination target) कर लिया है. शुक्रवार को ही देश में टीकाकरण के सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 2.23 करोड़ टीके लगाने का दावा भी हुआ. करीब ढाई महीने पहले ही मध्य प्रदेश टीकाकरण के मामले में देश में सातवें स्थान पर था, जो अब आंकड़ों के हिसाब से दूसरे स्थान पर आ गया है. जिस तरह के मामले सामने आ रहे हैं, उससे साफ होता है कि यह आंकड़े कैसे हासिल किए गए होंगे.

मुझे वैक्सीन की पहले डोज आठ जून को लगी थी और दूसरी डोज 84 दिन के बाद 7 सितंबर को लगने वाली थी. इस बीच मेरी तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसके चलते मैंने दूसरी डोज नहीं लगवाई. 17 सितंबर को अचानक मेरे पास मैसेज आया. मैसेज को देखकर मैं चौंक गई. मैसेज दूसरी डोज लगवाने का था. यही नहीं उसमें वैक्सीनेशन सेंटर राजस्थान के धालावाड़ जिला लिखा था. मुझे लगता है सरकार ने आंकड़े बढ़ाने के लिए मैसेज भेज दिए हैं.

पिंकी वर्मा

आगर मालवा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 71वां (Narendra Modi Birthday) जन्मदिन शुक्रवार को बड़ी धूमधाम से मनाया गया. ठीक इसी दिन टीकाकरण अभियान (Vaccination Campaign) के तहत 2 करोड़ से अधिक डोज लगाने का दावा किया गया. कोरोना के खिलाफ यह एक बड़ी उपलब्धि हो सकती है, इसमें कोई शक नहीं. मगर जब मृतक लोगों को ही टीके का डोज लगने का प्रमाण पत्र जारी हो जाए, तो तमाम तरह के सवाल खड़े होते हैं. आगर मालवा जिला में कुछ ऐसे ही मामले सामने आये हैं.

vaccination figure fraud
महिला की एक मई को हो गई थी मौत, 17 सितंबर को लग गया वैक्सीन.

पहली डोज के बाद कोरोना के चलते हो गया था निधन
जिला मुख्यालय में आशुतोष शर्मा अपनी मां विद्या शर्मा की यादों को सहेजने की कोशिश कर रहे हैं, कभी नजरें इस कागज पर जाती हैं, तो कभी उस कागज पर. विद्या शर्मा को 8 मार्च को कोविशिल्ड (Covishield Vaccine) का पहला डोज लगा था. जून के पहले सप्ताह में दूसरा डोज (Vaccine Second Dose) लगाया जाना था, लेकिन एक मई 2021 को कोरोना के चलते विद्या शर्मा का निधन हो गया.

death  certificate
महिला का डेथ सर्टिफिकेट.

चार महीने बाद आया वैक्सीन का मैसेज
अब करीब 4 महीने बाद 17 सितंबर को उनके पुत्र आशुतोष के मोबाइल पर मैसेज आता है कि विद्या शर्मा का कोविशिल्ड का दूसरा डोज 17 सितंबर को नगर पालिका टाउन हाल के वैक्सीनेशन सेंटर (Vaccination center Agar) में लगाया जा चुका है. आशुतोष ने वेबसाइट खंगाली तो वहां से कोविशिल्ड के दूसरे डोज का सर्टिफिकेट भी मिल गया. अब आशुतोष आंकड़ों की सरकारी बाजीगरी पर सवाल उठा रहे हैं.

vaccine certificate
मृतक महिला का वैक्सीन का सर्टिफिकेट.

मेरी माता का नाम विद्या शर्मा है. उन्हें मैंने कोरोना का पहला टीका 8 मार्च को आगर के सरकारी अस्पताल में लगवाया था. अप्रैल अंत में उनकी तबीयत खराब हुई और एक मई को कोरोना से उनका देहांत हो गया. 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस पर देश में टीकाकरण किया जा रहा था, तब मेरे मोबाइल पर मां को सेकेंड डोज देने का मैसेज आया. यही नहीं उसका सर्टिफिकेट भी डाउनलोड किया तो बाकायदा नाम जगह सब कुछ लिखा आ रहा था. यह दर्शाता है कि टीकाकरण के आंकड़ों में एक बड़ा खेल हुआ है. अधिकारियों पर प्रेशर बनाकर आंकड़े बढ़वाये गए हैं.

आशुतोष

एमपी की महिला को राजस्थान में लगा सेकेंड डोज
आगर के ही छावनी इलाके में रहने वाली 26 वर्षीय पिंकी वर्मा 8 जून को कोविशिल्ड का पहला डोज लगवा चुकी हैं और दूसरा डोज लगना अभी बाकी है. 17 सितंबर को अचानक से मोबाइल पर आए मैसेज देख कर वह चौंक गईं कि उनका वैक्सीनेशन का दूसरा डोज लग चुका है, वह भी राजस्थान के झालावाड़ जिले (vaccination in Rajashthan) के डग में स्थित टीकाकरण केंद्र पर. पिंकी आंकड़ों में गड़बड़ी का आरोप भी लगाती हैं.

vaccine fraud
पिंकी वर्मा को बिना वैक्सीन लगवाए आया मैसेज.

पीएम के जन्मदिन पर बना कोरोना टीकाकरण का नया रिकॉर्ड, जानिए प्रतिक्रियाएं

आंकड़े बढ़ने पर उठ रहे सवाल
दावा किया गया है कि मध्य प्रदेश में 80% वयस्क आबादी को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज (Vaccine First Dose) लगाने का लक्ष्य हासिल (Mp Government vaccination target) कर लिया है. शुक्रवार को ही देश में टीकाकरण के सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 2.23 करोड़ टीके लगाने का दावा भी हुआ. करीब ढाई महीने पहले ही मध्य प्रदेश टीकाकरण के मामले में देश में सातवें स्थान पर था, जो अब आंकड़ों के हिसाब से दूसरे स्थान पर आ गया है. जिस तरह के मामले सामने आ रहे हैं, उससे साफ होता है कि यह आंकड़े कैसे हासिल किए गए होंगे.

मुझे वैक्सीन की पहले डोज आठ जून को लगी थी और दूसरी डोज 84 दिन के बाद 7 सितंबर को लगने वाली थी. इस बीच मेरी तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसके चलते मैंने दूसरी डोज नहीं लगवाई. 17 सितंबर को अचानक मेरे पास मैसेज आया. मैसेज को देखकर मैं चौंक गई. मैसेज दूसरी डोज लगवाने का था. यही नहीं उसमें वैक्सीनेशन सेंटर राजस्थान के धालावाड़ जिला लिखा था. मुझे लगता है सरकार ने आंकड़े बढ़ाने के लिए मैसेज भेज दिए हैं.

पिंकी वर्मा

Last Updated : Sep 19, 2021, 11:43 AM IST
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