आगर मालवा। मानसून की दस्तक के बाद भी इंद्रदेव की नाराजगी दूर नहीं हुई है. बदरा की बेरुखी के चलते पानी की किल्लत अब भी बनी हुई है. बारिश नहीं होने से फसलें सूखने लगी हैं. किसान परेशान है, जिसके चलते तनोडिया के ग्रामीणों ने इंद्रदेव को मनाने के टोना-टोटका किया, टोटके के लिए लकड़ी का मूसल बनाकर गोराजी व कालाजी भगवान को आपस में लड़ाते हैं, ताकि अच्छी बारिश हो.
इंद्रदेव को मनाने के लिए ग्रामीणों ने देवताओं को लड़ाया, जल्द होगी खुशियों की बारिश
पानी की किल्लत से जूझ रहे तनोडिया गांव के लोगों ने इंद्रदेव को मनाने के लिए टोटके का सहारा लिया. उनको उम्मीद है कि इस टोटके से प्रसन्न होकर इंद्रदेव खुशियों की बारिश करेंगे.
पानी की किल्लत के चलते किया टोटका
आगर मालवा। मानसून की दस्तक के बाद भी इंद्रदेव की नाराजगी दूर नहीं हुई है. बदरा की बेरुखी के चलते पानी की किल्लत अब भी बनी हुई है. बारिश नहीं होने से फसलें सूखने लगी हैं. किसान परेशान है, जिसके चलते तनोडिया के ग्रामीणों ने इंद्रदेव को मनाने के टोना-टोटका किया, टोटके के लिए लकड़ी का मूसल बनाकर गोराजी व कालाजी भगवान को आपस में लड़ाते हैं, ताकि अच्छी बारिश हो.
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आगर मालवा
-- एक और देश के कई हिस्सों में बारिश ने लोगो का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर रखा है। बाढ़ जैसे हालात लोगो के लिए परेशानी का सबब बन गए है वही दूसरी और क्षेत्र में बारिश की लंबी खेंच से जिलेभर के लोग मायूस हो बैठे है। बारिश के इंतजार में हर पल आसमान की और टकटकी लगाए बैठते है कि काश काले बदरा आये और जमकर बरस पड़े हालांकि प्रतिदिन बारिश का मौसम तो बनता है लेकिन पानी की एक बूंद नही गिर रही है। बारिश के आगमन की आस को लेकर लोग कई प्रकार के टोटके भी कर रहे है। कुछ इसी प्रकार का टोटका ग्राम तनोडिया के लोगो ने किया। यहाँ ग्रामीणों ने प्रतीक स्वरूप कालाजी व गोराजी को आपस मे लड़ाकर जल्द हो अच्छी बारिश की कामना की। यहां लकड़ी की मूसली बनाकर भगवान को आपस मे लड़ाया गया ताकि अच्छी बारिश हो सके।Body:बता दे कि इस वर्ष अभी तक क्षेत्र में एक या दो बार ही बारिश हुई है इस बारिश के होने के बाद किसानों ने अपने खेतों में बोवनी भी कर दी है वही बारिश नही होने के चलते गर्मी व उमस से लोगो का जीना मुहाल हो गया है। बारिश के इंतजार में किसानों की बोई गई फसले खराब होने की कगार पर है। वही आमजन भी अब बारिश का इंतजार कर रहा है। हालांकि कुछ दिनों से बारिश का मौसम प्रतिदिन बनता है लेकिन बारिश होती नही है ऐसे में अब लोग बारिश के लिए पुराने टोटके कर रहे है। तनोडिया में ग्रामीणों लकड़ी की दो मुसलिया बना दी और उन्हें प्रतीक स्वरूप कालाजी व गोराजी भगवान का नाम दिया उसके बाद दोनों मुस्लियो को लटकाकर उनकी लड़ाई करवाई ताकि उनकी लड़ाई से इंद्र देवता प्रसन्न हो और बारिश करवा दे। बारिश के लिये किये गए इस टोटके को देखने के लिए लोगो की भीड़ लगी रही।Conclusion:गांव के कालूसिंह ने बताया कि बारिश के लिए यह पुरानी परम्परा है। यह टोटका करने के बाद निश्चित ही 3 दिन के अंदर बारिश हो जाती है।
आगर मालवा
-- एक और देश के कई हिस्सों में बारिश ने लोगो का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर रखा है। बाढ़ जैसे हालात लोगो के लिए परेशानी का सबब बन गए है वही दूसरी और क्षेत्र में बारिश की लंबी खेंच से जिलेभर के लोग मायूस हो बैठे है। बारिश के इंतजार में हर पल आसमान की और टकटकी लगाए बैठते है कि काश काले बदरा आये और जमकर बरस पड़े हालांकि प्रतिदिन बारिश का मौसम तो बनता है लेकिन पानी की एक बूंद नही गिर रही है। बारिश के आगमन की आस को लेकर लोग कई प्रकार के टोटके भी कर रहे है। कुछ इसी प्रकार का टोटका ग्राम तनोडिया के लोगो ने किया। यहाँ ग्रामीणों ने प्रतीक स्वरूप कालाजी व गोराजी को आपस मे लड़ाकर जल्द हो अच्छी बारिश की कामना की। यहां लकड़ी की मूसली बनाकर भगवान को आपस मे लड़ाया गया ताकि अच्छी बारिश हो सके।Body:बता दे कि इस वर्ष अभी तक क्षेत्र में एक या दो बार ही बारिश हुई है इस बारिश के होने के बाद किसानों ने अपने खेतों में बोवनी भी कर दी है वही बारिश नही होने के चलते गर्मी व उमस से लोगो का जीना मुहाल हो गया है। बारिश के इंतजार में किसानों की बोई गई फसले खराब होने की कगार पर है। वही आमजन भी अब बारिश का इंतजार कर रहा है। हालांकि कुछ दिनों से बारिश का मौसम प्रतिदिन बनता है लेकिन बारिश होती नही है ऐसे में अब लोग बारिश के लिए पुराने टोटके कर रहे है। तनोडिया में ग्रामीणों लकड़ी की दो मुसलिया बना दी और उन्हें प्रतीक स्वरूप कालाजी व गोराजी भगवान का नाम दिया उसके बाद दोनों मुस्लियो को लटकाकर उनकी लड़ाई करवाई ताकि उनकी लड़ाई से इंद्र देवता प्रसन्न हो और बारिश करवा दे। बारिश के लिये किये गए इस टोटके को देखने के लिए लोगो की भीड़ लगी रही।Conclusion:गांव के कालूसिंह ने बताया कि बारिश के लिए यह पुरानी परम्परा है। यह टोटका करने के बाद निश्चित ही 3 दिन के अंदर बारिश हो जाती है।