आगर। जिले के सुसनेर तहसील के ग्राम खैरीया में एक टेकरी पर एक गुफा का मुहाना मिलने के बाद शुक्रवार को इंदौर पुरातत्व विभाग पश्चिमी क्षेत्र की 4 सदस्यीय टीम ने निरीक्षण किया है. टीम में शामिल पुरातत्व विभाग के उपसंचालक एसआर वर्मा, टेक्निकल असिस्टेंट डॉक्टर डीपी पांडे, पुष्पेन्द्र रोकडे और फोटाेग्राफर अनिल जोशी ने नायब तहसीलदार देवेन्द्र धानगढ़ के साथ निरीक्षण किया है. जिसमें गुफा को एक जंगली जानवर के रहने का स्थल पाया गया है.
बता दें कि एलएनटी के द्वारा कुंडालिया बांध के पानी से सिंचाई के लिए खैरीया गांव की एक टेकरी पर गुफा निकलने का मामला सामने आया था. उसके बाद कंपनी द्वारा यहां पर किसी के भी आने जाने पर रोक लगा दी गई थी. साथ ही गुफा वाली जगह पर भी ब्लास्टिंग कर दी गई थी. जिसके कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया था, इस दौरान गुरूवार को तहसीलदार ओशीन विक्टर ने भी मौके का निरीक्षण किया था.
शुक्रवार को निरीक्षण के उपरांत पुरातत्व विभाग के उपंसचालक एसआर वर्मा ने मीडिया को बताया कि ग्राम खेरीया की टेकरी पर कोई गुफा नहीं है, वह किसी जंगली जानवर के रहने का स्थान है. जो की करीब 3 से 4 फीट का पाया गया है. घटनास्थल की सूक्ष्मता से जांच की गई है. मौके पर एसे कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं जो किसी व्यक्ति के द्वारा गुफा बनाने का प्रमाण देते हों. इसके जांच प्रतिवेदन को पुरातत्व विभाग भोपाल के प्रमुख सचिव को भेजा जाएगा.