आगर मालवा। ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने बड़ा बयान दिया है. सौभाग्य योजना को मध्य प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला बताते हुए उन्होंने कहा कि, इस योजना की डिंडौरी, सिंगरौली और मंडला जिले की जांच कराई गई है, जिसमें नियम बनाए गए थे कि, 2 लाख रुपये तक के काम बिना टेंडर के निकाले जाएं और जिसके तहत 2 लाख तक के दो-दो सौ ऑर्डर निकाले गए. जिसका उद्देश्य था कि, चहेतों को ऑर्डर दे दिया जाएं. प्रियव्रत सिंह ने कहा कि, इस योजना की अगर जांच कराई गई, तो प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला सामने आएगा.
मंत्री ने कहा कि, इस घोटाले में कनेक्शन बता दिए गए, लेकिन घरों में इलेक्ट्रिफिकेशन हुआ ही नहीं. एक गांव में घर तक केबल बिछाई ही नहीं गई और उसके बिल में खरीदी बता दी गई. छोटे-छोटे ऑर्डर बनाए गए, 2 लाख तक के ऑर्डर बनाये गए, ताकि अपने चहेतों को ऑर्डर बिना टेंडर के ही दिए जा सकें.
वहीं उन्होंने झाबुआ का एक मामला बताया, जहां एक घर में मीटर लगा, उसी घर में सौभाग्य योजना से दूसरा मीटर लग गया, जिसके चलते एक ही आदमी के घर पर दो बिल आने लगे. मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि, ये योजना बीजेपी के 15 साल के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला है.