आगर मालवा। जिले में सालों पहले घर-घर से गायों के लिए रोटी एकत्रित करने के लिए गोशाला का साइकिल वाहन चला करता था, जो समय के साथ खत्म हो गया. उसी प्रथा को पुनर्जीवित करते हुए आधुनिक तकनीक के साथ शहर के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक राठौर ने आज से रोटी वाहन का शुभारंभ किया, जो घर-घर जाकर गायों के लिए रोटियां एकत्रित कर रहा है. इस वाहन पर लगा लाउड स्पीकर लोगों से गाय के लिए रोटी देने की अपील भी कर रही है.
वाहन पर 'गौसेवा ही नारायण सेवा है' जैसे स्लोगन भी लगाए गए हैं. वाहन के जरिए घर-घर से एकत्रित की जा रही रोटियों को पुलिस थाना परिसर में मौजूद गायों को खिलाया जा रहा है. इस वाहन की शुरुआत सिंचाई विभाग स्थित श्री मनकामनेश्वर महादेव मंदिर में आज सुबह दीपक की दादी कंवरी बाई और उनकी मां पार्वती राठौर ने पूजा करके की, जिसने डाक बंगला क्षेत्र की छोटा जीन और हरिनगर कॉलोनी में भ्रमण कर घर-घर से गायों के लिए रोटियां जमा की.
ऐसे तैयार हुआ रोटी वाहन
दीपक ने बताया कि उन्होंने एक साइकिल ली और उसमें अपने दोस्त अमित शर्मा के सहयोग से दोनों तरफ लोहे की जालियों की डिक्किया बनवाई. साइकिल पर कलर किया और एक माइक लगाई. इस वाहन पर 'गौ सेवा ही नारायण सेवा है' के स्लोगन भी लिखे हुए हैं. दीपक ने बताया कि हर घर में रोटी बचती है, लेकिन लोग बची हुई रोटियों को कचरा वाहन में या नालियों में ही डाल देते हैं. ऐसे में उन रोटियों से गायों की भूख मिटाने के उदे्श्य से गाय की रोटी वाहन की शुरूआत की गई है, जो शहर में भ्रमण कर घर-घर से रोटियां एकत्रित कर रहा है.
दीपक ने न सिर्फ इस वाहन को अपने निजी खर्च से बनाया है, बल्कि घरों से रोटियां एकत्रित करने के लिए बकायदा एक हजार रुपए महीने में एक लड़के को इसे चलाने के लिए नियुक्त भी किया है.