ETV Bharat / state

गायों की भूख मिटाने के लिए रोटी वाहन का शुभारंभ - गायों की भूख

'गौसेवा ही नारायण सेवा है' इसी सोच के साथ शहर के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक राठौर ने आज से रोटी वाहन का शुभारंभ किया, जो शहरभर के घरों से रोटी इकठ्ठा करेगा और उसके बाद वे रोटियां गायों को खिलाई जाएंगी.

roti-vehicle-launched-in-susner-to-eradicate-the-hunger-of-cows-agar
रोटी वाहन का शुभारंभ
author img

By

Published : Feb 3, 2020, 2:24 PM IST

आगर मालवा। जिले में सालों पहले घर-घर से गायों के लिए रोटी एकत्रित करने के लिए गोशाला का साइकिल वाहन चला करता था, जो समय के साथ खत्म हो गया. उसी प्रथा को पुनर्जीवित करते हुए आधुनिक तकनीक के साथ शहर के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक राठौर ने आज से रोटी वाहन का शुभारंभ किया, जो घर-घर जाकर गायों के लिए रोटियां एकत्रित कर रहा है. इस वाहन पर लगा लाउड स्पीकर लोगों से गाय के लिए रोटी देने की अपील भी कर रही है.

रोटी वाहन का शुभारंभ

वाहन पर 'गौसेवा ही नारायण सेवा है' जैसे स्लोगन भी लगाए गए हैं. वाहन के जरिए घर-घर से एकत्रित की जा रही रोटियों को पुलिस थाना परिसर में मौजूद गायों को खिलाया जा रहा है. इस वाहन की शुरुआत सिंचाई विभाग स्थित श्री मनकामनेश्वर महादेव मंदिर में आज सुबह दीपक की दादी कंवरी बाई और उनकी मां पार्वती राठौर ने पूजा करके की, जिसने डाक बंगला क्षेत्र की छोटा जीन और हरिनगर कॉलोनी में भ्रमण कर घर-घर से गायों के लिए रोटियां जमा की.

ऐसे तैयार हुआ रोटी वाहन

दीपक ने बताया कि उन्होंने एक साइकिल ली और उसमें अपने दोस्त अमित शर्मा के सहयोग से दोनों तरफ लोहे की जालियों की डिक्किया बनवाई. साइकिल पर कलर किया और एक माइक लगाई. इस वाहन पर 'गौ सेवा ही नारायण सेवा है' के स्लोगन भी लिखे हुए हैं. दीपक ने बताया कि हर घर में रोटी बचती है, लेकिन लोग बची हुई रोटियों को कचरा वाहन में या नालियों में ही डाल देते हैं. ऐसे में उन रोटियों से गायों की भूख मिटाने के उदे्श्य से गाय की रोटी वाहन की शुरूआत की गई है, जो शहर में भ्रमण कर घर-घर से रोटियां एकत्रित कर रहा है.

दीपक ने न सिर्फ इस वाहन को अपने निजी खर्च से बनाया है, बल्कि घरों से रोटियां एकत्रित करने के लिए बकायदा एक हजार रुपए महीने में एक लड़के को इसे चलाने के लिए नियुक्त भी किया है.

आगर मालवा। जिले में सालों पहले घर-घर से गायों के लिए रोटी एकत्रित करने के लिए गोशाला का साइकिल वाहन चला करता था, जो समय के साथ खत्म हो गया. उसी प्रथा को पुनर्जीवित करते हुए आधुनिक तकनीक के साथ शहर के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक राठौर ने आज से रोटी वाहन का शुभारंभ किया, जो घर-घर जाकर गायों के लिए रोटियां एकत्रित कर रहा है. इस वाहन पर लगा लाउड स्पीकर लोगों से गाय के लिए रोटी देने की अपील भी कर रही है.

रोटी वाहन का शुभारंभ

वाहन पर 'गौसेवा ही नारायण सेवा है' जैसे स्लोगन भी लगाए गए हैं. वाहन के जरिए घर-घर से एकत्रित की जा रही रोटियों को पुलिस थाना परिसर में मौजूद गायों को खिलाया जा रहा है. इस वाहन की शुरुआत सिंचाई विभाग स्थित श्री मनकामनेश्वर महादेव मंदिर में आज सुबह दीपक की दादी कंवरी बाई और उनकी मां पार्वती राठौर ने पूजा करके की, जिसने डाक बंगला क्षेत्र की छोटा जीन और हरिनगर कॉलोनी में भ्रमण कर घर-घर से गायों के लिए रोटियां जमा की.

ऐसे तैयार हुआ रोटी वाहन

दीपक ने बताया कि उन्होंने एक साइकिल ली और उसमें अपने दोस्त अमित शर्मा के सहयोग से दोनों तरफ लोहे की जालियों की डिक्किया बनवाई. साइकिल पर कलर किया और एक माइक लगाई. इस वाहन पर 'गौ सेवा ही नारायण सेवा है' के स्लोगन भी लिखे हुए हैं. दीपक ने बताया कि हर घर में रोटी बचती है, लेकिन लोग बची हुई रोटियों को कचरा वाहन में या नालियों में ही डाल देते हैं. ऐसे में उन रोटियों से गायों की भूख मिटाने के उदे्श्य से गाय की रोटी वाहन की शुरूआत की गई है, जो शहर में भ्रमण कर घर-घर से रोटियां एकत्रित कर रहा है.

दीपक ने न सिर्फ इस वाहन को अपने निजी खर्च से बनाया है, बल्कि घरों से रोटियां एकत्रित करने के लिए बकायदा एक हजार रुपए महीने में एक लड़के को इसे चलाने के लिए नियुक्त भी किया है.

Intro:आगर मालवा- जिलें में सालो पहले घर-घर से गायों के लिए रोटी एकत्रित करने के लिए गोशाला का साईकिल वाहन चला करता था। जो कि समय के साथ विलुप्त हो गया। उसी को पुर्नजीवित करते हुएं आधुनिक तकनीक के साथ शहर के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक राठौर ने आज से रोटी वाहन का शुभारंभ किया। जो घर-घर जाकर के गायों के लिए रोटीयां एकत्रित कर रहा है। इस वाहन पर लगी चिलम नगरवासीयाें से गाय के लिए रोटी देने की अपील भी कर रही है। इस वाहन पर गो सेवा ही नारायण सेवा है जैसे स्लोगन भी लगाए गए है। वाहन के जरीये घर-घर से एकत्रित की जा रही रोटीयों को पुलिस थाना परिसर में माैजूद गायों को खिलाया जा रहा है।Body:इस वाहन की शुरूआत सिंचाई विभाग स्थित श्री मनकामनेश्वर महादेव मंदिर में आज सुबह दीपक की दादी कंवरी बाई और माताजी पार्वती राठौर ने पूजन करके की। जिसने डाक बंगला क्षेत्र की छोटा जीन व हरिनगर कालोनी में भ्रमण कर घर-घर से गायों के लिए रोटीयां एकत्रित की। इस अवसर पर लखन भावसार, राकेश बिकुन्दियां, कैलाशचंद राठौर मौजूद थे।

ऐसे तैयार हुआ रोटी वाहन

दीपक ने बताया उन्होने एक साईकिल ली, फिर उसे अपने मित्र अमित शर्मा के सहयोग से दोनो तरफ लोगो की जालियों की डिक्कीया बनवाई साईकिल पर कलर किया और एक चिलम के साथ माईक मशीन लगाई। इस वाहन पर गो सेवा ही नारायण सेवा है के स्लोगन भी लिखे हुएं है। वाहन पर छोटी-छोटी गईया, छोटो सो ग्वाल, जैसे भजन व रोटी को वाहन में डालने की अपील भी नगरवासीयाें से की जा रही है।Conclusion:दीपक ने बताया कि हर घर पर रोटी बचती है, लेकिन लोग बची हुई रोटीयों को कचरा वाहन में या नालियों में ही डाल देते है। ऐसे में उन रोटीयों से गायों की भूख मिटाने के उदे्श्य से गाय की रोटी वाहन की शुरूआत की है। जाे नगर में भ्रमण कर घर-घर से रोटीयां एकत्रित कर रहा है। दीपक ने न सिर्फ इस वाहन को अपने निजी खर्च से बनाया है बल्कि घरो से रोटीयां एकत्रित करने के लिए बकायदा 1 हजार रूपये महिने में एक लडके काे इसे चलाने के नियुक्त भी किया है।

विजुअल- मनकामनेश्वर मंदिर से पूजा करके शुरू किया गया वाहन।
रोटी डलते हुएं नगरवासी, गाय को रोटी खिलाते हुएं दीपक राठोर, पहले ही दिन घर-घर गृहणीयों ने डाली रोटी।
एकत्रित की गई रोटीयां, पुलिस थाना परिसर में एकत्रित की गई रोटीयां गायो को खिलाते हुएं, वाहन पर लगी चिलम करती है रोटी के लिए प्रचार व रोटी वाहन।

बाईट- दीपक राठौर, सामाजिक कार्यकर्ता, जिन्होने रोटी वाहन को तेयार किया है।
बाईट- सीमा चौहान, गृहणी सुसनेर।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.