आगर-मालवा। महाशिवरात्रि को लेकर तैयारियां शुरु हो गई हैं. वहीं सुसनेर से करीब 7 किलोमीटर दूर ग्राम मोरूखेड़ी में नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर स्थित है. जिसकी स्थापना इंदौर रियासत की महारानी देवी आहिल्याबाई ने की थी. जहां महाशिवरात्रि महोत्सव को लेकर तैयारियां शुरु कर दी गई हैं.
18 लाख की लागत से हुआ है मंदिर का जीर्णोद्धार
इस मंदिर का जीर्णोद्धार पूर्व विधायक संतोष जोशी के प्रयासों से हुआ है. जिसके लिए पर्यटन विभाग ने 18 लाख की राशि स्वीकृत की थी. जीर्णोद्धार के बाद मंदिर ने एक नया रूप ले लिया है. मंदिर में धर्मशाला का निर्माण भी कराया गया है, जहां श्रद्धालु अपने परिवार के साथ पिकनिक जैसे आयोजन भी करते हैं.
15 सालों से दे रहे हैं मंदिर में निःशुल्क सेवा
अतिप्राचीन इस मंदिर में ग्राम आकली और लटुरी गुर्जर के मोहनलाल के साथ चार अन्य व्यक्ति विगत 15 सालों से निःशुल्क सेवा दे रहे हैं. वे मंदिर में आने- जाने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने और भोजन पानी की सेवा में सहायता करते हैं. वहीं मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा भी इन्होंने ले रखा है.
आस्था जगाने वाले गुरूजी की लगी है प्रतिमा
इस मंदिर के प्रति क्षेत्रवासियों में आस्था जगाने वाले गुरूजी चतुर्भुज दीक्षित की प्रतिमा मंदिर परिसर में लगी हुई है. 1992 में गुरूजी का मंदिर में आगमन हुआ था. उस समय मंदिर जीर्णशीर्ण हालत में था. गुरूजी ने आसपास के सभी गांवों में भ्रमण कर मंदिर के प्रति गहरी आस्था जगाई. महाशिवरात्रि पर होने वाले आयोजन को लेकर यहां तैयारियां की जा रही हैं. इसी के तहत प्रतिदिन सुबह के समय महारूद्राभिषेक किया जा रहा है. यह मंदिर प्राकृतिक वातावरण के बीच स्थित होने के कारण श्रद्धालुओं के लिए पिकनिक स्पॉट भी बना हुआ है.