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मानवता की मिसाल: मुस्लिम युवकों ने किया हिंदू व्यक्ति का अंतिम संस्कार

आगर-मालवा में कुछ मुस्लिम युवकों ने इंसानियत की ऐसी ही मिसाल पेश की है. इन युवकों ने आगे आकर एक हिंदू व्यक्ति का पूरे रिती रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया.

मानवता की मिसाल
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Published : May 26, 2021, 10:43 PM IST

आगर-मालवा। एक तरफ जहां लोग धर्म और जात-पात के नाम पर माहौल खराब करने में उतारु रहते हैं, वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोगों की तादात भी कम नहीं है जो इंसानियत को धर्म मानकर, हमेशा ही समाज की सेवा के काम में लगे रहते हैं. आगर-मालवा में कुछ मुस्लिम युवकों ने इंसानियत की ऐसी ही मिसाल पेश की है. इन युवकों ने आगे आकर एक हिंदू व्यक्ति का पूरे रिती रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया.

मानवता की मिसाल

मुस्लिमों युवकों ने उठाया जिम्मा

आगर के अर्जुन नगर कॉलोनी में रहने वाला राजा नाम का शख्स पापड़ बेचकर अपना गुजर बसर करता था. राजा पिछले 15 सालों से अपने परिवार के साथ आगर में ही रह रहा था. बुधवार को अचानक पेट दर्द के बाद राजा को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. राजा के घर में पत्नी के अलावा दो बेटियां और एक छोटा बेटा था. राजा का पूरा परिवार तमिलनाडु में रहता है ऐसे में उसका अंतिम संस्कार करने के लिए कोई नहीं था. इसके बाद परिवार की मदद के लिए ये मुस्लिम युवक आगे आए.

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हिंदू रिती रिवाज से किया अंतिम संस्कार

मुस्लिम युवकों ने शहर के सामाजिक कार्यकर्ता की मदद से अंतिम संस्कार का सारा सामान खरीदा. इसके बाद शव वाहन के जरिए राजा के शव को उसके घर से श्मशान घाट तक पहुंचाया. मोक्ष वाहन चलाने के लिए चालक नहीं मिला तो मुस्लिम युवक ने मोक्ष वाहन भी चलाया. इसके बाद श्मशान घाट में पूरे रिती रिवाज के साथ मुस्लिम युवकों ने राजा के बेटे से अंतिम संस्कार करवाया.

आगर-मालवा। एक तरफ जहां लोग धर्म और जात-पात के नाम पर माहौल खराब करने में उतारु रहते हैं, वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोगों की तादात भी कम नहीं है जो इंसानियत को धर्म मानकर, हमेशा ही समाज की सेवा के काम में लगे रहते हैं. आगर-मालवा में कुछ मुस्लिम युवकों ने इंसानियत की ऐसी ही मिसाल पेश की है. इन युवकों ने आगे आकर एक हिंदू व्यक्ति का पूरे रिती रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया.

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मुस्लिमों युवकों ने उठाया जिम्मा

आगर के अर्जुन नगर कॉलोनी में रहने वाला राजा नाम का शख्स पापड़ बेचकर अपना गुजर बसर करता था. राजा पिछले 15 सालों से अपने परिवार के साथ आगर में ही रह रहा था. बुधवार को अचानक पेट दर्द के बाद राजा को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. राजा के घर में पत्नी के अलावा दो बेटियां और एक छोटा बेटा था. राजा का पूरा परिवार तमिलनाडु में रहता है ऐसे में उसका अंतिम संस्कार करने के लिए कोई नहीं था. इसके बाद परिवार की मदद के लिए ये मुस्लिम युवक आगे आए.

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हिंदू रिती रिवाज से किया अंतिम संस्कार

मुस्लिम युवकों ने शहर के सामाजिक कार्यकर्ता की मदद से अंतिम संस्कार का सारा सामान खरीदा. इसके बाद शव वाहन के जरिए राजा के शव को उसके घर से श्मशान घाट तक पहुंचाया. मोक्ष वाहन चलाने के लिए चालक नहीं मिला तो मुस्लिम युवक ने मोक्ष वाहन भी चलाया. इसके बाद श्मशान घाट में पूरे रिती रिवाज के साथ मुस्लिम युवकों ने राजा के बेटे से अंतिम संस्कार करवाया.

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