आगर मालवा। महामारी के इस दौर में कई लोग गलत तरीके से आपदा में अवसर ढूंढ रहे हैं. तो कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें अवसर की तलाश तो है, लेकिन उसके लिए वह अपने नैतिक मूल्यों से बिलकुल समझौता नहीं करते. आगर मालवा के व्यवसायी अनिल जैन ने ऐसी ही एक मिसाल पेश की है. दरअसल, व्यापारी अनिल जैन के पास एक किसान ने 18 तोले सोने के आभूषण रखे थे. जिसके बार में किसी को जानकारी नहीं थी, यहां तक की किसान के परिवार वाले तक इससे बेखबर थे. इस बीच किसान की मृत्यु हो गई, वहीं जैसे ही इसकी खबर व्यापारी को लगी तो वह फौरन किसान के सोने के आभूषण लेकर निकल पड़ा. और उसे परिवार वालों को सौंप दिया. जिसके बाद हर कोई व्यापारी की ईमानदारी की सराहना कर रहा है.
दरअसल, सुसनेर के शुक्रवारिया बाजार पुराने थाने के सामने किराना व्यापारी अनिल जैन के पास ग्राम बायरा के एक किसान कालू सिंह ने 18 तोले सोने के रकम नामक आभूषण रखे थे. व्यापारी ने बताया कि किसान और व्यापारी के बीच लंबे समय से लेनदेन भी चलता था. और करीब तीन महीने पहले ही मृत किसान ने अमानत के तौर पर यह रकम उसके पास रखे थे. जिसकी कीमत करीब 10 लाख रुपए है. वहीं किसान की अचानक किसी बीमारी के चलते मौत हो गई थी.
बाद में जब किसान की मृत्यु की खबर अनिल जैन को लगी तो उन्होंने निश्चय किया कि वह यह सोने की रकम किसान के परिजनों को वापस लौटा देंगे. इसके बाद अनिल जैन फौरन ग्राम बायरा की ओर निकल पड़े. जहां उन्होंने मृतक की पत्नी को 18 तोले सोने की रकम वापिस दे दी.
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पति की मृत्यु होने पर अपने बच्चों की चिंता में डूबी किसान की पत्नी को जब इतनी बड़ी रकम मिली, तो उनका खुशी का ठिकाना नहीं रहा. जिसके बाद उसने नम आंखों से अपने पति को याद कर अनिल जैन की ईमानदारी की तारीफ की. परिजनों ने बताया कि इतनी बड़ी रकम यहां रखी होने की उन्हें कोई जानकारी नहीं थी. किराना व्यवसायी अनिल जैन के इस ईमानदारी पूर्ण कार्य को लेकर लोगों ने भी उनकी जमकर तारीफ की. वहीं 10 लाख रुपए के सोने की रकम लौटाकर व्यापारी अनिल जैन ने ईमानदारी की अनूठी मिसाल भी पेश की है.