आगर। मध्यप्रदेश के मेघवाल समाज की बेहद पुरानी मांग मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूरी कर दी. अब पूरे प्रदेश में जाति प्रमाण पत्र पर जाति वाले कॉलम में चमार की जगह मेघवाल लिखा जाएगा, मुख्यमंत्री की इस पहल के बाद प्रदेश मेघवाल समाज खुश है.
मध्यप्रदेश सरकार ने आदेश जारी किया है कि राजस्व अभिलेख में चमार जाति अंकित है, वह मेघवाल जाति का प्रमाण पत्र जारी करने का आवेदन करता है और सक्षम अधिकारी जांच उपरांत ये पाता है कि सम्बंधित व्यक्ति मेघवाल जाति का है तो उसे मेघवाल जाति का जाति प्रमाण पत्र जारी किया जा सकता है.
मेघवाल समाज प्रतिनिधि मंडल और सुसनेर विधायक विक्रम सिंह राणा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए जाति प्रमाण पत्र में मेघवाल लिखे जाने की मांग की थी. जिसके बाद ये आदेश जारी किया गया है.
1996 के बाद से चमार जाति के लोगों ने अपने शासकीय दस्तावेजों, भवन, भूमि, बच्चों के स्कूल में नाम, अन्य दस्तावेजों में चमार जाति के स्थान पर मेघवाल जाति लिखना शुरू कर दिया था, लेकिन जाति प्रमाण पत्रों के मिलने में परेशानियां आ रही थी. जिसके चलते मेघवाल समाज लम्बे समय से इसकी मांग कर रहा था.