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बेहाल अस्पताल ! इलाज तो दूर, पीने के पानी के लिए तरस रहे मरीज

आगर जिले के सुसनेर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अव्यवस्थाओं का घर बन गया है. यहां मरीजों के लिए पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं है और न ही परिसर में साफ सफाई रहती है.

Drinking water is not available for patients in Susner Health Center agar malwa
सुसनेर स्वास्थ्य केन्द्र बना व्यवस्थाओं का घर
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Published : Feb 17, 2020, 1:31 PM IST

Updated : Feb 17, 2020, 1:41 PM IST

आगर मालवा। सुसनेर स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों को पीने का पानी तक नसीब नहीं हो रहा है. वहीं इलाज के लिए लंबी लाइन में लगकर घंटों परेशान होना पड़ रहा है. डॉक्टरों की कमी से जूझते इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में वाटर कूलर बंद होने के कारण मरीजों को बाहर से पानी लाना पड़ रहा है. अस्पताल के बाहर लगी जिस पेयजल टंकी से मरीज और उनके परिजन पानी पी रहे हैं उसकी सफाई कब होती है ये किसी को पता नहीं है. ऐसे में अस्पताल आने वाले मरीज दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.

इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को बीते दिनों भले ही शासन ने सिविल अस्पताल बनाने की घोषणा कर दी हो, पर अस्पताल में मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा जैसी सुविधाएं मिलना तो दूर पीने के पानी जैसी सुविधा भी नहीं मिल रही हैं.

सुसनेर स्वास्थ्य केन्द्र बना व्यवस्थाओं का घर

प्रसूति वार्ड में सबसे ज्यादा अव्यवस्थाएं

इस स्वास्थ्य केन्द्र में सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना अस्पताल में भर्ती प्रसुताओं को करना पड़ रहा है. इस वार्ड में महिलाओं को मिलने वाली कोई भी जरूरी सुविधा उपलब्ध नहीं है वो चाहे पानी हो या सफाई. यहां पानी की व्यवस्था बनाने के लिए लोगों द्वारा जब भी जिम्मेदारों को कहा जाता है तो वे मरीजों और परिजनों को डॉक्टर और स्टाफ के लोग फटकार तक लगा देते हैं.

गंदा पानी पीने को मजबूर लोग

अस्पताल परिसर में मुख्य द्वार पर रखी नगर परिषद की पेयजल टंकी जिसकी सफाई सालों से नहीं की गई है, यहां आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को मजबूर होकर इसका खराब पानी पीना पड़ता है. इस जगह की जो स्थिति है उससे यहां लिखा होना चाहिए कि यह पानी गंदा है किन्तु अस्पताल प्रशासन की उदासीनता साफ नजर आ रही है.

मरीजों ने बताई अपनी परेशानी

मरीजों के परिजनों का कहना है कि 'अस्पताल में ठंडा पानी तो दूर पीने तक के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है. अस्पताल में शौचालय भी बहुत गंदे हैं. वहां फैली गंदगी के कारण मच्छर भी हो रहे हैं, लेकिन इस तरफ किसी का कोई ध्यान नहीं है. इस बारे में बीएमओ कुलदीप सिंह राठौर का कहना है कि पानी की व्यवस्था के लिए जल्द ही दो वाटर कूलर लगवाए जा रहे हैं. वहीं जो हैंडपंप खराब हैं उसे सुधारा जाएगा.

एक और तो अस्पताल के भर्ती वार्ड में कबाड़ भर कर ताला लगा दिया गया है और दूसरी तरफ इस वजह से पुरूष वार्ड के भरे होने पर बरामदें में भी मरीजों को बोतलें चढ़ाई जा रही हैं. इस पर एसडीएम मनीष जैन का कहना है कि 25 फरवरी को वे जिला चिकित्सा अधिकारी के साथ स्वास्थ्य विभाग और रोगी कल्याण समिति की बैठक लेकर के सुविधाओं में सुधार करने का प्रयास करेंगे.

आगर मालवा। सुसनेर स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों को पीने का पानी तक नसीब नहीं हो रहा है. वहीं इलाज के लिए लंबी लाइन में लगकर घंटों परेशान होना पड़ रहा है. डॉक्टरों की कमी से जूझते इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में वाटर कूलर बंद होने के कारण मरीजों को बाहर से पानी लाना पड़ रहा है. अस्पताल के बाहर लगी जिस पेयजल टंकी से मरीज और उनके परिजन पानी पी रहे हैं उसकी सफाई कब होती है ये किसी को पता नहीं है. ऐसे में अस्पताल आने वाले मरीज दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.

इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को बीते दिनों भले ही शासन ने सिविल अस्पताल बनाने की घोषणा कर दी हो, पर अस्पताल में मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा जैसी सुविधाएं मिलना तो दूर पीने के पानी जैसी सुविधा भी नहीं मिल रही हैं.

सुसनेर स्वास्थ्य केन्द्र बना व्यवस्थाओं का घर

प्रसूति वार्ड में सबसे ज्यादा अव्यवस्थाएं

इस स्वास्थ्य केन्द्र में सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना अस्पताल में भर्ती प्रसुताओं को करना पड़ रहा है. इस वार्ड में महिलाओं को मिलने वाली कोई भी जरूरी सुविधा उपलब्ध नहीं है वो चाहे पानी हो या सफाई. यहां पानी की व्यवस्था बनाने के लिए लोगों द्वारा जब भी जिम्मेदारों को कहा जाता है तो वे मरीजों और परिजनों को डॉक्टर और स्टाफ के लोग फटकार तक लगा देते हैं.

गंदा पानी पीने को मजबूर लोग

अस्पताल परिसर में मुख्य द्वार पर रखी नगर परिषद की पेयजल टंकी जिसकी सफाई सालों से नहीं की गई है, यहां आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को मजबूर होकर इसका खराब पानी पीना पड़ता है. इस जगह की जो स्थिति है उससे यहां लिखा होना चाहिए कि यह पानी गंदा है किन्तु अस्पताल प्रशासन की उदासीनता साफ नजर आ रही है.

मरीजों ने बताई अपनी परेशानी

मरीजों के परिजनों का कहना है कि 'अस्पताल में ठंडा पानी तो दूर पीने तक के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है. अस्पताल में शौचालय भी बहुत गंदे हैं. वहां फैली गंदगी के कारण मच्छर भी हो रहे हैं, लेकिन इस तरफ किसी का कोई ध्यान नहीं है. इस बारे में बीएमओ कुलदीप सिंह राठौर का कहना है कि पानी की व्यवस्था के लिए जल्द ही दो वाटर कूलर लगवाए जा रहे हैं. वहीं जो हैंडपंप खराब हैं उसे सुधारा जाएगा.

एक और तो अस्पताल के भर्ती वार्ड में कबाड़ भर कर ताला लगा दिया गया है और दूसरी तरफ इस वजह से पुरूष वार्ड के भरे होने पर बरामदें में भी मरीजों को बोतलें चढ़ाई जा रही हैं. इस पर एसडीएम मनीष जैन का कहना है कि 25 फरवरी को वे जिला चिकित्सा अधिकारी के साथ स्वास्थ्य विभाग और रोगी कल्याण समिति की बैठक लेकर के सुविधाओं में सुधार करने का प्रयास करेंगे.

Last Updated : Feb 17, 2020, 1:41 PM IST
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