आगर। सरकार अच्छी सड़कों के भले ही कितने वादे करे लेकिन राष्ट्रीय राजमार्गों की हालत बद से बदतर है. जिसके चलते यहां पर रोज दुर्घटनाएं हो रही हैं. बावजूद इसके प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है. हालत यह है कि इंदौर-कोटा राजमार्ग पर उज्जैन से चंवली के बीच ही लोगों की रोजाना मौत हो रही है. ऐसे में वाहन चालको को जान हथेली पर रखकर सफर तय करने को मजबूर हैं
राष्ट्रीय राजमार्ग का करीब 90 किलोमीटर का हिस्सा आगर जिलें से होकर गुजरता है. जिसकी हालत ये है कि कई जगहों पर दो-दो फीट गहरे गड्ढे हो चुके हैं. वहीं इस मार्ग पर बनी पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, जो दुर्घटनाओं का कारण बन रहीं हैं. इसके अलावा पूरी सड़क पर कही भी सड़क पर कोई सांकेतिक बोर्ड भी नहीं लगा है. जिसके चलते मार्ग पर चलने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
राजमार्ग पर हो रहे गड्ढो को भरने के लिए शासन ने विज्ञप्ति जारी कर 19 करोड़ रूपये की राशि जारी की थी लेकिन वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ गया. सड़क पर सिवाय गिट्टी कंकर-पत्थर के कुछ नहीं मिलता. जबकि जिम्मेदार सड़क की इस स्थिति को अतिवृष्टि का कारण बताकर पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं.