ETV Bharat / state

कहीं खाली मिली 'बेटी की पेटी' तो कहीं शिकायतों का लगा अंबार, अधिकारियों के सामने खुला पिटारा - आगर-मालवा न्यूज

आगर-मालवा में कलेक्टर की पहल पर चालू की गई बेटी की पेटी योजना के अंतर्गत छात्रावासों में लगाई गई पेटियों को सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में खोला गया, कहीं पेटियों में कुछ आवेदन मिले तो कहीं पेटियां खाली मिलीं.

Daughter's box opened in hostels
खाली मिली बेटी की पेटी
author img

By

Published : Jan 13, 2020, 6:00 PM IST

आगर-मालवा। कलेक्टर की पहल पर चालू की गई बेटी की पेटी योजना के अंतर्गत छात्रावासों में लगाई गई पेटियों को सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में खोला गया, कहीं पेटियों में कुछ आवेदन मिले तो कहीं पेटियां खाली मिलीं. पेटियों में जो आवेदन मिले हैं, उनको कलेक्टर के सुपुर्द किया जाएगा और कलेक्टर इन आवेदनों पर जरूरी कार्रवाई करेंगे.

खाली मिली बेटी की पेटी

तीन माह पहले कलेक्टर संजय कुमार ने बेटी की पेटी योजना की शुरुआत की थी, इसके अंतर्गत जिले के सभी छात्रावासों के साथ ही स्कूलों और अन्य प्रमुख स्थानों पर ये पेटी रखी गई थी. जिसको प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में खोलने का निर्णय हुआ. सभी पेटियों के ताले की चाबियां भी प्रशासनिक अधिकारियों के पास थी, सोमवार को छात्रवासों की पेटियां राजस्व निरीक्षक के साथ ही आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में खोली गईं.

स्कूली छात्राओं और महिलाओं को ऐसी परेशानियां जो वे अपने परिजनों और पुलिस प्रशासन को नहीं बता पाती हैं. उन्हीं की परेशानियों को जानने और उनका निराकरण करने के लिए बेटी की पेटी योजना को कलेक्टर ने शुरू की है. राजस्व निरीक्षक मनीष सिंह ने बताया कि छात्रावासों में रखी गई बेटी की पेटी खोली गई है, कुछ जगह पेटियां खाली मिली हैं, जबकि कुछ में आवेदन मिले हैं.

आगर-मालवा। कलेक्टर की पहल पर चालू की गई बेटी की पेटी योजना के अंतर्गत छात्रावासों में लगाई गई पेटियों को सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में खोला गया, कहीं पेटियों में कुछ आवेदन मिले तो कहीं पेटियां खाली मिलीं. पेटियों में जो आवेदन मिले हैं, उनको कलेक्टर के सुपुर्द किया जाएगा और कलेक्टर इन आवेदनों पर जरूरी कार्रवाई करेंगे.

खाली मिली बेटी की पेटी

तीन माह पहले कलेक्टर संजय कुमार ने बेटी की पेटी योजना की शुरुआत की थी, इसके अंतर्गत जिले के सभी छात्रावासों के साथ ही स्कूलों और अन्य प्रमुख स्थानों पर ये पेटी रखी गई थी. जिसको प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में खोलने का निर्णय हुआ. सभी पेटियों के ताले की चाबियां भी प्रशासनिक अधिकारियों के पास थी, सोमवार को छात्रवासों की पेटियां राजस्व निरीक्षक के साथ ही आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में खोली गईं.

स्कूली छात्राओं और महिलाओं को ऐसी परेशानियां जो वे अपने परिजनों और पुलिस प्रशासन को नहीं बता पाती हैं. उन्हीं की परेशानियों को जानने और उनका निराकरण करने के लिए बेटी की पेटी योजना को कलेक्टर ने शुरू की है. राजस्व निरीक्षक मनीष सिंह ने बताया कि छात्रावासों में रखी गई बेटी की पेटी खोली गई है, कुछ जगह पेटियां खाली मिली हैं, जबकि कुछ में आवेदन मिले हैं.

Intro:आगर मालवा
-- कलेक्टर की पहल पर जिले में चालू की गई बेटी की पेटी योजना के अंतर्गत छात्रावासों में लगाई गई पेटियों को सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में खोला गया कहीं पेटियों में कुछ आवेदन मिले तो कहीं पेटियां खाली मिली पेटियों में जो आवेदन मिले हैं उनको कलेक्टर के सुपुर्द किया जाएगा कलेक्टर द्वारा इन आवेदनों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।


Body:बता 3 माह पूर्व कलेक्टर संजय कुमार ने बेटी की पेटी योजना की शुरुआत की थी इसके अंतर्गत जिले के सभी छात्रावासों के साथ ही स्कूलों व अन्य प्रमुख स्थानों पर ये पेटी स्थापित की गई थी। वही इन पेटियों को प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में खोलने का निर्णय हुवा। वही सभी पेटियों के ताले की चाबियां भी प्रशासनिक अधिकारियों के पास ही थी। सोमवार को छात्रवासों की पेटिया राजस्व निरीक्षक के साथ ही आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में खोली गई।
बता दे कि स्कूली छात्राओं व महिलाओं को आने वाली ऐसी परेशानियां जो वे अपने परिजनों व पुलिस व प्रशासन को नही बता पाती है उन्ही की परेशानियों को जानने व उनका निराकरण करने के लिए बेटी की पेटी योजना कलेक्टर द्वारा आरम्भ की गई थी।


Conclusion:राजस्व निरीक्षक मनीष सिंह ने बताया कि छात्रावासों में रखी गई बेटी की पेटी खोली गई है कुछ जगह पेटियां खाली मिली है वही कुछ में आवेदन मिले है आवेदन कलेक्टर के सुपुर्द किये जायेंगे।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.