आगर-मालवा। कलेक्टर की पहल पर चालू की गई बेटी की पेटी योजना के अंतर्गत छात्रावासों में लगाई गई पेटियों को सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में खोला गया, कहीं पेटियों में कुछ आवेदन मिले तो कहीं पेटियां खाली मिलीं. पेटियों में जो आवेदन मिले हैं, उनको कलेक्टर के सुपुर्द किया जाएगा और कलेक्टर इन आवेदनों पर जरूरी कार्रवाई करेंगे.
तीन माह पहले कलेक्टर संजय कुमार ने बेटी की पेटी योजना की शुरुआत की थी, इसके अंतर्गत जिले के सभी छात्रावासों के साथ ही स्कूलों और अन्य प्रमुख स्थानों पर ये पेटी रखी गई थी. जिसको प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में खोलने का निर्णय हुआ. सभी पेटियों के ताले की चाबियां भी प्रशासनिक अधिकारियों के पास थी, सोमवार को छात्रवासों की पेटियां राजस्व निरीक्षक के साथ ही आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में खोली गईं.
स्कूली छात्राओं और महिलाओं को ऐसी परेशानियां जो वे अपने परिजनों और पुलिस प्रशासन को नहीं बता पाती हैं. उन्हीं की परेशानियों को जानने और उनका निराकरण करने के लिए बेटी की पेटी योजना को कलेक्टर ने शुरू की है. राजस्व निरीक्षक मनीष सिंह ने बताया कि छात्रावासों में रखी गई बेटी की पेटी खोली गई है, कुछ जगह पेटियां खाली मिली हैं, जबकि कुछ में आवेदन मिले हैं.