आगर मालवा। ट्रैवल हिस्ट्री छुपाकर लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वाले एक पत्रकार और उसके भाई के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है. साथ ही बताया जा रहा है कि कोरोना संदिग्ध होने के चलते परिवार को दो लोगों को इंदौर रेफर कर दिया गया है, जबकि 30 सदस्यों वाले इस परिवार को सरकारी छात्रावास में क्वॉरेंटीन किया गया है.
बता दें कि इंदौर से अपनी मां का इलाज करवाकर 6 अप्रैल को आगर लौटे शख्स ने इसकी खबर न तो प्रशासन को दी, न ही स्वास्थ्य विभाग को. वहीं इसके बाद उनके भाई और भतीजी को सर्दी-जुकाम व बुखार की शिकायत हुई. जिसके बाद दोनों को शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां भी उन्होंने अपनी ट्रेवल हिस्ट्री छिपाते हुए डॉक्टरों को कुछ नहीं बताया. वहीं हालात बिगड़ने पर दोनों को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. जहां डॉक्टरों को शक होने पर शख्स से पूछताछ की, तब उन्होंने इंदौर से लौटने की बात कही.
इस बात की जानकारी लगते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया. उसी समय मामले की जानकारी स्थानीय प्रशासन को दे दी. इसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 30 सदस्यों वाले परिवार को शहर के एक सरकारी छात्रावास में क्वॉरेंटाइन किया गया. वहीं मुल्तानी मोहल्ले को सेनिटाइज करने के बाद सील कर दिया गया. वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर जानकारी छुपाने के लिए पत्रकार और उनके भाई के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज कर लिया गया है.