आगर। कोरोना से जंग जीतने के लिए जिले के सुसनेर शहर को साफ और स्वच्छ बनाने में नगर परिषद के 60 कर्मचारी मैदान में डटे हुए हैं. जो सुबह और दोपहर में नगर के गली-मोहल्लों में सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभाले हुए हैं, लेकिन परिषद ने इन कर्मचारियों को मास्क तक नहीं दिया. ऐसे में इनके बीच भी संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.
बता दें कि प्रत्येक वार्ड में सफाई करने के लिए स्थाई और अस्थाई 60 से भी अधिक सफाई कर्मचारी कार्य कर रहे हैं. सीएमओ को भी इस बात की जानकारी होने के बाद भी इन कर्मचारियों को अभी तक सेनिटाइजर और मास्क उपलब्ध नहीं कराया गया है. नगर परिषद के कर्मचारियों ने बताया कि संकट की इस घड़ी में भी उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. ना तो परिषद ने उन्हें जरूरत के सामान उपलब्ध करवाए हैं और ना ही उनके स्वास्थ्य की चिंता की जा रही है. यहां तक कि उनका मेडिकल चेकअप भी अभी तक नहीं किया गया है.
नगर को स्वच्छ बनाने में डटे 60 सफाईकर्मी, परिषद ने न तो मास्क दिया न ही सेनिटाइजर
कोरोना वायरस से जंग लड़ने के लिए देश में कई विभागों के हजारों लोग काम कर रहै हैं. वहीं आगर मालवा में शहर को स्वच्छ रखने के लिए कार्य कर रहे लोगों को अभी तक नगर परिषद ने मास्क तक नहीं दिए हैं.
आगर। कोरोना से जंग जीतने के लिए जिले के सुसनेर शहर को साफ और स्वच्छ बनाने में नगर परिषद के 60 कर्मचारी मैदान में डटे हुए हैं. जो सुबह और दोपहर में नगर के गली-मोहल्लों में सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभाले हुए हैं, लेकिन परिषद ने इन कर्मचारियों को मास्क तक नहीं दिया. ऐसे में इनके बीच भी संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.
बता दें कि प्रत्येक वार्ड में सफाई करने के लिए स्थाई और अस्थाई 60 से भी अधिक सफाई कर्मचारी कार्य कर रहे हैं. सीएमओ को भी इस बात की जानकारी होने के बाद भी इन कर्मचारियों को अभी तक सेनिटाइजर और मास्क उपलब्ध नहीं कराया गया है. नगर परिषद के कर्मचारियों ने बताया कि संकट की इस घड़ी में भी उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. ना तो परिषद ने उन्हें जरूरत के सामान उपलब्ध करवाए हैं और ना ही उनके स्वास्थ्य की चिंता की जा रही है. यहां तक कि उनका मेडिकल चेकअप भी अभी तक नहीं किया गया है.