डिंडौरी। बच्चों को कंधे पर बांधकर पानी की तलाश में भटकते आदिवासी अपनी प्यास बुझाने के लिए तपती धूप में हैंडपंप चलाने को मजबूर हैं. ये तस्वीरें सरकार के दावों की पोल खोलने के अलावा सासंद के कामकाज को उजागर करने के लिये काफी हैं. ये हाल तब हैं, जब सरकारें लगातार आदिवासियों को मूलभूत सुविधाओं लैस करने का दावा कर रही हैं, लेकिन जमीनी हकीकत चौंकाने वाली है. बीजेपी सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के लोकसभा क्षेत्र में न तो पीने का पानी है औ न ही रोजगार. यहां के बाशिंदे दो वक्त की रोटी के लिए तपती धूप में ईंट भट्टों पर जिंदगी गुजार रहे हैं.
सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते की राह नहीं आसान, मूलभूत सुविधाओं से वंचित मतदाताओं में भारी आक्रोश - मंडला लोकसभा सीट
मंडला लोकसभा क्षेत्र के डिंडौरी जिले के लोग चाहते हैं कि क्षेत्र में जितनी भी समस्याएं हैं वह दूर हो जाएं. यहां के लोगों ने साफ कर दिया है कि जो उनकी समस्याओं को दूर करेगा वोट उसे ही जाएगा.
डिंडौरी। बच्चों को कंधे पर बांधकर पानी की तलाश में भटकते आदिवासी अपनी प्यास बुझाने के लिए तपती धूप में हैंडपंप चलाने को मजबूर हैं. ये तस्वीरें सरकार के दावों की पोल खोलने के अलावा सासंद के कामकाज को उजागर करने के लिये काफी हैं. ये हाल तब हैं, जब सरकारें लगातार आदिवासियों को मूलभूत सुविधाओं लैस करने का दावा कर रही हैं, लेकिन जमीनी हकीकत चौंकाने वाली है. बीजेपी सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के लोकसभा क्षेत्र में न तो पीने का पानी है औ न ही रोजगार. यहां के बाशिंदे दो वक्त की रोटी के लिए तपती धूप में ईंट भट्टों पर जिंदगी गुजार रहे हैं.
Body:वि ओ 01 _ सबसे पहले हमने शहर में युवाओं से मिलकर क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जानना चाहा । शहर के युवाओं का साफ तौर पर कहना था कि क्षेत्र में विकास नही हो पाया जैसा होना था।क्षेत्र में वर्तमान सांसद होने के बावजूद कोई ऐसा खास काम नही कर पाए।बात अगर विकास की करे तो आज भी स्वास्थ्य,शिक्षा,पानी,पढ़ाई ,बेरोजगारी यहाँ बड़ी मानी जाती है।
बाइट_इरफान अली_युवा मतदाता
वि ओ 02 शहर के बाद जब हम शहपुरा क्षेत्र की तरफ रवाना हुए तो अमेरा गाँव के नजदीक सड़क किनारे खेत मे ईट भट्टे का कार्य चल रहा था जहाँ कुछ महिला पुरुष अपने बच्चो के साथ ईट बनाने के काम मे लगे थे उनके बीच पहुँचकर क्षेत्र में विकास का सवाल किया तो हाजिर जवाब में मिथुन चक्रवर्ती का कहना था कि विकास कैसा होता है कहाँ हुआ है अब तक हमे हमारे क्षेत्र में दिखाई नही दिया। चक्रवर्ती परिवार कई पीढ़ियों ईट बनाने का काम कर रहा है । जब हमने महिलाओ से सवाल किया कि आपके क्षेत्र की बड़ी समस्या क्या है विकास हुआ है कि नही तो महिला कौशल्या बाई का कहना था कि हमारे क्षेत्र में पानी की बड़ी समस्या है पानी के लिए दूर दूर तक जाना पड़ता है।ईट बनाने के लिए हमे भूसा,मिट्टी,चारा बाहर से बुलवाना पड़ता है। हमारे क्षेत्र में सांसद आज तक समस्या जानने हमारे बीच नही पहुँचे है
बाइट_2 मिथुन चक्रवर्ती,
बाइट_3 कौशल्या बाई
वि ओ 03_ अमेरा क्षेत्र से आगे बढ़ते हुए जब हम शहपुरा की तरफ जा रहे थे तभी रास्ते मे मवेशियों को लेजाते हमें बाला राम मिले जो मवेशियों को लाने ले जाने का काम सालो से करते आ रहे है।बाला राम ने बताया कि उनके क्षेत्र में पानी की समस्या बड़ी है ,बाला राम से जब पूछा गया कि वे अपने क्षेत्र के सांसद को जानते है तो वे अपने साथी से पूछते दिखाई दिए।वोट करने के सवाल पर बाला राम का कहना है कि वोट तो हम डालेंगे।
बाइट 04_ बाला राम ,मवेशी ले जाने वाला
Conclusion:बहरहाल मंडला लोकसभा क्षेत्र के डिंडौरी जिले में क्षेत्र की जनता चाहती है कि यहाँ मेडिकल कालेज खुले,सरकारी अस्पतालों में अच्छे डॉक्टर आये,लोगो को बेहतर इलाज मिले, बेरोजगारी दूर हो इस्थानिया रोजगार उपलब्ध हो,नर्मदा होने के बावजूद जल संकट के हालात वर्षों से बने हुए है जिले में बड़े बड़े बांध बनाये जाने चाहिए इन तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराए ऐसा सांसद क्षेत्र की चाहती है।