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FLOOR TEST की मांग के जवाब में सीएम ने नेता प्रतिपक्ष को लिखा पत्र, 'जनहित के मुद्दों पर चर्चा के लिए सदैव तैयार हैं' - kamalnath write letter to gopal bharg

नेता प्रतिपक्ष द्वारा राज्यपाल को लिखे गए पत्र के जवाब में अब मुख्यमंत्री भी मैदान में उतर आए हैं. जहां एक तरफ उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में सरकार की मजबूत स्थिति का दावा किया है तो वहीं उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को पत्र के माध्यम से अपना जवाब दे दिया है.

मुख्यमंत्री कमलनाथ
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Published : May 21, 2019, 11:39 PM IST

Updated : May 22, 2019, 10:17 AM IST

भोपाल। लोकसभा चुनाव के अभी आए भी नहीं हैं, लेकिन इससे पहले ही मध्य प्रदेश की राजनीति में सत्ता परिवर्तन की अटकलें शुरू हो गई है. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने परिणाम आने से पहले ही प्रदेश सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है और राज्यपाल को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए पत्र भी लिख दिया है.


उनके द्वारा राज्यपाल को लिखे गए पत्र के जवाब में अब मुख्यमंत्री भी मैदान में उतर आए हैं, जहां एक तरफ उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में सरकार की मजबूत स्थिति का दावा किया है, तो वहीं उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को पत्र के माध्यम से अपना जवाब भी भेज दिया है. कमलनाथ ने अपने पत्र में गोपाल भार्गव द्वारा लगाए गए आरोपों को नकारते हुए कहा है कि 17 दिसंबर 2018 से प्रदेश में सरकार बनते ही उन्होंने जनकल्याण के विषयों में तत्काल काम शुरु कर दिया था. वहीं उन्होंने पत्र में 21 लाख से अधिक किसानों के फसल ऋण माफ करने की बात कही है.


कमलनाथ ने पत्र में संबल योजना के भी सतत रूप से संचालित होने की बात कही है और इससे संबंधित विवरण भी पत्र में लिखे है. वहीं पेयजल और कानून व्यवस्था के संबंध में लिखा कि उन्होंने पेयजल की उपलब्धता के लिए हर संभव प्रयास किए हैं और नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल परिवहन के लिए आवश्यक राशि उपलब्ध करायी है. इसी तरह कानून व्यवस्था पर उन्होंने लिखा की कानून व्यवस्था की स्थिति प्रदेश में नियंत्रण में है और यही कारण है कि लोकसभा चुनाव विगत चुनावों की तुलना में पूरी शांति से संपन्न हुआ.

अंत में उन्होंने लिखा कि नेता प्रतिपक्ष ने बिना किसी तथ्यों की जानकारी के मात्र अनुमान तथा कल्पना के आधार पर माननीय राज्यपाल महोदया को पत्र लिखा है. वह जनहित से जुड़े किसी मुद्दे पर चर्चा के लिए सदैव तैयार हैं और यदि शासन से जुडी हुई कोई भी शंका या प्रश्न उनके मन में हो, तो उसका समाधान करने में खुशी होगी.

भोपाल। लोकसभा चुनाव के अभी आए भी नहीं हैं, लेकिन इससे पहले ही मध्य प्रदेश की राजनीति में सत्ता परिवर्तन की अटकलें शुरू हो गई है. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने परिणाम आने से पहले ही प्रदेश सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है और राज्यपाल को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए पत्र भी लिख दिया है.


उनके द्वारा राज्यपाल को लिखे गए पत्र के जवाब में अब मुख्यमंत्री भी मैदान में उतर आए हैं, जहां एक तरफ उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में सरकार की मजबूत स्थिति का दावा किया है, तो वहीं उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को पत्र के माध्यम से अपना जवाब भी भेज दिया है. कमलनाथ ने अपने पत्र में गोपाल भार्गव द्वारा लगाए गए आरोपों को नकारते हुए कहा है कि 17 दिसंबर 2018 से प्रदेश में सरकार बनते ही उन्होंने जनकल्याण के विषयों में तत्काल काम शुरु कर दिया था. वहीं उन्होंने पत्र में 21 लाख से अधिक किसानों के फसल ऋण माफ करने की बात कही है.


कमलनाथ ने पत्र में संबल योजना के भी सतत रूप से संचालित होने की बात कही है और इससे संबंधित विवरण भी पत्र में लिखे है. वहीं पेयजल और कानून व्यवस्था के संबंध में लिखा कि उन्होंने पेयजल की उपलब्धता के लिए हर संभव प्रयास किए हैं और नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल परिवहन के लिए आवश्यक राशि उपलब्ध करायी है. इसी तरह कानून व्यवस्था पर उन्होंने लिखा की कानून व्यवस्था की स्थिति प्रदेश में नियंत्रण में है और यही कारण है कि लोकसभा चुनाव विगत चुनावों की तुलना में पूरी शांति से संपन्न हुआ.

अंत में उन्होंने लिखा कि नेता प्रतिपक्ष ने बिना किसी तथ्यों की जानकारी के मात्र अनुमान तथा कल्पना के आधार पर माननीय राज्यपाल महोदया को पत्र लिखा है. वह जनहित से जुड़े किसी मुद्दे पर चर्चा के लिए सदैव तैयार हैं और यदि शासन से जुडी हुई कोई भी शंका या प्रश्न उनके मन में हो, तो उसका समाधान करने में खुशी होगी.

Intro:मुख्यमंत्री कमलनाथ में नेता प्रतिपक्ष को दिया पत्र के माध्यम से जवाब


भोपाल लोकसभा चुनाव के अभी परिणाम भी नहीं आए हैं लेकिन इससे पहले ही मध्य प्रदेश की राजनीति में सत्ता परिवर्तन की अटकलें शुरू हो गई है नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने परिणाम आने से पहले ही प्रदेश सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है और राज्यपाल को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए पत्र भी लिख दिया है उनके द्वारा राज्यपाल को लिखे गए पत्र के जवाब में अब मुख्यमंत्री भी मैदान में उतर आए हैं जहां एक तरफ उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में सरकार की मजबूत स्थिति का दावा किया तो वहीं शाम होते ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को पत्र के माध्यम से अपना जवाब भी भेज दिया है


Body:मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने पत्र के माध्यम से लिखा है कि भार्गव जी आपके द्वारा राज्यपाल को संबोधित पत्र की प्रतिलिपि मुझे भी मिली है पत्र में आपके द्वारा राज्य शासन द्वारा दी जा रही विभिन्न सेवाओं में कमी बताते हुए इन विषयों पर चर्चा करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र आहूत करने का अनुरोध किया गया है मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि लोकसभा निर्वाचन में व्यस्त ताऊ के कारण आप नागरिकों से जुड़ी हुई सेवाओं और उनकी समस्याओं की ओर संभवत ध्यान नहीं दे पाए हैं और अनभिन्न है जिसके कारण आपने ऐसा अनुरोध किया है वास्तु स्थिति यह है कि गत 17 दिसंबर 2018 से मध्य प्रदेश में हमारी सरकार के गठन के तत्काल बाद से ही हमने जनकल्याण के विषयों में तत्काल कार्य आरंभ कर दिया था दिनांक 10 मार्च 2019 को आदर्श आचरण संहिता प्रभाव सिर होने के समय तक हमारी सरकार को लगभग ढाई माह का समय कार्य हेतु प्राप्त हुआ और हमने जन कल्याण के लिए महत्वपूर्ण फैसले भी लिए हैं हमने 73 दिन में 85 वचन पूरे किए हैं जिस में सर्वाधिक महत्वपूर्ण फैसला किसानों के फसल ऋण माफी को लेकर किया गया हमने 21 लाख से अधिक किसानों के फसल ऋण माफ किए हैं बावजूद इसके कि आप कि सरकार ने हमारे लिए खजाना खाली छोड़ा था हमने भावंतर और गेहूं का प्रोत्साहन योजना का लाभ किसानों को देना जारी रखा है आपके द्वारा गेहूं और चने के उपार्जन एवं भुगतान के संबंध में भी भ्रमित करने का प्रयास किया है हमने आज दिनांक तक 11.6 लाख किसानों से 68 लाख टन से अधिक गेहूं चना मसूर और सरसों का उपार्जन किया है और किसानों को उनके खाते में 7 दिन के अंदर भुगतान कर रहे हैं आप भूले नहीं होंगे कि विगत वर्ष भुगतान की स्थिति क्या थी किसान भुगतान के लिए महीनों परेशान थे .



मुख्यमंत्री ने पत्र में यह भी लिखा है कि संभव था शायद आपको यह जानकारी नहीं है कि संभल एवं अन्य योजनाएं भी सतत रूप से संचालित हो रही है और नागरिकों को निरंतर इसका लाभ प्राप्त हो रहा है 1 अप्रैल 2018 से 30 दिसंबर 2018 की अवधि में 31 991 प्रकरणों में 349. 69 करोड़ों रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी वहीं 1 जनवरी 2019 से 30 अप्रैल 2019 की मात्र 4 माह की अवधि में हमने 46 509 प्रकरणों में 463.06 करोड़ की राशि दी है इस योजना के बारे में आप रोजाना की प्रगति भी देख सकते हैं और हां इसमें आपके गृह क्षेत्र की जानकारी भी प्रदर्शित है


Conclusion:नगर पंचायत गढ़ाकोटा जनपद पंचायत रहेली मैं निरंतर इसी योजना में हितग्राहियों को लाभ दिया जा रहा है यही नहीं संभल के हितग्राहियों के बिजली बिल को हमने 200 रुपए प्रतिमाह से घटाकर 100 रुपए प्रतिमाह कर दिया है आपने अपने पत्र में पेयजल एवं कानून व्यवस्था के संबंध में भी उल्लेख किया है मैं आपको अवगत करा दूं कि हमने पेयजल की उपलब्धता के लिए हर संभव प्रयास किए हैं और नगरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल परिवहन के लिए आवश्यक राशि उपलब्ध कराई है जहां तक पेयजल संकट का प्रश्न है तो यह आप भी जानते हैं कि अल्प वर्षा के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है परंतु विगत 15 वर्षों में आप की सरकार ने मध्य प्रदेश में पेयजल के लिए यदि कारगर योजनाएं बनाई होती तो यह स्थिति नहीं होती इसी तरह से कानून व्यवस्था की स्थिति मध्य प्रदेश में नियंत्रण में है और यही कारण है कि लोकसभा निर्वाचन विगत निर्वाचन की तुलना में पूरी शांति से निर्विघ्न संपन्न हुआ है हमने कानून व्यवस्था पर अच्छी तरह से नियंत्रण किया हुआ है और जो भी आपराधिक घटनाएं हुई है उसमें तत्काल कार्यवाही की गई है स्पष्ट है कि आपने बिना किसी तथ्यों की जानकारी के मात्र अनुमान तथा कल्पना के आधार पर राज्यपाल महोदय को पत्र लिखा है हम जनहित से जुड़े किसी भी मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सदैव तैयार हैं यदि शासन से जुड़ी हुई कोई भी शंका या प्रश्न आपके मन में हो तो उसका समाधान करने में मुझे खुशी होगी .
Last Updated : May 22, 2019, 10:17 AM IST
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