उज्जैन। महाकाल लोक का लोकार्पण करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को उज्जैन आएंगे. इसके बाद 12 अक्टूबर से इसे श्रद्धालुओं के लिए इसे खोल दिया जाएगा. ईटीवी भारत ने पीएम के आने के लिए तय किए गए द्वार और महाकाल लोक में होने वाले कार्यक्रम को लेकर जानकारी जुटाई जिसे हम आपसे साझा कर रहे हैं. प्रधानमंत्री इस द्वार पर पहुंचेंगे और दीप प्रज्वलित कर साधु संतों का अभिवादन करेंगे, इसके बाद पूरे कॉरिडोर का अवलोकन करेंगे. (ujjain mahakal lok) (world largest stone mural installed in mahakal lok)
उज्जैन महाकाल लोक की देखें भव्यता, ड्रोन के जरिए कैप्चर की गई हैं तस्वीरें
- इस वीडियो के जरिए हम आपको दिखाएंगे कि यहां पर जिस द्वार से इसका लोकार्पण होगा, उसे नंदी द्वार कहते हैं. इसके बाद ही श्रद्धालु महाकाल की महिमा को समझ सकेंगे, जान सकेंगे और यहां पर अच्छे से समय बिताएंगे.
- महाकाल लोक के नंदी द्वार के ठीक सामने गणेश जी विराजित हैं. इसके बाद ही नंदी द्वार की शुरुआत होती है.
- महाकाल लोक में सबसे बड़ा स्टोन म्यूरल भी लगाया गया है, जिसमें शिव विवाह की पूरी कहानी को दर्शया गया है.
- महाकाल लोक में बने 108 पिलरों पर शिव की महिमा दर्शाई गई है. (pm modi inaugurate mahakal lok ujjain)
- स्मार्ट योजना के तहत बनने वाले इस कॉरिडोर में जो मूर्तियां बनाई गई है उनकी कुल लागत करीब 45 करोड़ आंकी गई है.
- महाकाल पथ में श्रद्धालु प्रवेश करते ही भगवान शिव की महिमा का गुणगान और भगवान शिव से जुड़ी कहानियां देखने को मिल सकेगी.
- यहां जो मूर्तियां है उनमें नंदी गण, भैरव, गणेश भगवान, पार्वती माता सहित अन्य भगवानों की 200 मूर्तियां और 108 पिल्लर भगवान शिव से जुड़ी कहानियों को दर्शाने के लिए 80 से अधिक म्यूरल बनकर तैयार है.
- महाकाल पथ में 25 दीवारों पर बने करीब 52 म्यूरल के साथ साथ सप्त ऋषि पर 28 म्यूरल बनाए गए हैं.
- म्यूरल में शिव विवाह की पूरी कहानी अंकित की गई है. इसमें भगवान शिव को माता पार्वती के साथ विवाह के लिए मनाने से लेकर शिव बारात, शिव को भस्मी लगाए रूप में देख माता पार्वती की मां मैना का बेहोश होना, शिव-पार्वती के सात फेरे, माता पार्वती का कैलाश पर्वत पर पहुंचने तक की पूरी कहानी अंकित की गई है. (ujjain mahakal corridor)