उज्जैन। चिमनगंज मंडी थाना क्षेत्र के अंतर्गत बाघ की खाल तस्करी का मामला सामने आने से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले में छानबीन शुरू की कर दी है. वहीं अभी एक आरोपी फरार है. मामले में पुलिस ने फॉरेस्ट अधिकारी की देखरेख में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धारा 1972 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है.
मुखबिर से मिली थी सूचना
पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी किकानी पुरा रोड प्रधानमंत्री आवास योजना के मकानों के समीप बाघ की 5 फीट 9 इंच लंबी 3 फीट चौड़ी खाल को दो व्यक्तियों द्वारा 25 लाख में बेचा जाना है. इस पर तत्काल पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकी एक अन्य आरोपी मौके से फरार हो गया.
अंतरराष्ट्रीय बाजार करोड़ों की कीमत
पूछताछ में एक आरोपी ने अपने पिता की मृत्यु के पहले से उसके पास रखी होना बताया, जिससे वह अपने साथी संग बेचने निकला था. खाल बेचने का आरोपी उज्जैन के केडी गेट क्षेत्र के रहने वाले हैं व खाल खरीदने वाले सहारनपुर का रहने वाला है, जो अभी फरार है. बता दें अंतरराष्ट्रीय बाजार में पकड़ी गई बाघ के खाल की करीब कीमत 2 करोड़ से अधिक है.
इससे पहले भी आ चुका है मामला
धार्मिक नगरी में कैसे खुलेआम जानवरों की खाल की तस्करी की जा रही है. शहर के 7 दिनों के अंदर की जानवरों की खाल और मांस तस्करी का यह दूसरा बड़ा मामला सामने आया है. इससे पहले एक डॉक्टर के घर से हिरण का 9 किलो मांस बरामद हुआ था.