उज्जैन । महाकाल मंदिर स्थित महानिर्वाणी अखाड़े में षट्दर्शन साधु समाज ,भारतीय अखाड़ा परिषद् के संत और महाकाल मंदिर के पुजारियों ने संत अवधेश पुरी का बहिष्कार करने की घोषणा की है. साथ ही उन्हें किसी भी मंच पर आमंत्रण देने का भी कड़ा विरोध किया है. इसके अलावा शिप्रा शुद्धिकरण के मुद्दे पर जल्द ही सीएम से मिलने की बात भी कही. (sadhus saint akhada parishad meeting mahakal )
संत अवधेश पुरी के बहिष्कार की घोषणा
षट्दर्शन संत समाज के प्रमुख संत रामेश्वर दास, महा निर्वाणी अखाड़े के विनीत गिरी महाराज और महाकाल मंदिर के प्रमुख पुजारी महेश पुजारी सहित अलग-अलग अखाड़ों से जुड़े संतों और पुजारियां की अहम बैठक हुई. बैठक के बाद सभी ने एक मत से खुद को महा निर्वाणी अखाड़े का संत कहने वाले अवधेश पूरी का बहिष्कार कर दिया. उन्होंने कहा कि अवधेश पुरी लगातार सभी संस्थाओं के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करते हैं.
बाहर से आने वाले संतों के लिए विशेष व्यवस्था की मांग
इन सतों ने कहा कि अवधेश पूरी लगातार महाकाल मंदिर और संत समाज के बारे में अनर्गल टिप्पणियां करते रहते हैं. पहले भी साधू समाज उनका बहिष्कार कर चुका है. संत समाज ने कहा है कि जिस भी मंच पर अवेधश पुरी को आमंत्रित किया जाएगा, वहां के संचालकों का भी बहिष्कार किया जाएगा. इसके साथ ही संतों ने बाहर से आने वाले संतो के लिए महाकाल मंदिर में अलग से व्यवस्था करने का सुझाव भी मंदिर समिति को दिया है. संतों ने ये भी कहा कि मंदिर समिति श्रद्धालुओं से अलग अलग राशि वसूल रही है. जिसमें शीघ्र दर्शन , प्रोटोकॉल ,भस्म आरती शुल्क शामिल है. संतों की मांग है कि शुल्क का निर्धारण कर एक राशि तय कर ली जाए. (sant avdhesh puri vivad ujjain mahakal )
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साथ ही शिप्रा शुद्धि करण को लेकर इसी महीने में संत समाज का एक दल सीएम से मिलने भोपाल जाएगा.