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2 पापी ग्रहों राहु केतु का मेष और तुला राशि में आगमन, जानिये अपनी राशि का हाल

Rahu Ketu Transit 2022: राहु केतु का मेष और तुला राशि में आगमन हो रहा है. इससे अन्य राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा. अमृत चखने की वजह से भगवान विष्णु ने अपने शस्त्र से राहु का मर्दन कर दिया था. तब से यह अपने धड़ और पैरों को अलग-अलग लेकर घूम रहा है. धड़ के ऊपर का हिस्सा राहु कहलाता है. जानने के लिए पढ़िए पूरी रिपोर्ट..

Rahu Ketu Transit 2022
राहु केतु का राशि परिवर्तन 2022
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Published : Apr 16, 2022, 7:40 PM IST

रायपुर: राहु केतु का राशि परिवर्तन हो रहा है. मंदचारी ग्रह राहु और केतु का आगमन मेष और तुला राशि में हो रहा है. मेष राशि मंगल की राशि मानी जाती है. तुला राशि शुक्र की राशि मानी जाती है. राहु 12 राशियों का 18 वर्ष में पूर्ण भ्रमण करता है. एक राशि में लगभग डेढ़ वर्ष तक विद्यमान रहता है. 18 वर्षों के बाद अप्रैल 2022 में राहु का आगमन मेष राशि में हो रहा है. मेष राशि अग्नि, ऊर्जा, तेज और पाप राशि मानी जाती है. इसके प्रभाव के चलते अग्नि, गैस, पेट्रोल, कोयला, लोहा में तेजी के संकेत बनते हैं. राहु और केतु छाया ग्रह माने गए हैं. इनके कारण से ही कालसर्प योग का निर्माण होता है. डेढ़ वर्ष तक राहु और केतु मेष और तुला में बने (effect on zodiac ) रहेंगे.

इस तरह के हो सकते हैं परिणाम : इस दौरान देशों में तनाव, युद्ध और शांति का माहौल रहेगा. कोरोना वायरस के लक्षण एक बार फिर परेशान करेंगे. मेष राशि ऊर्जा और अग्नि की राशि मानी जाती है. भारत को सैन्य क्षमता, दक्षता, उपग्रह, अंतरिक्ष विज्ञान में सफलता मिलने के प्रबल योग हैं. भारतवर्ष की राशि कर्क राशि मानी जाती है. भारतवर्ष की कूटनीति और राजनीति का सिक्का सभी देश मानेंगे. Rahu Ketu Transit 2022.

राहु केतु का राशि परिवर्तन 2022

आगामी डेढ़ वर्षो में भारत की प्रभुसत्ता और अधिकार का विस्तार होगा. नेतृत्व क्षमता में जबरदस्त ऊंचाइयों को छूने के योग बन रहे हैं. राहु ने छल और धोखे से अमृत का पान किया था. अमृत चखने की वजह से भगवान विष्णु ने अपने शस्त्र से राहु का मर्दन कर दिया था. तब से यह अपने धड़ और पैरों को अलग-अलग लेकर घूम रहा है. धड़ के ऊपर का हिस्सा राहु कहलाता है. धड़ के नीचे का हिस्सा केतु कहलाता है. राहु और केतु की वजह से बिजली, कंप्यूटर क्षेत्र में उत्थान के योग बनते हैं.

यह भी पढ़ें: हनुमान जयंती: मंगल के दिन भक्तों का मंगल करेंगे अंजनीपुत्र हनुमान

विभिन्न राशियों पर प्रभाव

  • मेष राशि: पारिवारिक जीवन को संभाल कर चलें. वाद-विवाद को टालें, पारिवारिक अड़चनें हो सकती हैं.
  • वृषभ राशि: यात्रा से बचें. खर्च की अधिकता रहेगी. मित्रों का सहयोग मिलेगा. काली वस्तु का दान करें.
  • मिथुन राशि: काले उड़द, काले तिल, काले वस्त्र का दान करें. हनुमान चालीसा का पाठ करना श्रेष्ठ रहेगा.
  • कर्क राशि: पराक्रम में वृद्धि के योग हैं. आर्थिक क्षमता बढ़ेगी. राजनीतिक लाभ की संभावना, मित्रों का सहयोग मिलेगा.
  • सिंह राशि: धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में रुझान बढ़ेगा. यात्रा के योग हैं.
  • कन्या राशि: वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं. मित्रों से सजग रहें. धर्म क्षेत्र में लाभ मिलेगा. अधिक भरोसा किसी पर ना करें.
  • तुला राशि: पारिवारिक जीवन कष्टप्रद हो सकता है. संयम से चलें. लाभ मिलेगा. नेतृत्व क्षमता विकसित होगी.
  • वृश्चिक राशि: शत्रु परास्त होंगे. रोगों पर नियंत्रण मिलेगा. साहस से काम बनेगा.
  • धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए कार्य क्षेत्र में प्रगति के अवसर हैं. विद्या में बाधा के योग हैं. आर्थिक लेनदेन सावधानीपूर्वक करें.
  • मकर राशि: मित्रों का सहयोग भरपूर मिलेगा. मातृ पक्ष से संबंध बनाकर चलें. यात्रा के योग हैं. काली वस्तुओं का दान करें.
  • कुंभ राशि: पराक्रम और आत्मविश्वास से कार्य सिद्ध होंगे. समर्थन मिलेगा. कूटनीति से कार्य बनेंगे.
  • मीन राशि: कुटुंबजनों में तनाव हो सकता है. सहयोग से चलें. विनम्रता और झुक कर चलने से लाभ मिलेगा.

रायपुर: राहु केतु का राशि परिवर्तन हो रहा है. मंदचारी ग्रह राहु और केतु का आगमन मेष और तुला राशि में हो रहा है. मेष राशि मंगल की राशि मानी जाती है. तुला राशि शुक्र की राशि मानी जाती है. राहु 12 राशियों का 18 वर्ष में पूर्ण भ्रमण करता है. एक राशि में लगभग डेढ़ वर्ष तक विद्यमान रहता है. 18 वर्षों के बाद अप्रैल 2022 में राहु का आगमन मेष राशि में हो रहा है. मेष राशि अग्नि, ऊर्जा, तेज और पाप राशि मानी जाती है. इसके प्रभाव के चलते अग्नि, गैस, पेट्रोल, कोयला, लोहा में तेजी के संकेत बनते हैं. राहु और केतु छाया ग्रह माने गए हैं. इनके कारण से ही कालसर्प योग का निर्माण होता है. डेढ़ वर्ष तक राहु और केतु मेष और तुला में बने (effect on zodiac ) रहेंगे.

इस तरह के हो सकते हैं परिणाम : इस दौरान देशों में तनाव, युद्ध और शांति का माहौल रहेगा. कोरोना वायरस के लक्षण एक बार फिर परेशान करेंगे. मेष राशि ऊर्जा और अग्नि की राशि मानी जाती है. भारत को सैन्य क्षमता, दक्षता, उपग्रह, अंतरिक्ष विज्ञान में सफलता मिलने के प्रबल योग हैं. भारतवर्ष की राशि कर्क राशि मानी जाती है. भारतवर्ष की कूटनीति और राजनीति का सिक्का सभी देश मानेंगे. Rahu Ketu Transit 2022.

राहु केतु का राशि परिवर्तन 2022

आगामी डेढ़ वर्षो में भारत की प्रभुसत्ता और अधिकार का विस्तार होगा. नेतृत्व क्षमता में जबरदस्त ऊंचाइयों को छूने के योग बन रहे हैं. राहु ने छल और धोखे से अमृत का पान किया था. अमृत चखने की वजह से भगवान विष्णु ने अपने शस्त्र से राहु का मर्दन कर दिया था. तब से यह अपने धड़ और पैरों को अलग-अलग लेकर घूम रहा है. धड़ के ऊपर का हिस्सा राहु कहलाता है. धड़ के नीचे का हिस्सा केतु कहलाता है. राहु और केतु की वजह से बिजली, कंप्यूटर क्षेत्र में उत्थान के योग बनते हैं.

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विभिन्न राशियों पर प्रभाव

  • मेष राशि: पारिवारिक जीवन को संभाल कर चलें. वाद-विवाद को टालें, पारिवारिक अड़चनें हो सकती हैं.
  • वृषभ राशि: यात्रा से बचें. खर्च की अधिकता रहेगी. मित्रों का सहयोग मिलेगा. काली वस्तु का दान करें.
  • मिथुन राशि: काले उड़द, काले तिल, काले वस्त्र का दान करें. हनुमान चालीसा का पाठ करना श्रेष्ठ रहेगा.
  • कर्क राशि: पराक्रम में वृद्धि के योग हैं. आर्थिक क्षमता बढ़ेगी. राजनीतिक लाभ की संभावना, मित्रों का सहयोग मिलेगा.
  • सिंह राशि: धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में रुझान बढ़ेगा. यात्रा के योग हैं.
  • कन्या राशि: वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं. मित्रों से सजग रहें. धर्म क्षेत्र में लाभ मिलेगा. अधिक भरोसा किसी पर ना करें.
  • तुला राशि: पारिवारिक जीवन कष्टप्रद हो सकता है. संयम से चलें. लाभ मिलेगा. नेतृत्व क्षमता विकसित होगी.
  • वृश्चिक राशि: शत्रु परास्त होंगे. रोगों पर नियंत्रण मिलेगा. साहस से काम बनेगा.
  • धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए कार्य क्षेत्र में प्रगति के अवसर हैं. विद्या में बाधा के योग हैं. आर्थिक लेनदेन सावधानीपूर्वक करें.
  • मकर राशि: मित्रों का सहयोग भरपूर मिलेगा. मातृ पक्ष से संबंध बनाकर चलें. यात्रा के योग हैं. काली वस्तुओं का दान करें.
  • कुंभ राशि: पराक्रम और आत्मविश्वास से कार्य सिद्ध होंगे. समर्थन मिलेगा. कूटनीति से कार्य बनेंगे.
  • मीन राशि: कुटुंबजनों में तनाव हो सकता है. सहयोग से चलें. विनम्रता और झुक कर चलने से लाभ मिलेगा.
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