उज्जैन। नवनियुक्त अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी महाराज विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल की नगरी पहुंचे. महाराज ने गर्भगृह में बाबा महाकाल के दर्शन-पूजन किया. करीब 30 मिनट का वक्त उन्होने मंदिर में ही बिताया. इसके बाद रविंद्रपुरी महाराज वाल्मीकि धाम के महंत की समाधि स्थल पर भी दर्शन करने पहुंचे. इस दौरान महंत रवींद्रपुरी महाराज ने कलेक्टर आशीष सिंह से भी कई मुद्दों पर चर्चा की. इसमें सबसे बड़ा मुद्दा सिंहस्थ मेला क्षेत्र के सांवराखेड़ी और जीवनखेड़ी की जमीन का रहा.
महंत ने की कलेक्टर से मुलाकात: अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी महाराज ने सोमवार को कलेक्टर आशीष सिंह से चर्चा की. महाराज ने कहा कि सिंहस्थ 2016 में सांवराखेड़ी और जीवनखेड़ी में अस्थाई कैंप, सैटेलाइट टाउन और पुलिस कैंप लगे थे. इस स्थान को मेला क्षेत्र से किसी भी कीमत पर मुक्त नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वर्ष 2028 में लगने वाले सिंहस्थ महाकुंभ में और भी अधिक भूमि की आवश्यकता होगी. दोनों के बीच नवीन मास्टर प्लान के प्रारंभिक प्रकाशन पर भी लंबी बातचीत हुई, महंत ने कलेक्टर से स्पष्ट शब्दों में कहा कि अखाड़ा परिषद नए मास्टर प्लान में सिंहस्थ क्षेत्र के एक भी हिस्से को मुक्त करने के पक्ष में नहीं है. इसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और CM शिवराज से भी चर्चा करेंगे.
भस्म आरती में बाबा महाकाल का हुआ राजा के रूप में भव्य श्रृंगार, करिए दर्शन...
बाबा के दर्शन के लिए साधु संतों दिखाना होगा ID कार्ड: महाकाल मंदिर समिति अध्यक्ष और जिला कलेक्टर आशीष सिंह से मुलाकात के दौरान रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि अब महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए साधु संतों को भी प्रवेश द्वार पर अपने अखाड़े की ओर से जारी परिषद का ID कार्ड दिखाकर जरुरी होगा. इसके साथ दर्शन का लाभ लेने सा आम लोगों में भी अच्छा संदेश जाएगा. दरअसल ये निर्णय पिछले दिनों साधु-संतों की शिकायत पर लिया गया कि उनसे मंदिर में प्रवेश के दौरान पैसा लिया जा रहा था. इसको लेकर कलेक्टर और महंत ने ये निर्णय लिया है.