ETV Bharat / city

Maa Laxmi Pujan: शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को ऐसे करें प्रसन्न, ये टोटके करने से होगा लाभ

हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवता या देवी को समर्पित है. शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी, मां संतोषी की पूजा की जाती है. शास्त्रों में लक्ष्मी को चंचला कहा गया है. (Maa Laxmi Pujan) चंचला का मतलब है ऐसी देवी जिनका किसी एक स्थान पर अधि‍क समय तक नहीं रहती हैं. वे चंचल हैं इसलिए एक स्थान पर ज्यादा नहीं रूकती हैं. इसलिए कहा जाता है कि धन कभी किसी के पास हमेशा नहीं रुकता है.

Maa Laxmi Pujan
मां लक्ष्मी शुक्रवार व्रत विधि और टोटके
author img

By

Published : Jun 9, 2022, 8:35 PM IST

भोपाल। शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती हैं. हिंदू मान्यता के अनुसार शुक्रवार को लक्ष्मी का पूजन करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन की वर्षा होती है. हिंदू धर्म में शुक्रवार को मां लक्ष्मी का दिन माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन लक्ष्मी पूजन (Maa Laxmi Pujan) से धन की प्राप्ति होती है. इसलिए वे लोग जो आर्थिक तंगी का सामना कर रहे होते हैं शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी का पूजन करते हैं. इस‍ दिन व्रत भी रखा जाता है.

धन की देवी है मां लक्ष्मी: पौराणिक कथाओं के अनुसार लक्ष्मी समुद्र-मंथन में निकली हैं. मंथन से पहले सभी देवता निर्धन थे. समुद्र मंथन में लक्ष्मी के प्रकट होने के बाद इंद्र ने महालक्ष्मी की स्तुति की. इसके बाद महालक्ष्मी के वरदान से उन्हें धन प्राप्त हुआ. मान्यता है कि ऋषि विश्वामित्र के कठोर आदेश अनुसार ही लक्ष्मी साधना को गोपनीय और दुर्लभ रखा जाता है. मान्यता है कि समुद्र से मां का जन्म हुआ और इन्होंने विष्णु से विवाह किया. इनकी पूजा से धन की प्राप्ति होती है, साथ ही वैभव भी मिलता है. अगर लक्ष्मी रुष्ट हो जाएं, तो घोर दरिद्रता का सामना करना पड़ता है. ज्योतिष में शुक्र ग्रह से इनका सम्बन्ध जोड़ा जाता है. इनकी पूजा करने से केवल धन ही नहीं, बल्कि नाम, यश भी मिलता है. मां की उपासना से दाम्पत्य जीवन भी बेहतर होता है. कितनी भी धन की समस्या हो, अगर विधिवत लक्ष्मीजी की पूजा की जाए, तो धन मिलता ही है.

मां की पूजा में रखें इन नियमों का ध्यान: मां लक्ष्मी की पूजा के कुछ नियम है. अगर इन नियमों का पालन नहीं किया जाए, तो मां नाराज भी हो जाती हैं. मां लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करनी चाहिए. मध्य रात्रि इनकी पूजा का उत्तम समय होता है. मां लक्ष्मी के उस प्रतिकृति की पूजा करनी चाहिए, जिसमें वह गुलाबी कमल के पुष्प पर बैठी हों. साथ ही उनके हाथों से धन बरस रहा हो. मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प, विशेषकर कमल चढ़ाना चाहिए.

महाबली भीम ने भी किया इस व्रत को ऐसी है महिमा निर्जला एकादशी की, जानिये शुभ मुहूर्त, व्रत विधि और पारण नियम

इन मंत्रों से मां लक्ष्मी को करें प्रसन्न (laxmi Puja Mantra)

  • लक्ष्मी बीज मंत्र-
    ऊं ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः, ऊं ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः
  • महालक्ष्मी मंत्र-
    ओम श्रीं श्रीं कमले, कमलालये प्रसीद प्रसीद,
    ओम श्रीं श्रीं, महालक्ष्मीये नमः
  • लक्ष्मी गायत्री मंत्र-
    ऊं श्री महालक्ष्मीये च विद्महे विष्णु पटनाय च धिमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयत् ऊं

कुछ टोटके (Laxmi Ji Ke Totke For Friday): आज के दिन (शुक्रवार) घर के मुख्य द्वार पर बाहर की तरफ जमीन पर रोली या लाल रंग से माता लक्ष्मी के पैरों के निशान बनाएं. माता लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए शुक्रवार को प्रात:काल स्नान-ध्यान करने के बाद माता लक्ष्मी की मूर्ति या फोटो को ईशान कोण या फिर पूर्व दिशा में रखकर ही पूजा करें. मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए श्रीयंत्र पर कमल का फूल चढ़ाएं और श्री सूक्त का पाठ करें. माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप स्फटिक या कमलगट्टे की माला से करें.

माता लक्ष्मी के साथ भगवान श्री नारायण की भी पूजा करें. लक्ष्मी और नारायण, दोनों की पूजा करने से (Maa Laxmi Pujan) सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद बना रहेगा और धन संबंधी बाधाएं दूर होंगी.आर्थिक संकट से मुक्ति के लिए महालक्ष्मी यंत्र (Mahalaxmi Yantra For Relief From Financial Loss) की स्थापना करें और उसकी प्रतिदिन पूजा करें. महालक्ष्मी यंत्र को कैश बॉक्स या फिर तिजोरी में रखने से धन लाभ होता है.

भोपाल। शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती हैं. हिंदू मान्यता के अनुसार शुक्रवार को लक्ष्मी का पूजन करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन की वर्षा होती है. हिंदू धर्म में शुक्रवार को मां लक्ष्मी का दिन माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन लक्ष्मी पूजन (Maa Laxmi Pujan) से धन की प्राप्ति होती है. इसलिए वे लोग जो आर्थिक तंगी का सामना कर रहे होते हैं शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी का पूजन करते हैं. इस‍ दिन व्रत भी रखा जाता है.

धन की देवी है मां लक्ष्मी: पौराणिक कथाओं के अनुसार लक्ष्मी समुद्र-मंथन में निकली हैं. मंथन से पहले सभी देवता निर्धन थे. समुद्र मंथन में लक्ष्मी के प्रकट होने के बाद इंद्र ने महालक्ष्मी की स्तुति की. इसके बाद महालक्ष्मी के वरदान से उन्हें धन प्राप्त हुआ. मान्यता है कि ऋषि विश्वामित्र के कठोर आदेश अनुसार ही लक्ष्मी साधना को गोपनीय और दुर्लभ रखा जाता है. मान्यता है कि समुद्र से मां का जन्म हुआ और इन्होंने विष्णु से विवाह किया. इनकी पूजा से धन की प्राप्ति होती है, साथ ही वैभव भी मिलता है. अगर लक्ष्मी रुष्ट हो जाएं, तो घोर दरिद्रता का सामना करना पड़ता है. ज्योतिष में शुक्र ग्रह से इनका सम्बन्ध जोड़ा जाता है. इनकी पूजा करने से केवल धन ही नहीं, बल्कि नाम, यश भी मिलता है. मां की उपासना से दाम्पत्य जीवन भी बेहतर होता है. कितनी भी धन की समस्या हो, अगर विधिवत लक्ष्मीजी की पूजा की जाए, तो धन मिलता ही है.

मां की पूजा में रखें इन नियमों का ध्यान: मां लक्ष्मी की पूजा के कुछ नियम है. अगर इन नियमों का पालन नहीं किया जाए, तो मां नाराज भी हो जाती हैं. मां लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करनी चाहिए. मध्य रात्रि इनकी पूजा का उत्तम समय होता है. मां लक्ष्मी के उस प्रतिकृति की पूजा करनी चाहिए, जिसमें वह गुलाबी कमल के पुष्प पर बैठी हों. साथ ही उनके हाथों से धन बरस रहा हो. मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प, विशेषकर कमल चढ़ाना चाहिए.

महाबली भीम ने भी किया इस व्रत को ऐसी है महिमा निर्जला एकादशी की, जानिये शुभ मुहूर्त, व्रत विधि और पारण नियम

इन मंत्रों से मां लक्ष्मी को करें प्रसन्न (laxmi Puja Mantra)

  • लक्ष्मी बीज मंत्र-
    ऊं ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः, ऊं ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः
  • महालक्ष्मी मंत्र-
    ओम श्रीं श्रीं कमले, कमलालये प्रसीद प्रसीद,
    ओम श्रीं श्रीं, महालक्ष्मीये नमः
  • लक्ष्मी गायत्री मंत्र-
    ऊं श्री महालक्ष्मीये च विद्महे विष्णु पटनाय च धिमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयत् ऊं

कुछ टोटके (Laxmi Ji Ke Totke For Friday): आज के दिन (शुक्रवार) घर के मुख्य द्वार पर बाहर की तरफ जमीन पर रोली या लाल रंग से माता लक्ष्मी के पैरों के निशान बनाएं. माता लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए शुक्रवार को प्रात:काल स्नान-ध्यान करने के बाद माता लक्ष्मी की मूर्ति या फोटो को ईशान कोण या फिर पूर्व दिशा में रखकर ही पूजा करें. मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए श्रीयंत्र पर कमल का फूल चढ़ाएं और श्री सूक्त का पाठ करें. माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप स्फटिक या कमलगट्टे की माला से करें.

माता लक्ष्मी के साथ भगवान श्री नारायण की भी पूजा करें. लक्ष्मी और नारायण, दोनों की पूजा करने से (Maa Laxmi Pujan) सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद बना रहेगा और धन संबंधी बाधाएं दूर होंगी.आर्थिक संकट से मुक्ति के लिए महालक्ष्मी यंत्र (Mahalaxmi Yantra For Relief From Financial Loss) की स्थापना करें और उसकी प्रतिदिन पूजा करें. महालक्ष्मी यंत्र को कैश बॉक्स या फिर तिजोरी में रखने से धन लाभ होता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.