देवास/उज्जैन। जिले के अंतिम छोर पर बसे नेमावर में नर्मदा नदी खतरे के निशान से भी 6 फीट ऊपर बह रही है. नेमावर में कलेक्टर चन्द्रमौलि शुक्ला के आदेश पर नर्मदा बेल्ट के सभी शासकीय व प्राइवेट स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है. साथ ही निचली बस्तियों को खाली कराया गया है. नेमावर में नर्मदा जल का स्तर 891 फीट यानी 6 फीट ऊपर तक पहुंच गया है. लगातार तेज बारिश से बढ़ते जल स्तर के चलते खातेगांव SDM त्रिलोचन गौड़, तहसीलदार राजेन्द्र गुहा, ग्रामीण ASP सूर्यकांत शर्मा, SDOP ज्योति उमठ के मार्गदर्शन में नेमावर थाने का पुलिस बल,पटवारियों की टीम सहित होमगार्ड की रेस्क्यू टीम बचाव दल बनाकर नर्मदा नदी के बढ़ते जल स्तर से बाढ़ की स्थिति से निपटने को पूरी तरह तैयार. 10 बोट अधिग्रहित की गई हैं.
निचले इलाकों में मुनादी : नर्मदा नदी से लगे नेमावर की निचले इलाक़ों में लगातार मुनादी कराई गई है. क्षेत्र में SDM द्वारा पटवारियों की टीम भी आम जनता की मदद के लिए लगी है. टीमें लगातार रहवासी क्षेत्र में निरीक्षण कर रही हैं. अधिकारी लगातार जलस्तर पर नज़र रखे हुए हैं. नेमावर के सभी तटवर्ती गांवों में मुनादी कराई जा रही है ताकि लोग लगातार हो रही बारिश से सजग और सतर्क रहें.
उज्जैन में शिप्रा भी उफनाई : उज्जैन और आसपास के इलाकों में रविवार रात से शुरू हुई बारिश मंगलवार सुबह तक जारी रही. इससे लगातार उज्जैन की शिप्रा नदी का जलस्तर अब एक बार फिर बढ़ने लगा है. घाटों पर बने मंदिर जलमग्न होने लगे हैं तो वहीं उज्जैन का सबसे बड़ा जिला अस्पताल की बारिश के कारण हालत खस्ता होने लगी है. पूरे अस्पताल में जगह-जगह से पानी भर गया है. मरीजों को आने- जाने में में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गनीमत रही की बारिश बहुत ज्यादा तेज नहीं होने के चलते शहर के निचले इलाको में जलजमाव की स्थिति नहीं बनी. उज्जैन शहर की प्यास बुझाने वाले गंभीर डेम का एक गेट खोला गया है.
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गंभीर डैम का एक गेट खोला : उज्जैन शिप्रा नदी का जलस्तर जरूर बढ़ा लेकिन घाटों तक सिमटकर रह गया. घाटों पर भी होमगार्ड के जवानों की तैनाती कर दी गई है. 24 घंटे के भीतर उज्जैन में 140 मिमी वर्षा दर्ज की गई है. सोमवार शाम से मंगलवार सुबह तक करीब 29 मिमी बारिश दर्ज की गई. मंगलवार को सभी स्कूलों और कॉलेजो में विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित कर दिया गया है. मध्यप्रदेश में रविवार रात से ही शहर सहित पूरे जिले में बारिश का दौर शुरू हो गया था. सोमवार को दिनभर ही रुक-रुककर हल्की और रिमझिम बारिश होती रही. रविवार रात डेम का एक गेट करीब डेढ़ मीटर तक खोला गया, जोकि मंगलवार सुबह तक जारी रहा. सुबह डेम का लेवल 2206 एमएसीएफटी था. Narmada river in Nemavar, Narmada 6 feet above danger mark, Ujjain temples at Shipra drowned