उज्जैन। जिले में बीती रात माधव नगर के अस्पताल में पांच मरीजों की मौत हो गई. मृतक के परिजनों का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण ये मौत हुई है. लेकिन अस्पताल प्रशासन ने साफ कहा, कि ऑक्सीजन की कमी से यहां कोई मौत नहीं हुई. मरने वालों में कोई भी कोरोना पॉजिटिव नहीं है. इनकी मौत अन्य कारणों से हुई है.
परिजन का आरोप, ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत
माधव नगर अस्पताल में 123 मरीज भर्ती हैं. इनमें से 60 फ़ीसदी मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है. सूत्रों के मुताबिक बुधवार को ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं होने से रात करीब 12:00 बजे ऑक्सीजन की कमी होने लगी, सिर्फ आधे घंटे तक मरीजों को दिए जाने लायक ऑक्सीजन ही बची थी. इस बीच बीजेपी के मंडल अध्यक्ष जितेंद्र शेरे ने अपने व्हाट्सएप ग्रुप पर मैसेज डाला, कि माधव नगर अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म. मरीजों की जान खतरे में. ये स्टेटस देर रात 11:50 बजे पर डाला गया है. इसके बाद अस्पताल में एक के बाद एक 4 लोगों की मौत हो गई. मृतक जितेंद्र की पत्नी ने आरोप लगाया कि कल तक सब ठीक था रात को बात भी हुई थी. उन्होंने ही बताया था कि ऑक्सीजन खत्म हो रही है, जान खतरे में है. अस्पताल वालों ने भी मुझे सच्चाई नहीं बताई. अगर अस्पताल हमें सच्चाई बता देता, तो हम मरीज को कहीं और ले जाते.
ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई मौतें: अस्पताल प्रभारी
माधव नगर अस्पताल के डॉक्टर प्रभारी भोजराज शर्मा ने बताया कि पिछले 36 घंटे में माधव नगर अस्पताल में आठ से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है. लेकिन यह सभी मौत lung infection के कारण हुई है. डॉ शर्मा ने ये मानने को तैयार नहीं हैं, कि ऑक्सीजन की कमी के चलते आठ मरीजों की जान गई है.
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ईटीवी भारत ने जानी सच्चाई
ईटीवी भारत ने मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया. सूत्रों के मुताबिक रात को यहां अचानक बड़े अफसर आए थे. बताया जा रहा है कि
ऑक्सीजन की कमी के बाद वो यहां व्यवस्था देखने आए थे. आनन फानन में उन्होंने कुछ इंतजाम किया, लेकिन वो पर्याप्त साबित नहीं हुए.