उज्जैन। बाबा महाकाल का विवाहोत्सव आज शुरू होने जा रहा है. इसकी तैयारी अब अंतिम दौर में है. इस दौरान मंदिर में उमड़ने वाले भक्तों की सुख-सुविधाओं को लेकर प्रशासन तैयारियों में जुट गया है और अधिकारी लगातार मंदिर प्रांगण का मुआयना कर रहे हैं. शिव विवाह का उत्सव शिव नवरात्रि नौ दिन तक चलेगा, इसके बाद 11 मार्च को शिवरात्रि मनाई जाएगी.
महाकाल के दरबार में शिवरात्रि महापर्व के तौर पर मनायी जाती है. शिव नवरात्रि के दौरान नौ दिन तक बाबा का रोज नये स्वरूप में अलौकिक श्रृंगार किया जाता है. इसे देखने देश भर से लाखों श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं. उसी दौरान बाबा की शादी की हर रस्म पूरे रीति-रिवाज और श्रद्धा भक्ति के साथ की जाती हैं.
उज्जैन स्थित बाबा महाकाल मंदिर दुनिया का एकमात्र शिव मंदिर है, जहां बाबा भोलेनाथ महाकाल का विवाह उत्सव इतने लंबे समय तक चलता है और बाबा के हल्दी उबटन से लेकर बारात तक की रस्में पूरी की जाती हैं.
चमकाया गया शिखर
मंदिर के गर्भ गृह शिखर को चमकाने का काम किया गया, इसके पश्चात आज मंदिर क्षेत्र में पार्किंग सुविधा यात्रियों के सामान उनकी सुरक्षा के लिए आला अधिकारियों ने मौका मुआयना किया, जिसमें मुख्य रुप से जिला कलेक्टर, कमिश्नर, उज्जैन आईजी उज्जैन एसपी एडिशनल एसपी एडीएम, नगर निगम आयुक्त, तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे.
क्या है शिवरात्रि की महिमा
पुराणों के अनुसार फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि सृष्टि का प्रभार इस दिन से हुआ था. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था. इसी कारण हर साल में होने वाली 12 शिवरात्रि में से महाशिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है और भारत सहित पूरी दुनिया में महाशिवरात्रि के पावन पर्व बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है.