उज्जैन। आवाहन अखाड़े के महामंडलेश्वर आचार्य शेखर ने महिला आयोग की सदस्य और कांग्रेस नेत्री नूरी खान के महाकाल मंदिर में प्रवेश को लेकर अमर्यादित बयान दिया है, जिसके बाद नूरी खान ने भी आचार्य शेखर के लिए एक बयान जारी किया है
महामंडलेश्वर आचार्य शेखर की बयानबाजी-
मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंचे थे, उनके साथ कांग्रेस नेत्री और अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य नूरी खान ने भी मंदिर में प्रवेश किया था, जिसको लेकर बवाल मच गया है. आवाहन अखाड़े के संत और महामंडलेश्वर आचार्य शेखर ने अपने फेसबुक अकाउंट पर नूरी खान को लेकर विवादित और अमर्यादित पोस्ट किया है.
अपने बयान पर कायम आचार्य शेखर-
इस बात को लेकर जब मीडिया ने आचार्य शेखर से बात की तो संत आचार्य शेखर ने कहा कि वो आज भी अपने बयान पर कायम हैं और किसी भी मुस्लिम और ईसाई समाज के लोगों को मंदिर में प्रवेश को लेकर विरोध करते रहेंगे. इसी बीच संत ने महाकाल मंदिर प्रबंध समिति को भी चेतावनी देते हुए परिणाम भुगतने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मंदिर समिति को तय करना होगा कि मुसलमान हिंदू महाकाल मंदिर में प्रवेश नहीं करें. इधर महाकाल मंदिर के वरिष्ठ पुजारी महेश ने मंदिर के नियमों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महाकाल मंदिर में किसी भी धर्म का श्रद्धालु प्रवेश कर सकता है. इसमें कोई रोक-टोक नहीं है.
नूरी खान का बयान-
कांग्रेसी नेत्री नूरी खान द्वारा महाकालेश्वर मंदिर में कमलनाथ के साथ जाने की बात को लेकर आव्हान अखाड़े के महामंडलेश्वर आचार्य शेखर ने अमर्यादित बयानबाजी की थी. इसके बाद कांग्रेसी नेत्री नूरी खान ने भी आचार्य शेखर के लिए एक बयान जारी किया है. आचार्य शेखर के बयान के बाद कांग्रेस नेत्री नूरी खान ने कहा है कि आचार्य टीवी चैनल्स और सोशल मीडिया पर महाकाल मंदिर के मेरे प्रवेश पर आपकी आपत्ति मेरे संज्ञान में आई, आपकी आपत्ति का मैं सम्मान करती हूं, लेकिन मैं जिस सनातन धर्म को जानती हूं वो वृहद् है, विस्तृत है, मर्यादित है. नारियों की पूजा करने वाला है. आप धर्म का नाम लेकर उज्जैन की बेटी का अपमान करते हैं.