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विक्रम विश्वविद्यालय में 4th Grade कर्मचारी बनेंगे सॉफ्टवेयर इंजीनियर, वेबसाइट हैक होने से रोकेंगे

उज्जैन में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति ने चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनाने का फैसला किया है, जो ट्रेनिंग लेकर वेबसाइट, रिजल्ट और अन्य काम संभालेंगे.

SPECIAL 15 OF VIKRAM UNIVERSITY
विक्रम विश्वविद्यालय के SPECIAL 15
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Published : Jul 8, 2021, 6:04 AM IST

Updated : Jul 8, 2021, 9:58 AM IST

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय जो कि अक्सर अपनी वेबसाइट में गड़बड़ियों की वजह से सुर्खियों में रहता है, उन परेशानियों से निजात पाने के लिए नव नियुक्त कुलपति अखिलेश कुमार पांडेय ने नई रणनीति बनाई है. इसके लिए वो 'स्पेशल 15' की टीम तैयार कर रहे हैं, इस टीम में विक्रम विश्वविद्यालय के 4TH GREAT कर्मचारी को रखा जाएगा.

विक्रम विश्वविद्यालय के SPECIAL 15

चपरासी से बनेंगे सॉफ्टवेयर इंजीनियर

कुलपति ने जिन कर्मचारियों को इस टीम में शामिल किया है, वह अनुकंपा नियुक्ति की वजह से प्यून का काम कर रहे हैं, लेकिन अब इन्हें अपनी पहचान बनाने का मौका अपने ही डिपार्टमेंट ने दिया है, एक आदेश में कुलपति ने 15 ऐसे युवाओं को शामिल होने का न्योता दिया है, जो लखनऊ जाकर कंप्यूटर ट्रेनिंग लेने के लिए अति उत्साहित हों, और विक्रम विश्वविद्यालय के लिए खुद के लिए अपने एजुकेशन के हिसाब से कार्य करना चाहते हैं.

स्पेशल-15 में शामिल सभी कर्मचारी 1 महीने की ट्रेनिंग के बाद विक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट रिजल्ट और अन्य के लिए कार्य करेंगे, विक्रम विश्वविद्यालय का उद्देश्य युवाओं को उनकी पहचान और विक्रम विश्वविद्यालय पर लगे दाग को साफ करना है.

क्या कहना है कुलपति का जानिए

कुलपति अखिलेश कुमार पांडेय ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जब से उन्होंने विक्रम विद्यालय को ज्वाइन किया है, तब उनके मन में एक सवाल उठता था, कि सारे विश्वविद्यालयों में सबसे ज्यादा 50% से अधिक अनुकंपा नियुक्ति विक्रम विश्वविद्यालय में की गई है, उन्होंने इसका कारण पता किया, तो पता चला उनके फोर्थ क्लास के कर्मचारियों की मृत्यु के बाद उनके परिवार के सदस्य अनुकंपा पर नियुक्ति पर विश्वविद्यालय ज्वाइन कर रहे है, शासकीय नियम के मुताबिक उन्हें मजबूरन प्यून का काम करना पड़ रहा है.

लखनऊ और उज्जैन में ट्रेनिंग लेगी स्पेशल-15 की टीम

कुलपति ने कहा कि उनके करियर और उनकी क्षमता को ध्यान में रखते हुए उन्होंने स्पेशल-15 की फौज तैयार करने का निर्णय लिया है, उन्हें वो कंप्यूटर की ट्रेनिंग के लिए लखनऊ भेजेंगे, उज्जैन में भी ट्रेनिंग देंगे, यह वह स्पेशल-15 होंगे, जो विक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट को मेंटेन करेंगे, ताकि उन्हें इस तरह की वेबसाइट हैक होने से लेकर अन्य परेशानी भविष्य में न आए.

विक्रम विश्वविद्यालय पर लगे दाग हटाएगी स्पेशल-15 की टीम

कुलपति ने कहा कि कंप्यूटर प्रशिक्षण के लिए भाग लेने वालों को आदेश जारी किया हैं, कि जो युवा अनुकंपा नियुक्ति वाले इस ट्रेनिंग में हिस्सा लेना चाहते हैं, अपनी मर्जी से उसका स्वागत है, जिससे भविष्य में विश्वविद्यालय को भी फायदा होगा और युवाओं को अपनी पहचान मिलेगी, वह भी उन तक सीमित नहीं रहेंगे, कुलपति ने कहा कि रिजल्ट वेबसाइट के सुधार के लिए वह खास तौर पर ट्रेनिंग देंगे.

इसका उद्देश्य यही है कि आज जो काम दूसरों से करवाना पढ़ता हैं, वह यहां के कर्मचारी खुद ही करेंगे, इसके साथ ही विश्वविद्यालय का पैसा भी बचेगा और युवाओं को उनकी पहचान मिलेगी.

अनुकंपा नियुक्ति पर काम कर रहे ऋषि चौहान ने जताई खुशी

ऋषि चौहान ने कहा कि हमारे भविष्य के लिए डिपार्टमेंट का बहुत अच्छा निर्णय है, हम इस से बहुत खुश हैं, अभी तक सिर्फ पानी पिलाना ही हमारी पहचान थी, लेकिन हम अब काफी उत्साहित हैं, इस ट्रेनिंग का हिस्सा बनने के लिए यह निर्णय उनकी शिक्षा और मेहनत के अनुरूप पहचान देगा.

विक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट क्रैश होने से हजारों छात्र परेशान, कुलपति ने जारी किया नोटिस

आपको बता दें कि कुछ समय पहले विक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट क्रैश होने से हड़कंप मच गया था, PG के छात्र जिनका पहला दिन था, परीक्षा का QUESTION PAPER UPLOAD होने थे, उसी दिन ही काफी परेशानी छात्रों को उठानी पड़ी थी, जिसमें कुलपति ने डिपार्टमेंट की गलती स्वीकार की थी, उसको सुधारने का आश्वासन दिया था. जिसके बाद अब ये महत्वपूर्ण उन्होंने लिया है. जो काफी सराहनीय है.

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय जो कि अक्सर अपनी वेबसाइट में गड़बड़ियों की वजह से सुर्खियों में रहता है, उन परेशानियों से निजात पाने के लिए नव नियुक्त कुलपति अखिलेश कुमार पांडेय ने नई रणनीति बनाई है. इसके लिए वो 'स्पेशल 15' की टीम तैयार कर रहे हैं, इस टीम में विक्रम विश्वविद्यालय के 4TH GREAT कर्मचारी को रखा जाएगा.

विक्रम विश्वविद्यालय के SPECIAL 15

चपरासी से बनेंगे सॉफ्टवेयर इंजीनियर

कुलपति ने जिन कर्मचारियों को इस टीम में शामिल किया है, वह अनुकंपा नियुक्ति की वजह से प्यून का काम कर रहे हैं, लेकिन अब इन्हें अपनी पहचान बनाने का मौका अपने ही डिपार्टमेंट ने दिया है, एक आदेश में कुलपति ने 15 ऐसे युवाओं को शामिल होने का न्योता दिया है, जो लखनऊ जाकर कंप्यूटर ट्रेनिंग लेने के लिए अति उत्साहित हों, और विक्रम विश्वविद्यालय के लिए खुद के लिए अपने एजुकेशन के हिसाब से कार्य करना चाहते हैं.

स्पेशल-15 में शामिल सभी कर्मचारी 1 महीने की ट्रेनिंग के बाद विक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट रिजल्ट और अन्य के लिए कार्य करेंगे, विक्रम विश्वविद्यालय का उद्देश्य युवाओं को उनकी पहचान और विक्रम विश्वविद्यालय पर लगे दाग को साफ करना है.

क्या कहना है कुलपति का जानिए

कुलपति अखिलेश कुमार पांडेय ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जब से उन्होंने विक्रम विद्यालय को ज्वाइन किया है, तब उनके मन में एक सवाल उठता था, कि सारे विश्वविद्यालयों में सबसे ज्यादा 50% से अधिक अनुकंपा नियुक्ति विक्रम विश्वविद्यालय में की गई है, उन्होंने इसका कारण पता किया, तो पता चला उनके फोर्थ क्लास के कर्मचारियों की मृत्यु के बाद उनके परिवार के सदस्य अनुकंपा पर नियुक्ति पर विश्वविद्यालय ज्वाइन कर रहे है, शासकीय नियम के मुताबिक उन्हें मजबूरन प्यून का काम करना पड़ रहा है.

लखनऊ और उज्जैन में ट्रेनिंग लेगी स्पेशल-15 की टीम

कुलपति ने कहा कि उनके करियर और उनकी क्षमता को ध्यान में रखते हुए उन्होंने स्पेशल-15 की फौज तैयार करने का निर्णय लिया है, उन्हें वो कंप्यूटर की ट्रेनिंग के लिए लखनऊ भेजेंगे, उज्जैन में भी ट्रेनिंग देंगे, यह वह स्पेशल-15 होंगे, जो विक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट को मेंटेन करेंगे, ताकि उन्हें इस तरह की वेबसाइट हैक होने से लेकर अन्य परेशानी भविष्य में न आए.

विक्रम विश्वविद्यालय पर लगे दाग हटाएगी स्पेशल-15 की टीम

कुलपति ने कहा कि कंप्यूटर प्रशिक्षण के लिए भाग लेने वालों को आदेश जारी किया हैं, कि जो युवा अनुकंपा नियुक्ति वाले इस ट्रेनिंग में हिस्सा लेना चाहते हैं, अपनी मर्जी से उसका स्वागत है, जिससे भविष्य में विश्वविद्यालय को भी फायदा होगा और युवाओं को अपनी पहचान मिलेगी, वह भी उन तक सीमित नहीं रहेंगे, कुलपति ने कहा कि रिजल्ट वेबसाइट के सुधार के लिए वह खास तौर पर ट्रेनिंग देंगे.

इसका उद्देश्य यही है कि आज जो काम दूसरों से करवाना पढ़ता हैं, वह यहां के कर्मचारी खुद ही करेंगे, इसके साथ ही विश्वविद्यालय का पैसा भी बचेगा और युवाओं को उनकी पहचान मिलेगी.

अनुकंपा नियुक्ति पर काम कर रहे ऋषि चौहान ने जताई खुशी

ऋषि चौहान ने कहा कि हमारे भविष्य के लिए डिपार्टमेंट का बहुत अच्छा निर्णय है, हम इस से बहुत खुश हैं, अभी तक सिर्फ पानी पिलाना ही हमारी पहचान थी, लेकिन हम अब काफी उत्साहित हैं, इस ट्रेनिंग का हिस्सा बनने के लिए यह निर्णय उनकी शिक्षा और मेहनत के अनुरूप पहचान देगा.

विक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट क्रैश होने से हजारों छात्र परेशान, कुलपति ने जारी किया नोटिस

आपको बता दें कि कुछ समय पहले विक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट क्रैश होने से हड़कंप मच गया था, PG के छात्र जिनका पहला दिन था, परीक्षा का QUESTION PAPER UPLOAD होने थे, उसी दिन ही काफी परेशानी छात्रों को उठानी पड़ी थी, जिसमें कुलपति ने डिपार्टमेंट की गलती स्वीकार की थी, उसको सुधारने का आश्वासन दिया था. जिसके बाद अब ये महत्वपूर्ण उन्होंने लिया है. जो काफी सराहनीय है.

Last Updated : Jul 8, 2021, 9:58 AM IST
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