सतना। कोरोना महामारी से लड़ने के लिए देशभर में लॉकडाउन लगाया गया है, जिसे और आगे बढ़ाकर लॉकडाउन 3.0 का भी ऐलान कर दिया गया है. इस बीच सरकार की तमाम व्यवस्थाओं के बाद भी देश के मजदूर वर्ग में डर का माहौल है, जिस कारण वह पलायन कर वापस अपने घर को आना चाहता है. इसके लिए सरकार ने लोगों को घर आने के लिए पास की व्यवस्था की है, जिस पर भी फर्जीवाड़ा होने लगा है. ऐसे ही कुछ पास धारक गुजरात से सतना पहुंचे, जहां उन्हें रोककर ट्रक की जांच की गई.
ट्रक की जांच में पाया गया की ट्रक में मजदूरों से भारी भरकम किराया वसूल कर मावेशियों की तरह भर के लाया जा रहा था, वहीं सभी के पास मिले पास में अलग-अलग अधिकारियों के साइन थे, जबकि सभी ने एक ही स्थान से आना बताया, जिस पर कलेक्टर अजय कटेसरिया फर्जी पास मामले में गुजरात प्रशासन से मामले की जांच करने का आग्रह किया है. वहीं सभी मजदूरों का चेकअप कर उनके खाने की व्यवस्था की गई, साथ ही उन्हें घर भेजने का इंतजाम किया गया.
गरीबों को लूटने से पीछे नहीं हटते लोग
गुजरात, महाराष्ट्र में काम कर रहे मजदूरों को बसों और ट्रकों के माध्यम से नियम विरुद्ध तरीके से भेजा जा रहा है, फर्जी पास से लोगों को ट्रकों में जानवरों की तरह भरकर लाया जा रहा है. ऐसे में कहीं ना कहीं दूसरे राज्यों की सरकार पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर अन्य राज्यों में फर्जी पास कैसे जारी हो रहे हैं, वहां की सरकारें इसके लिए क्या कर रही हैं और इन गरीबों से किराया किस हिसाब से वसूला जा रहा है.
सतना में हुई हैं कई कार्रवाई
देशभर में फंसे मजदूरों को फर्जी तरीके से भेजने के मामले में सतना प्रशासन पहले भी कई कार्रवाई कर चुका है. जहां पर गुजरात सूरत महाराष्ट्र से हजारों लोगों को ट्रकों एवं बसों के माध्यम से नियम विरुद्ध तरीके से जानवरों की तरह भेजा जा रहा था और सभी से मनमाने पैसा लिए जा रहे हैं. सतना में ऐसी कई कार्रवाई कर ट्रक और बसों को जब्त किया जा चुका है.