सतना। शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र मारुति नगर में रहने वाला प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का एक वैज्ञानिक करोड़पति निकला. यह खुलासा ईओडब्ल्यू की दबिश के बाद हुआ, कार्रवाई अभी भी जारी है. शुरुआती जांच में ही साइंटिस्ट करोड़ों रुपये का मालिक निकला है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक सुशील कुमार मिश्रा के घर रविवार सुबह आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की 25 सदस्यीय टीम ने छापामारी कर करोड़ों की संपत्ति बरामद की. जांच पूरी होने के बाद अन्य संंपत्तियों का भी खुलासा हो सकता है. (satna pollution control board scientist house raided)
करोड़पति वैज्ञानिक के घर छापा: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में बतौर वैज्ञानिक पदस्थ सुशील कुमार मिश्रा के घर में ईओडब्ल्यू की रीवा टीम ने छापा मारा है. टीम सुबह 6 बजे सतना के मारुति नगर स्थित वैज्ञानिक के घर पहुंची. घर की घंटी बजने के बाद दरवाजा खोलने के लिए वैज्ञानिक खुद पहुंचे. इस दौरान वैज्ञानिक से टीम का परिचय होने पर कार्रवाई शुरू हुई. ईओडब्ल्यू टीआई मोहित सक्सेना और प्रवीण चतुर्वेदी के नेतृत्व में ये छापेमार कार्रवाई की गई. टीम ने घर के अंदर-बाहर लोगों का आवागमन रोक दिया और जांच शुरू कर दी.
घर से मिला इतना कैश: रीवा के एसपी वीरेंद्र जैन ने कहा कि शुरुआती जांच में साइंटिस्ट सुशील मिश्रा के घर पर 30 लाख रुपए की नगदी, 10 लाख रुपए से अधिक सोने-चांदी के जेवरात मिले हैं. वैज्ञानिक के पास स्मार्ट सिटी से लगे बेलहटा ग्राम स्थित 7 एकड़ के फार्म हाउस के अलावा, बदखर, घुरडांग, अमौधाकला के आसपास 15 जमीन और मकान के दस्तावेज भी मिले हैं. इनके पास से 7 वाहन मिले हैं, जिसमें 4 फोर व्हीलर, तीन मोटरसाइकिल सहित एक ट्रैक्टर बरामद किया गया है. 1 एक्सयूवी, 1 स्कॉर्पियो, 1 कार मिली है.
![eow raids scientist sushil kumar mishra](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-sat-03-chapa-eow-pkg-10025_01052022140404_0105f_1651394044_1061.jpg)
बेनामी संपत्ति का खुलासा: वैज्ञानिक की बहू ज्योति मिश्रा करीब 6 साल से सतना के रामपुर बघेलान में पटवारी पद पर पदस्थ है. उनके पास से भी कई दस्तावेज मिले हैं. इसकी जांच की जा रही है. भोपाल में भी जमीन के दस्तावेज मिले हैं. पोस्ट ऑफिस, एलआईसी, बीमा, और लॉकर की जानकारी जुटाई जा रही है. सतना में जो वैज्ञानिक ने घर बनवाया है वे काफी आलीशान तरीके से बनवाया गया है. एसपी वीरेंद्र जैन का कहना है कि सुशील मिश्रा जूनियर साइंटिस्ट पद पर इसी वर्ष पदस्थ हुए हैं, इसके पहले यह लैब असिस्टेंट थे. सैलरी इनकी 50 लाख रुपये से कम आकी गई है. ऐसे में जांच के आधार पर जो भी दस्तावेज और तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
पटवारी बहू पर भी हो सकती है कार्रवाई: कार्रवाई के लिए ईओडब्ल्यू की टीम जब साइंटिस्ट सुशील कुमार के घर पहुंची, तो वहां उसकी पत्नी और बड़ा बेटा ज्ञानेंद्र मिश्रा नहीं थे. वे दोनों भोपाल में हैं, जबकि छोटा बेटा अनिल मिश्रा और बहू ज्योति मिश्रा घर पर ही था. संभावना जताई जा रही है कि जांच की आंच पटवारी बहू पर भी पड़ सकती है. वैज्ञानिक पदस्थ सुशील कुमार खुटहा के पास ग्राम गोरसरी के मूल निवासी हैं. पिछले कुछ सालों में इनकी संपत्ति तेज रफ्तार से बढ़ी. मिश्रा के कारनामों की शिकायत कई बार भोपाल तक भी पहुंची, लेकिन कोई कार्रवाई पहले नहीं की गई थी.
अन्य अधिकारियों में हड़कंप: साइंटिस्ट के घर छापामारी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों में भी हड़कंप मचा दिया है. जानकारी के अनुसार बोर्ड में पिछले काफी समय से सिर्फ सेटिंग का खेल चल रहा है. प्रदूषण जांच न करने, एनओसी देने जैसे कामों के एवज में नियम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए रुपयों पर खेल चल रहा है. कई अधिकारी तो ऐसे हैं जिन्होंने बिना अनुमति-एनओसी के क्रशर तक अपने दम पर चलवा रखे हैं.