सतना। पुलिस ने एक युवक को अपने ही चचेरे भाई का अपहरण करने और फिरौती की रकम मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है, इस मामले में आरोपी का एक साथी भी शामिल है, दोनों ने मिलकर अपहरण की साजिश रची और जब बच्चा चचेरा भाई को पहचान गया तो उसे नशीली गोलियां खिलाकर मारने का भी प्रयास किया गया. मोबाइल सर्विलांस की मदद से पुलिस ने घेराबंदी करके आरोपियों को गिरफ्तार कर बच्चे को सुरक्षित बचा लिया है. पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने घटना का खुलासा किया.
मामला सतना के कोलगवां थाना क्षेत्र के नई बस्ती इलाके का है, जहां से 3 साल का बच्चा घर के बाहर से खेलते- खेलते अचानक गायब हो गया. देर तक जब नाबालिद घर नहीं पहुंचा तो घर वालों ने उसकी तलाश शुरू की. बच्चे के नहीं मिलने पर पुलिस को सूचना दी और अपहरण की आशंका भी जताई गई. परिजन थाने पहुंचे आरोपी चचेरा भाई भी उनके साथ गया. उसने बहन के मोबाइल की सिम अपने मोबाइल में लगा ली थी और किसी ऐप के माध्यम से फिरौती के लिए कॉल करवा रहा था. फोन पर धमकी दी जा रही थी कि अगर पुलिस को बताया तो ठीक नहीं होगा. संदेह होने पर पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस की मदद ली और जांच पड़ताल की तो बच्चे को आरोपी चाचा के दोस्त शुभम पयासी के खेरमाई रोड स्थित घर पर पाया.
बच्चे को मारने के लिए दी नशे की गोलियां
आरोपियों ने बताया कि बच्चे ने उसे पहचान लिया था इसलिए उसे नशे की गोलियां खिलाई गईं थीं ताकि उसकी मौत हो जाए. पुलिस ने आनन-फानन में बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी जान बचा ली गई. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
नशे का आदी है आरोपी
दरअसल, मासूम का चचेरा भाई आरोपी अजय नशे का आदी है, जुए खेलने के कारण उस पर काफी कर्ज हो गया था. कर्जदार जब उसे परेशान करने लगे तो उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर भतीजे के अपहरण का प्लान बनाया और उसे किडनैप कर 5 लाख रुपए की फिरौती की मांग करने लगा. लेकिन आरोपी इस वारदात को अंजाम देने स पहले ही पुलिस के चंगुल में आ गया. आरोपी अजय बीकॉम सेकंड ईयर तक पढ़ाई कर चुका है और उसका साथी मैकेनिकल इंजीनियर है. दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपियों के कब्जे से घटना में इस्तेमाल की गई बाइक और मोबाइल फोन जब्त किया गया है.