सागर। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सागर के डीएनसीबी स्कूल में आयोजित शिक्षक-छात्र सम्मेलन में शामिल हुए. जहां सीएम ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि जीवन में संकल्प के आगे विकल्प न हो तो सिद्धि अपने आप मिलती है. ध्येय बनाकर काम किया जाए तो कठिन से कठिन मंजिल आसान होती है. इस अवसर पर विधायक प्रदीप लारिया, पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर सहित छावनी परिषद के अधिकारी और छात्र-छात्राएं, शिक्षक मौजूद रहे. मुख्यमंत्री धामी ने स्कूल की अटल टिंकरिंग लैब एवं स्मार्ट क्लास रूम पहुंचकर आवश्यक जानकारी प्राप्त की एवं छात्र-छात्राओं शिक्षकों से चर्चा की. मुख्यमंत्री धामी ने सरस्वती पूजन भी किया. कार्यक्रम में स्कूली छात्र छात्राओं नें सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से बधाई नृत्य एवं देशभक्ति गीतों की आकर्षक प्रस्तुतियां की. (dhami visit sagar)
याद आया बाबा के चाट का स्वाद : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छात्र-शिक्षक सम्मेलन में कहा कि मैं अभी भी अपने बचपन की यादें नहीं भूला हूं. जब साइकिल से स्कूल आता था तब एक बार मेरा बस्ता साइकिल की चक्की में फंस जाने के कारण मैं गिर गया और हाथ में फैक्चर हो गया था. मेरे पिताजी तत्काल आर्मी अस्पताल ले गए और फैक्चर होने पर प्लास्टर चढ़ाया गया. उन्होंने उस समय के दौरान स्कूल के पास की बाबा चाट की बहुत प्रशंसा की और कहा कि हम लोग लंच होने पर बब्बा की चाट खाने जरूर जाते थे. सीएम ने अपनी बचपन की अनेक यादें साझा की. (cm dhami remembered school days in sagar)
कुछ भी असंभव नहीं, मन में संकल्प जरूरी: मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जीवन में संकल्प के साथ यदि विकल्प नहीं रहता है तो सिद्धि अपने आप प्राप्त होती है. धामी ने कहा कि दुनिया का कोई भी कार्य असंभव नहीं होता, बस मन में संकल्प होना चाहिए और उसे करने की क्षमता. जीवन में यदि कोई भी कार्य ध्येय बनाकर किया जाए तो मंजिल अवश्य मिलती है. सीएम ने कहा कि समाज, प्रदेश, देश की भावनाओं का सम्मान करते हुए मैं आगे बढ़ा हूं और हमेशा सम्मान करता रहूंगा. स्कूल की ख्याति प्रदेश, देश एवं विश्व के शिक्षा पटल पर अंकित हो, ऐसी मेरी कामना है. सीएम धामी ने कहा कि डीएनसीबी स्कूल के सभी बच्चे अच्छी से अच्छी जगह पहुंचे, इसके लिए मैं हमेशा आपके सहयोग के लिए तैयार हूं. धरती से आसमान छूने एवं साधारण से असाधारण कार्य वही लोग करते हैं जिनके मन में संकल्प, प्रण एवं इच्छाशक्ति होती है.
अपने बच्चों के साथ फिर सागर आने का वादा: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं डीएनसीबी स्कूल के कोने-कोने से अभिभूत हूं. ये स्कूल बहुत ही असाधारण और अभिभूत है मैं कोई राजनीति का प्रोफ़ेसर नहीं हूं लेकिन इस स्कूल के संस्कार के कारण ही आगे बढ़ पाया हूं. इस स्कूल एवं सागर की भूमि को मैं नमन करता हूं और शीघ्र ही में अपने बच्चों के साथ अपने पिता एवं बच्चों के दादा की कर्म स्थली पर अवश्य आऊंगा. सीएम ने कहा कि जीवन में सब कुछ लौट सकता है,किंतु समय कभी नहीं लौटता. मैं चाहूं तो मुख्यमंत्री होते हुए भी विद्यार्थी बनकर पढ़ाई नहीं कर सकता,किंतु अन्य माध्यम से पढ़ाई अवश्य कर सकता हूं. पढ़ाई के समय केवल पढ़ाई करें और खेल के समय केवल खेलें भी यदि पढ़ाई के साथ खेल आप करेंगे तो दोनों पर आगे नहीं बढ़ पाएंगे. खूब पढ़े और खूब आगे बढ़े. (pushkar singh dhami visit sagar dncb school)
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज डीएनसीबी स्कूल में पहुंचकर अपने सहपाठियों के साथ न केवल फोटोग्राफी की बल्कि अपने विद्यार्थी जीवन की यादें ताजा करते हुए मस्ती भी की. पुष्कर सिंह धामी के सहपाठी, जिन्होंने एक क्लास रूम में एक बेंच पर बैठकर पढ़ाई की, आज वह मुख्यमंत्री धामी को अपने बीच पाकर न केवल प्रफुल्लित थे बल्कि पूरे उत्साह में थे. उनके सहपाठी अतिन चौकसे, सुजीत चौकसे, संजय विश्वकर्मा , सलीम खान , महेश ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ फोटोग्राफी की एवं उनका 51 किलो के फूलों की माला से स्वागत किया एवं स्मृति चिन्ह भी भेंट किया .