टीकमगढ़। नगरीय निकाय चुनाव के दौरान मतदान के दौरान विधायक राकेश गिरी के छोटे भाई और पूर्व मंत्री के बेटों के बीच जमकर विवाद हुआ. विधायक के भाई के साथ जमकर मारपीट भी की गई. बीजेपी विधायक राकेश गिरी का कहना है कि वार्ड क्रमांक 1 में उनकी बहू चुनाव लड़ रही है. जहां पर उनका छोटा भाई यश राज गिरी पोलिंग एजेंट था. वहां पूर्व मंत्री यादवेन्द्र सिंह के बेटे शाश्वत और अंश सिंह ने अपने साथियों के साथ जबरन बूथ कैप्चरिंग की कोशिश की. जब उनके भाई ने उन्हें रोका तो उसके साथ मारपीट की गई. जिसमें विधायक के भाई को काफी चोट आई है. विधायक ने पूर्व मंत्री के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. जिसके बाद पूर्व मंत्री के घर को पुलिस छावनी में बदल दिया गया है.
हार के डर से की गुंडागर्दी: विधायक का कहना है कि पोलिंग बूथ पर विवाद की खबर मिलने के बाद वे खुद वहां पहुंचे. यहां पर पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह बुंदेला और उनके बीच फिर से विवाद हो गया. विधायक राकेश गिरी ने आरोप लगाया है कि पूर्व मंत्री ने अपने समर्थकों के साथ उनपर हमला किया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी यहां चुनाव हार रही है. इस बात से बौखलाकर पूर्व मंत्री गुंडागर्दी पर उतारू हो गए हैं.
पूर्व मंत्री ने विधायक के भाई पर लगाए फर्जी मतदान कराने के आरोप: इस मामले को लेकर पूर्व मंत्री यादवेन्द्र सिंह का कहना है कि कोई मारपीट नही हुई है. हम लोगों के बीच बहस हुई है. यादवेंद्र सिंह ने उल्टे विधायक के भाई पर फर्जी मतदान करवाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि इसी बात को लेकर विधायक के भाई और बेटे के बीच बहस हुई थी. यादवेंद्र सिंह ने विधायक पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी सरकार है, इसलिए तानाशाही कर लोगों पर दवाब बनाकर चुनाव जीतने का प्रयास कर रहे हैं.
पूर्व मंत्री के बंगले की हुई घेराबंदी: टीकमगढ़ शहर के पुरानी टेहरी में मतदान के दौरान मारपीट और विवाद को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. हंगामे के बाद पुलिस ने कमान संभाली और हंगामा कर रहे लोगों पर हल्का बल प्रयोग भी किया गया. पुलिस ने पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह के बंगले की घेराबंदी कर वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है.