सागर। डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में शामिल होने सागर पहुंचे केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के सबसे कुपोषित जिले श्योपुर के दौरे और महारत्न कंपनी बीएचईएल के विनिवेश की चर्चाओं पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री ने इसीलिए श्योपुर जिले का चयन किया है, क्योंकि वह एक कुपोषित जिला है. फग्गन सिंह कुलस्ते ने बीएचईएल के विनिवेश की खबरों को लेकर कहा कि, फिलहाल ऐसा कोई विचार नहीं है और कर्मचारियों को कोई चिंता नहीं करनी चाहिए. हम सिर्फ ऐसी कंपनियों के आधुनिकीकरण का प्रयास कर रहे हैं, ताकि उत्पादन क्षमता बढ़ सके.
प्रधानमंत्री का देश के सबसे कुपोषित जिले का दौरा: केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते से सवाल किया गया कि, प्रधानमंत्री देश के सबसे कुपोषित जिले श्योपुर के दौरे पर आ रहे हैं और दूसरी तरफ एमपी सरकार पोषण आहार घोटाला कर रही है. इसपर उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने इसीलिए इस जिले का चयन किया है. हमारे एमपी में जहां-जहां इस प्रकार की स्थिति है, जो भी बच्चे कुपोषण से प्रभावित हुए हैं, उसके बारे में हमने विशेष चिंता की है. हमने महिलाओं के स्व सहायता समूहों को बुलाया है और हम यह कोशिश कर रहे हैं कि, देश में आजादी के बाद मात्र 2 करोड़ 34 लाख हिस्सा बनी थी. हमने 8 सालों में कोशिश करके 8 करोड़ 3 लाख माता बहनों को स्व सहायता समूह से जोड़ा है. चाहे मध्यपदेश के लिए हो चाहे हमारे जिले के लिए, हमने सब जगह कोशिश की है कि महिलाओं की भागीदारी बढ़नी चाहिए. हम समाज में जागरूकता के कार्यक्रम चला रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग विशेषकर महिलाएं जुड़ रही हैं. (nutrition food scam question postponed Faggan Singh)
बीएचईएल के विनिवेश की चर्चा पर ये मिला जवाब: केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते से जब पूछा गया कि, महारत्न कंपनी बीएचईएल के विनिवेश की चर्चा है और कर्मचारी कंपनी के बेचे जाने की खबरों को लेकर चिंतित हैं, तो उन्होंने कहा कि ये जो भ्रम है और जो लोग इस तरह की चर्चा करते हैं, मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर हमारे उद्योग पुराने हैं या जो उपक्रम पुराने हो गए हैं. उनका नए सिरे से आधुनिकीकरण करना है. नए तरीके से उत्पादन क्षमता बढ़ाना है और नए उपकरण लगाना है. कर्मचारी जो भी हैं, उनके बारे में इस तरह का कोई निर्णय नहीं लिया गया है. कोई भी कर्मचारी बाहर नहीं जाएगा, उनकी पूरी चिंता हमारी है. हम केवल इस तरह की कंपनियों का आधुनिकीकरण करने जा रहे हैं, ताकि उत्पादन ज्यादा से ज्यादा हो. क्योंकि पुराने उपकरण के कारण उत्पादन क्षमता नहीं बढ़ पा रही है, इसलिए नए तरीके का प्रयोग कर रहे हैं. कर्मचारियों की चिंता का कोई विषय नहीं है, विनिवेश के सवाल पर उन्होंने कहा कि आज की तारीख में ऐसा कोई विचार नहीं है. (denies news of disinvestment of BHEL)