सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में बीते दो दिनों से लिक्विड ऑक्सीजन का स्टॉक खत्म होने से मरीजों की जान पर बन आई है. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सिलेंडर के जरिए मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहा था. इसी प्रक्रिया के चलते आज ऑक्सीजन सप्लाई की नोजल फट गई. आनन-फानन में 13 नवजात बच्चों को जिला चिकित्सालय में रेफर किया गया है.
BMC की कोविड और नॉन कोविड वार्ड में लिक्विड ऑक्सीजन खत्म
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज यानि BMC में लिक्विड ऑक्सीजन खत्म हो जाने के कारण ऑक्सीजन सिलेंडर से काम चलाया जा रहा था. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के ऑक्सीजन सप्लाई सेंटर के लिए गुजरात से ऑक्सीजन सप्लाई होती थी. पिछले दो दिनों से ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होने के कारण BMC प्रबंधन ऑक्सीजन सिलेंडर के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई कर रहा था. आज ऑक्सीजन सप्लाई की पाइप लाइन की नोजल फट जाने के कारण सप्लाई पूरी तरह से बंद हो गई. ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने के अस्पताल में हड़कंप मच गया.
13 बच्चों को किया जिला चिकित्सालय में शिफ्ट
ऑक्सीजन सप्लाई बंद होते ही ICU में भर्ती 13 बच्चों को आनन-फानन में जिला चिकित्सालय के SNCU में शिफ्ट किया गया. इसके अलावा मेडिसिन ICU और अन्य ICU, जहां ऑक्सीजन की अनिवार्य जरूरत होती है, वहां सिलेंडरों से ऑक्सीजन सप्लाई शुरू की गई.
बीते 24 घंटे में नौ लोगों की मौत की सूचना
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन ICU में पांच और अन्य वार्डों के चार मरीजों की मौत की सूचना भी मिल रही है. कोविड वार्ड में भी एक मरीज की मौत बताई जा रही है. हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन मौतों की वजह ऑक्सीजन की कमी को मानने को तैयार नहीं है.
भुगतान नहीं, तो ऑक्सीजन सप्लाई बंद!
मेडिकल कॉलेज के सूत्रों की मानें, तो गुजरात की कंपनी BMC में लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई करती है. लेकिन समय पर कंपनी का भुगतान ना होने के कारण कंपनी ने लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी है.
कालाबाजारी! Remdesivir-Tocilizumab 'shortage': MP में इस दवा की भारी कमी
क्या कहना है बीएमसी के डीन का ?
BMC डीन डॉ आर एस वर्मा का कहना है कि गुजरात से लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई नहीं होने के कारण सिलेंडर खाली हो गया है. छोटे सिलेंडर हैं. उनसे वैकल्पिक व्यवस्था कराई जा रही है. ऑक्सीजन की कमी से मौतों की सूचना गलत है.