सागर। राजधानी भोपाल में एक और सागर शहर में 3 दिन में तीन चौकीदारों को दर्दनाक तरीके से मौत के घाट उतारने वाला सीरियल किलर फिलहाल जेल में हैं. सागर जेल में उसे अन्य कैदियों से अलग स्पेशल सेल में रखा गया है. जिस तरह का उसने अपराध किया है, उस तरह की कोई हरकत वह जेल में नहीं कर रहा है. और जो उसके बारे में चर्चा थी कि वह मानसिक रूप से विक्षिप्त है, ऐसा भी नहीं है. वह सामान्य लोगों की तरह है और स्पेशल सेल में होने के कारण टाइम पास के लिए धार्मिक पुस्तकें पढ़ रहा है. उसके खाने पीने के शौक के बारे में भी बड़ी-बड़ी बातें सामने आई थी. लेकिन जेल में वह सामान्य कैदियों वाला खाना खा रहा है. अभी तक उसके परिवार से कोई उससे मिलने के लिए नहीं आया है. (Sagar Psycho killer not mentally deranged)
साइको नहीं है सीरियल किलरः लगातार चार चौकीदारों को मौत की नींद सुलाने वाला केसली के केकरा गांव का रहने वाला शिवप्रसाद धुर्वे को सागर केंद्रीय जेल की स्पेशल सेल में रखा गया है. जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने उसके अपराध की प्रकृति को देखते हुए उसे विशेष सुरक्षा के बीच में रखा है. लगातार जेल प्रशासन द्वारा उस पर नजर रखी जाती है. उन्होंने उसके अपराध को लेकर उससे बातचीत भी की है. उसकी गतिविधियां या मानसिकता ऐसी बिल्कुल नहीं है कि उसे मानसिक रूप से विक्षिप्त कहा जाए. मैंने खुद उससे बातचीत की है बातचीत में मुझे वह कहीं ऐसा नहीं लगा कि उसे मानसिक बंदी की श्रेणी में रखा जाए. (Sagar know the story of the killer in jail)
अपराध बोध तो है लेकिन पछतावा नहींः जेल अधीक्षक राकेश भांगरे बताते हैं कि जो उसने अपराध किया है. उसको लेकर भी मैंने उससे बातचीत की थी कि आखिर तुमने ऐसा क्यों किया. तो वह अपनी गलती को स्वीकार रहा है. जब उससे यह पूछा गया कि उसने ऐसा क्यों किया. इसका वह कोई कारण नहीं बता रहा है. बातचीत में कहीं भी ऐसा नहीं लग रहा है कि उसे अपने किए का पछतावा हो. (Sagar Reading religious and educational books)
टाइमपास के लिए पढ़ रहा है धार्मिक और शिक्षाप्रद पुस्तकेंः जेल अधीक्षक ने बताया कि उसे पृथक आवास में रखा गया है. उसे सिर्फ नहाने धोने के लिए बाहर निकाला जाता है. वह 24 घंटे स्पेशल सेल में रहता है. वह आठवीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है. उसने बताया कि अकेले रहने के कारण उसे काफी बोरियत होती है और वक्त काटना मुश्किल हो जाता है. उसने जेल प्रशासन से पुस्तकों की मांग की थी. जेल प्रशासन द्वारा धार्मिक कहानियों की और शिक्षाप्रद पुस्तकें उपलब्ध करायी गई हैं. ताकि उसका समय कटे और उसकी मानसिकता में भी बदलाव आए.
खाने में भी नहीं है कोई विशेष मांगः सीरियल किलर शिवप्रसाद धुर्वे को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, तो उसके बारे में तरह-तरह की बातें सामने आई थी. कहा जा रहा था कि वह शराब, मसालेदार खाना और मांसाहार का शौकीन हैं. जेल प्रशासन का कहना है कि उसने अभी तक किसी तरह की विशेष खाने की या कोई विशेष वस्तु की मांग नहीं की है. वह सामान बंदियों की तरह वही खाना खाता है जो सब बंदी खाते हैं. (Sagar Psycho killer not mentally deranged)
शिवप्रसाद से मिलने ना कोई घर से आया ना कोई दोस्तः जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया है कि शिवप्रसाद धुर्वे से अभी तक मुलाकात के लिए कोई भी व्यक्ति नहीं आया है और ना ही उसके बारे में किसी ने कोई जानकारी मांगी है. उसके परिजन सागर जिले के ही हैं, लेकिन अभी तक कोई जेल में मिलने नहीं आया और ना ही कोई ऐसा व्यक्ति आया,जो उसका परिचित हो. (Sagar know the story of the killer in jail)